साइबर क्राइम : 6 घंटो के भीतर ही बहुत सी शिकायत पर हुआ काम
त्वरित समाधान: साइबर धोखाधड़ी की गई 60% राशि को शुरुआती 6 घंटों के भीतर साइबर हेल्पलाइन नंबर -1930 पर शिकायत प्राप्त होने पर किया गया फ्रीज़ -डीजीपी शत्रुजीत कपूर
- साइबर अपराध से निपटने के लिए शुरू की गई एक नई पहल: ऑपरेशन साइबर आक्रमण
- पिछले 11 महीना में साइबर फ्रॉड में संलिप्त 70 हज़ार से अधिक नंबरों को टेलीकॉम कंपनियों से तालमेल स्थापित करते हुए करवाया गया ब्लॉक
चंडीगढ़, 31 मार्च: हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध से निपटने में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। फरवरी में, पुलिस उन मामलों में साइबर धोखाधड़ी की गई 60% राशि को फ्रीज करने में सफल रही, जहां शिकायतें घटना के छह घंटे के भीतर दर्ज कराई गई थीं। हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने इसके लिए साइबर हेल्पलाइन टीम -1930 को बधाई दी।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने पंचकुला स्थित पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान इस उपलब्धि के लिए साइबर हेल्पलाइन टीम-1930 द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की। बैठक में बताया गया कि साइबर धोखाधड़ी के छह घंटे के भीतर दर्ज कराई गई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 60% राशि को तुरंत फ्रीज़ कर दिया गया। वहीं, छह घंटे के बाद प्राप्त होने वाली शिकायतो में से केवल 19 प्रतिशत राशि को ही फ्रीज़ किया जा सका। इस प्रकार फरवरी माह में हरियाणा में प्राप्त होने वाली कुल शिकायतो का 27.60 प्रतिशत पैसा होल्ड किया गया जो कि देशभर में सबसे अधिक है। सितंबर-2023 में जहां हरियाणा पुलिस 8.62 प्रतिशत पैसा होल्ड करते हुए देश में 23वें स्थान पर थी वहीं फरवरी माह में 27.60 प्रतिशत राशि होल्ड करते हुए देश मे पहले स्थान पर पहुंच गई है। हरियाणा में फरवरी माह में 15 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि को साइबर फ्रॉड से बचाया गया।
साइबर धोखाधड़ी रोकथाम उपायों की समीक्षा और परिष्करण: डीजीपी कपूर ने साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि हरियाणा पुलिस ने फरवरी महीने में ही हरियाणा में शुरुआती 6 घंटे के भीतर प्राप्त होने वाली शिकायतों पर प्रभावी तरीके से कार्रवाई करते हुए 6.67 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को फ्रॉड होने से बचाया गया।
मजबूत रक्षा के लिए सहयोग: बैठक में बताया गया कि नई दिल्ली स्थित भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के माध्यम से हरियाणा पुलिस और 20 प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधि एकजुटता के साथ साइबर फ्रॉड रोकने की दिशा में कार्य कर रहे हैं ताकि फ्रॉड की गई राशि को जल्द से जल्द फ्रिज करवाया जा सके। इसके अलावा, पंचकूला स्थित हरियाणा 112 की बिल्डिंग में हरियाणा पुलिस तथा तीन वरिष्ठ बैंकों नामतः एचडीएफसी एक्सेस तथा पीएनबी के नोडल अधिकारी मिलकर साइबर फ्रॉड की गई राशि को तुरंत फ्रीज़ करने के लिए आपसी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं ।
ऑपरेशन साइबर आक्रमण: आक्रामक रुख अपनाना – डीजीपी कपूर के निर्देशानुसार हरियाणा में ऑपरेशन साइबर आक्रमण की शुरुआत की गई है। यह पहल साइबर अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने का लक्ष्य रखती है, जो साइबर अपराध से निपटने के लिए अधिक आक्रामक रुख अपनाती है।
फर्जी हेल्पलाइन नंबरों का मुकाबला: बैठक में विशेष रूप से गूगल पर उपलब्ध फर्जी हेल्पलाइन नंबरों के जरिए धोखाधड़ी से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के प्रयासों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। साइबर अपराधियों द्वारा गूगल खोज इंजन का दुरुपयोग करने पर चिंता व्यक्त करते हुए श्री कपूर ने कहा कि जल्द ही गूगल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। इस बैठक का उद्देश्य गूगल प्लेटफॉर्म पर साइबर अपराधी गतिविधियों को रोकने के लिए रणनीति तैयार करना है।
मोबाइल नेटवर्क प्रदाताओं के साथ संवाद: बैठक में मोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ साइबर धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने वाले नंबरों को ब्लॉक करने पर भी चर्चा हुई। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि पिछले 11 महीना में हरियाणा के अंदर साइबर फ्रॉड में संलिप्त 70 हज़ार से ज्यादा नंबरों को ब्लॉक करवाया गया है।
देशभर में 60 हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान:
बैठक में बताया गया कि देश भर में 60 हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान साइबर अपराध के लिए की गई है। इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में साइबर अपराध में शामिल नंबरों का डाटा तैयार किया गया है और संबंधित कंपनियों के साथ उन्हें ब्लॉक करने के लिए बैठक की जा रही हैं।
- देश भर में साइबर हैल्पलाइन के माध्यम से शिकायतों का निवारण करने में पहले पायदान पर पहंुचा हरियाणा
- फरवरी माह में फ्रॉड की गई कुल राशि का 27.60 प्रतिशत पैसा किया गया होल्ड
- हरियाणा पुलिस सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के माध्यम से भी लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाव के बारे में कर रही है जागरूक
चंडीगढ़ , 28 मार्च। साईबर फ्रॉड की गई कुल राशि का 27.60 प्रतिशत पैसा होल्ड करके हरियाणा देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है। हरियाणा पुलिस ने फरवरी 2024 में 15 करोड़ 50 लाख रूपये की राशि को ठगी होने से बचाया है जोकि देशभर में सबसे अधिक है। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सितंबर-2023 में जहां हरियाणा पुलिस 8.62 प्रतिशत पैसा होल्ड करते हुए देश में 23वें स्थान पर थी वहीं अब पहले स्थान पर पहुंच गई है।
इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि साईबर अपराधियों के खिलाफ निरंतर किए जा रहे कार्यों के परिणामस्वरूप साइबर अपराध को नियंत्रित करने में काफी मदद मिली है। उन्होंने कहा कि साईबर अपराधियों पर लगाम कसते हुए हरियाणा पुलिस द्वारा नियमित तौर पर साईबर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें अपराधियों द्वारा रोजाना अपनाए जाने वाले तौर तरीकों को समझते हुए उन्हें रोकने के लिए रणनीति बनाई जाती है। हरियाणा पुलिस वित्तीय संस्थानों जैसे बैंको आदि के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए साईबर अपराध को रोकने की दिशा में सार्थक प्रयास कर रही है ताकि साईबर फ्रॉड की सूचना मिलते ही बैंक खातों को फ्रीज़ किया जा सके। इसके लिए साईबर हैल्पलाइन नंबर पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या 35 से बढ़ाकर 70 की गई है।
इसके अलावा, इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर(आई4सी) तथा हरियाणा पुलिस अब एक प्लैटफॉर्म पर काम कर रही है। यहां पर देश भर के 20 बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड की गई राशि को फ्रीज करने के लिए प्रभावी कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही, हरियाणा पुलिस के साथ तीन बड़े बैंको नामतः एचडीएफसी, पीएनबी तथा एक्सिस के प्रतिनिधि हरियाणा-112 के कार्यालय में स्थापित किए गए केन्द्र में साइबर फ्रॉड रोकने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश पुलिस आम जनता की कमाई बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के आदेश पर पंचकूला 112 ईआरएसएस बिल्डिंग में स्थित नेशनल साईबर हेल्पलाइन 1930 मुख्यालय में इंसिडेंट मैनेजर नियुक्त किए है। उन्होंने बताया कि इन इंसीडेंट मैनेजरों की ज़िम्मेदारी होती है कि ठगी की रिपोर्टिंग हेल्पलाइन-1930 पर दर्ज होने पर ठगी की रकम जिस बैंक में गई है, तुरंत उस बैंक के नोडल अधिकारी से संपर्क कर, ठगी की रकम को फ्रीज़ करवाएं।
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के माध्यम से भी लोगों को किया जा रहा है जागरूक
उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए लोगों को साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि रोजाना अपराधी नए तरीके अपनाते है और लोगों को झांसे में लेकर उनके साथ ठगी करते है। हरियाणा पुलिस इन सभी तरीकों के बारे में लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से सांझा करती है ताकि लोगों को इनके बारे में जानकारी हो और वे साइबर ठगी का शिकार ना हो। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपने बैंक खाता संबंधी निजी जानकारी अथवा ओटीपी सांझा ना करें। किसी अनजान व्यक्ति की बातों में आकर कोई एप अपने फोन में डाउनलोड ना करें। गूगल पर सर्च किए गए नंबर पर फोन ना करें बल्कि किसी भी कंपनी अथवा संस्था की आधिकारिक वैबसाईट पर दिए गए नंबर पर ही संपर्क करे। याद रहे कि पैसा एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में भेजने के लिए ओटीपी की जरूरत पड़ती है ना कि पैसा मंगवाने के लिए। लोग संदेह की स्थिति में तुरंत हैल्पलाइन नंबर-1930 डायल करके परामर्श ले सकते हैं।
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