बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान बनाने के लिए करे कार्य
घरौंडा में एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे राज्यपाल
प्रवीण सिंह वालिया, करनाल 8 दिसम्बर। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हमें बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य के साथ-साथ संस्कारवान बनाने के लिए भी कार्य करना चाहिए, तभी वे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की तरक्की में भागीदार बनेंगे। राज्यपाल अचार्य देवव्रत शुक्रवार को करनाल के घरौंडा में स्थित एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन को उन्नति की तरफ ले जाने के लिए शिक्षा का अहम योगदान है। हमें बच्चों को संस्कारित व उत्तम शिक्षा देनी चाहिए। इससे न केवल बच्चे का विकास होगा बल्कि परिवार, देश व समाज के लिए भी यह बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि भौतिक रूप से हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन हमारे आदर्श और हमारी परंपराओं को संभालकर रखने की जरुरत है। इन आदर्शों और परंपराओं को हमारे देश की युवा पीढ़ी ही संभालकर रखेगी।
भारतीय जीवन मूल्य हमारी धरोहर-
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारतीय जीवन मूल्य हमारी धरोहर हैं। पहले हम संयुक्त परिवार में रहते थे, एक दूसरे के सुख-दुख की बात करते थे। आभाव में रहकर भी चैन की नींद लेते थे और सुखी जीवन जीते थे। इस बनावटी जीवन में सुख नहीं है। हमें अपने जीवन मूल्यों को ध्यान में रखकर अपने बच्चों को संस्कार देने हैं, ताकि हमारे बच्चे सामाजिक, राष्ट्रीय जिम्मेदारी का निर्वहन कर सके। उन्होंने कहा कि आज आर्य स्कूल घरौंडा जैसे कुछ शिक्षण संस्थान शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ विचारों की दृष्टि से संस्कारों से जुड़ी शिक्षा भी दे रहे हैं, जिससे हमारे बच्चे वैचारिक दृष्टि से आगे बढ़ रहे हैं।
हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही बेटियां-
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। एक जमाना था जब बेटियों को पढ़ाई से वंचित रखा जाता था, नारी पर अत्याचार होते थे लेकिन स्वामी दयानंद सरस्वती ने वैचारिक क्रांति से इन व्यवस्थाओं को ध्वस्त किया। आज बेटियां नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में विकास कार्य हो रहे हैं।
प्रवीण सिंह वालिया, करनाल 8 दिसम्बर। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हमें बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य के साथ-साथ संस्कारवान बनाने के लिए भी कार्य करना चाहिए, तभी वे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की तरक्की में भागीदार बनेंगे। राज्यपाल अचार्य देवव्रत शुक्रवार को करनाल के घरौंडा में स्थित एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन को उन्नति की तरफ ले जाने के लिए शिक्षा का अहम योगदान है। हमें बच्चों को संस्कारित व उत्तम शिक्षा देनी चाहिए। इससे न केवल बच्चे का विकास होगा बल्कि परिवार, देश व समाज के लिए भी यह बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि भौतिक रूप से हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन हमारे आदर्श और हमारी परंपराओं को संभालकर रखने की जरुरत है। इन आदर्शों और परंपराओं को हमारे देश की युवा पीढ़ी ही संभालकर रखेगी।
भारतीय जीवन मूल्य हमारी धरोहर-
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारतीय जीवन मूल्य हमारी धरोहर हैं। पहले हम संयुक्त परिवार में रहते थे, एक दूसरे के सुख-दुख की बात करते थे। आभाव में रहकर भी चैन की नींद लेते थे और सुखी जीवन जीते थे। इस बनावटी जीवन में सुख नहीं है। हमें अपने जीवन मूल्यों को ध्यान में रखकर अपने बच्चों को संस्कार देने हैं, ताकि हमारे बच्चे सामाजिक, राष्ट्रीय जिम्मेदारी का निर्वहन कर सके। उन्होंने कहा कि आज आर्य स्कूल घरौंडा जैसे कुछ शिक्षण संस्थान शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ विचारों की दृष्टि से संस्कारों से जुड़ी शिक्षा भी दे रहे हैं, जिससे हमारे बच्चे वैचारिक दृष्टि से आगे बढ़ रहे हैं।
हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही बेटियां-
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। एक जमाना था जब बेटियों को पढ़ाई से वंचित रखा जाता था, नारी पर अत्याचार होते थे लेकिन स्वामी दयानंद सरस्वती ने वैचारिक क्रांति से इन व्यवस्थाओं को ध्वस्त किया। आज बेटियां नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में विकास कार्य हो रहे हैं।
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