ओम बिरला की भाषा पर विवाद : संसद में दीपेंद्र हुड्डा से बोले , किस पर आपत्ति, किस पर नहीं सलाह मत दो, चलो बैठो
हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट से सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज संसद में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के निशाने पर आ गए और ओम बिरला ने उन्हें डांट दिया । दरअसल दीपेंद्र हुड्डा संविधान की जय को लेकर स्पीकर को कह रहे थे कि उन्हें किसी प्रकार की आपत्ति नहीं होनी चाहिए इसी बात को लेकर लोकसभा स्पीकर उनसे नाराज हो गए ।
भाजपा ने लिखा बदतमीजी की इसलिए डाटा
स्पीकर ओम बिरला के दीपेंद्र हुड्डा को डांटने को लेकर हरियाणा भारतीय जनता पार्टी ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा बदतमीजी करने पर दीपेंद्र हुड्डा को डांट पड़ी ।
कांग्रेस का बीजेपी के बयान पर पलटवार
हरियाणा कांग्रेस ने बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए लिखा इसी अहंकार ने आपको हाफ किया है और यही अहंकार आपको साफ कर देगा संविधान की बात करना बत्तमीजी नहीं एक सांसद का कर्तव्य है । आधी अधूरी वीडियो डालकर बहकाऔ मत
क्या था पूरा मामला जो राजनीति हो गई गर्म
दरअसल 18वीं लोकसभा के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर गुरुवार को शपथ ले रहे थे । शपथ के अंत में उन्होंने जय संविधान कहा । इसके बाद प्रतिपक्ष में बैठे सांसदों ने भी जय संविधान कहा । वीडियो में दिखाई पड़ता है शशि थरूर स्पीकर से हाथ मिलाकर नीचे उतरे तो स्पीकर ओम बिरला ने कहा
” संविधान की शपथ तो ले ही रहे हैं यह संविधान की शपथ है ? ”
ओम बिरला की आवाज सुनकर दीपेंद्र हुड्डा सीट से खड़े हुए उन्होंने दो बार कहा स्पीकर सर इस पर आपको आपत्ती नहीं होनी चाहिए ।
इतना सुनने के बाद स्पीकर साहब नाराज हो गए और बोले किस पर आपत्ति , किस पर आपत्ति नहीं , वह सलाह मत दिया करो , चलो बैठो
दीपेंद्र हुड्डा बोले , जनता फैसला करें कि बोलना गलत या टोकन गलत
इस पूरे मामले को लेकर दीपेंद्र हुड्डा ने एक वीडियो पोस्ट करके सवाल पूछा है क्या अब देश की संसद में भी जय संविधान बोलना गलत हो गया है । अब देश की जनता फैसला करेगी कि संसद में जय संविधान बोलना गलत है या जय संविधान बोलने वाले को टोकना गलत है ।
हरियाणा कांग्रेस मीडिया प्रभारी चांद वीर हुड्डा का आया बयान
आज भरी लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला जी ने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ बेहद गलत तरीके से पेश आए हैं और सांसद को बेइज्जत किया ,मगर क्या आपको पता है?
दीपेंद्र हुड्डा इस बार लोकसभा में लगभग साढ़े 3 लाख वोट से जीतकर गए हैं और ओम बिरला मात्र 40 हज़ार वोट से।
दीपेंद्र हुड्डा 5 बार के सांसद हैं और ओम बिरला मात्र 3 बार के।
2005 में सांसद बनने वाले दीपेंद्र हुड्डा उस समय के सबसे युवा सांसद थे।
दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा जैसे राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में बेहद ही लोकप्रिय हैं।
ओम बिरला जी ने इतने जनाधार वाले नेता का अपमान करके बेहद ही अहंकार भरी सोच प्रदर्शन किया है।
देश में संविधान का राज है , संविधान ने ही ओम बिरला जी को स्पीकर बनने का अवसर दिया है। अहंकार की वजह से पद की मर्यादा और सांसद का सम्मान भूल चुके स्पीकर सर
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने भी पूछा सवाल
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने दीपेंद्र हुड्डा के वीडियो को लेकर सवाल पूछा है क्या भारत की संसद में जय संविधान नहीं बोला जा सकता । संसद में सत्ता पक्ष के लोगों को असंसदीय और असंवैधानिक नारे लगाने से नहीं रोका गया लेकिन विपक्षी सांसद के जय संविधान बोलने पर आपत्ति जताई गई । चुनाव के दौरान सामने आया संविधान विरोध अब नए रूप में सामने है जो संविधान को कमजोर करना चाहता है जिस संविधान से संसद चलती है जिस संविधान की हर सदस्य शपथ लेता है जिस संविधान से हर नागरिक को जान और जीवन की सुरक्षा मिलती है अब प्रतिपक्ष की आवाज दबाने के लिए उसे संविधान का विरोध संसद में किया जाएगा ।
ओम बिरला से रहम की उम्मीद रखना विपक्ष के सांसदों को नहीं लगती
18वीं लोकसभा में भी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से विपक्ष के सांसदों को रम की उम्मीद करना बेमानी है । 17वीं लोकसभा में भी ओम बिरला ने विपक्ष के 140 सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया था । यहां तक की राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के मामले को लेकर भी एक दिन बाद ही सदस्यता रद्द कर दी गई थी । और गुरुवार को 18वीं लोकसभा का तीसरा ही दिन था जिसमें ओम बिरला ने अपने तेवर विपक्ष को दिखा दिए हैं कि आने वाले दिन किस तरीके के रहने वाले हैं । भले 18वीं लोकसभा में 10 साल बाद विपक्ष मजबूत हुआ हो पर होगा वही जो बिरला चाहेंगे ।
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