यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी मे हुए शामिल , मनोज तिवारी ने बीजेपी मे कराया शामिल
बिहार के जाने-माने यूट्यूब मनीष कश्यप अब हुए भगवाधारी। अपनी मां के कहने पर लिया इतना बड़ा कदम
प्रेरणा ढिंगरा
आपको बता दे कि मनीष कश्यप ने बीजेपी का हाथ थाम लिया है। उनके फैंस इस बात को लेकर काफी खुश नजर आ रहे हैं। मनीष कश्यप ने बताया कि वह अपनी मां के कहने पर भाजपा में शामिल हुए, जब भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी ने मनीष कश्यप की मां को फोन करके मनीष कश्यप को बीजेपी ज्वाइन करने के लिए कहा तब उन्होंने अपनी मां की बात ना टालते हुए यह कदम उठाया। उन्होंने दिल्ली में स्थित बीजेपी मुख्यालय जाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और अब खबर आ रही है की वह आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी से विधान परिषद का चुनाव लड़ सकते हैं। साल 2020 में वह बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़े थे। वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे थे, पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मनीष कश्यप ने यह भी कहा कि उनके विचारधारा भारतीय जनता पार्टी से मिलती है।
मनोज तिवारी ने इस मुद्दे पर कहा कि “मोदी जी के कार्य, विकास से प्रभावित होकर मनीष बीजेपी में आ रहे हैं। मनीष कश्यप ने अपने करियर में लोगों के मुद्दे को उठाया, मोदी जी के समर्थन में बातें की साथ ही उन्होंने जनता के मुद्दों को उठाया। मनीष को गैर बीजेपी सरकारों ने परेशान किया लेकिन बीजेपी ने बुरे दौर में भी उनका साथ दिया।
जानिए कौन है मनीष कश्यप
मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी तिवारी है। वह एक युटुबर है, जो अपने चैनल में अक्सर बिहार से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाते हैं। धीरे-धीरे सफलता की और बढ़ने वाले मनीष कश्यप का नाम आज पूरे बिहार में काफी प्रसिद्ध है। उनके “मनीष कश्यप सन ऑफ़ बिहार” नाम के यूट्यूब चैनल पर 8.75 लाख सब्सक्राइबर्स है। 9 मार्च 1991 में बिहार के चंपारण जिले के अंदर मनीष कश्यप का जन्म हुआ और पुणे से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने कुछ समय तक नौकरी भी की।
मनीष कश्यप पर क्या चल रहा है विवाद?
उनका करियर सही दिशा में चल ही रहा था कि सोशल मीडिया पर डाली एक वीडियो के बाद वह विवादों से घिर गए। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर की थी । जिसमें तमिलनाडु की पुलिस बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट कर रही है, लेकिन तमिलनाडु की पुलिस ने और बिहार पुलिस ने इस मामले को पूरी तरीके से झुटला दिया और वीडियो को झूठा बताया।
एक और मामला मनीष कश्यप के खिलाफ काफी चर्चा में रहा था। उनके खिलाफ भाजपा विधायक के साथ मारपीट का भी मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके चलते वह 9 महीने जेल की सलाखों के पीछे रहे। लेकिन जेल से बाहर आने के बाद मनीष कश्यप की लोकप्रियता और बढ़ गई।
हैरानी की बात तो यह है कि जिस विधायक की मारपीट के आरोप में मनीष कश्यप को जेल की हवा काटने पड़ी, अब वह उन्हीं के साथ काम करते हुए भी नजर आएंगे। सरकार के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते हुए मनीष कश्यप ने खुद सरकार का हाथ थाम लिया है। अब क्या इससे उनके यूट्यूब पर आने वाली वीडियो मैं किसी तरीके का कोई बदलाव दिखेगा? यह तो आने वाला वक्त बताएगा ।
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