UP पुलिस पेपर लीक मामले में योगी सरकार का एक्शन, अफसर पर गिरी गाज, इन्हें मिली जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में योगी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है । योगी सरकार ने पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले में डीजी रेणुका मिश्रा को उनके पद से हटा दिया है । अब राजीव कृष्ण को डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है ।
1990 बैच की अधिकारी रेणुका मिश्रा इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष थीं । अब उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है । वहीं साल 1991 बैच के अधिकारी राजीव कृष्णा अभी तक यूपी सरकार के सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे । अब वह इस जिम्मेदारी के अलावा पुलिस महानिदेशक/ यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभालेंगे ।
दिया गया था ये निर्देश
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा को निरस्त कर दिया था. इस परीक्षा में कथित रूप से प्रश्न पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायतें प्राप्त हुई थी. तब अगले छह महीने के अंदर फिर से परीक्षा करने का निर्देश दिया गया था.
शासन को उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों तथा आयोग की रिपोर्ट के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया था कि लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2023 की दोनों सत्रों की परीक्षाओं को निरस्त कर दिया जाए. इसकी परीक्षा आगामी छह माह में फिर से कराई जाए.
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए थे कि इस प्रकार के आपराधिक कृत्य में सम्मिलित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी वैधानिक और दंडात्मक कार्यवाही हेतु प्रकरण राज्य की एसटीएफ को संदर्भित किया जाए. एसटीएफ शीघ्रातिशीघ्र इसकी विवेचना संपन्न करेगी तथा इस कृत्य में लिप्त सभी उत्तरदायी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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