एयर क्रैश में कौन-सी सीट होती है सबसे सुरक्षित?
जानिए विंडो सीट कितनी खतरनाक होती है !
रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय
अहमदाबाद
अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान AI-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी 242 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद एक बार फिर यह सवाल चर्चा में है कि विमान में कौन-सी सीट सबसे सुरक्षित होती है और किस पर बैठना ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है?
क्या वाकई विंडो सीट है सबसे खतरनाक?
हां, कई एविएशन रिसर्च और एक्सपर्ट रिपोर्ट्स के अनुसार विंडो सीटें, विशेष रूप से बीच की पंक्तियों में, जोखिमपूर्ण मानी जाती हैं। जब विमान में आग लगती है या तेज़ टक्कर होती है, तो बाहर निकलने का रास्ता ब्लॉक हो सकता है, और विंडो सीट पर बैठे यात्रियों के पास जल्दी रेस्क्यू होने के मौके कम होते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, विंडो सीट पर बैठे यात्रियों की बचने की संभावना केवल 53% तक होती है, जबकि एविएशन एक्सपर्ट डग ड्रूरी के अनुसार विमान के पीछे बैठे यात्रियों की जान बचने की संभावना 72% तक हो सकती है।
आंकड़ों में क्या कहती है रिसर्च?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई 105 से अधिक विमान हादसों की समीक्षा में सामने आया कि:
- विमान के पिछले हिस्से में बैठने वाले यात्री सबसे सुरक्षित माने जाते हैं।
- आग लगने की स्थिति में जो यात्री इमरजेंसी गेट के पास बैठे होते हैं, उनके पास तेजी से बाहर निकलने का बेहतर मौका होता है।
- बीच की गलियारे वाली सीटों पर बैठने वालों की मृत्यु दर सबसे अधिक पाई गई है – करीब 44%।
टाइम मैगजीन के एक विश्लेषण के अनुसार:
- पिछली सीटों पर मौत का खतरा: 32%
- विमान के आगे वाले तीसरे हिस्से में खतरा: 38%

विशेषज्ञों की राय:
प्रो. डग ड्रूरी (सेंट्रल क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी) कहते हैं:
“विमान की रचना और क्रैश की प्रकृति को देखते हुए, पीछे की सीटें अपेक्षाकृत ज्यादा सुरक्षित होती हैं। वहीं, आगे या बीच की विंडो सीटें खतरनाक मानी जाती हैं, खासकर जब आग या टक्कर जैसी स्थिति उत्पन्न हो।”
इमरजेंसी गेट के पास क्यों ज्यादा सुरक्षित?
ग्रीनविच यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के अनुसार:
- जो यात्री इमरजेंसी एग्जिट के आसपास बैठते हैं, उनके पास विमान से बाहर निकलने का मौका ज़्यादा होता है।
- आग लगने या धुआं भरने की स्थिति में गेट से पांच पंक्ति के अंदर बैठे लोग जल्दी निकल सकते हैं।
सुरक्षित सफर की कुंजी सीट चयन में भी है
हालांकि कोई सीट पूरी तरह “सुरक्षित” नहीं कही जा सकती, लेकिन आंकड़े और रिसर्च यह दर्शाते हैं कि विमान के पीछे के हिस्से में, खासतौर पर इमरजेंसी गेट के पास बैठना ज्यादा बेहतर होता है।
विंडो सीट, खासकर विमान के बीच वाले सेक्शन में, जोखिमपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि आपात स्थिति में वहां से बाहर निकलना ज्यादा मुश्किल होता है।
एहतियात और जागरूकता ज़रूरी:
- उड़ान भरने से पहले सुरक्षा निर्देशों को ध्यान से सुनें।
- इमरजेंसी एक्जिट लोकेशन की जानकारी रखें।
- अपने बैठने की स्थिति को समझकर सावधानी बरतें।
रिपोर्ट: ख़बरी प्रसाद डिजिटल डेस्क
तारीख: 13 जून 2025
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