केंद्रीय कैबिनेट में ज्यादा से ज्यादा कितने मंत्री बनाए जा सकते हैं
लोकसभा में कुल सदस्यों की संख्या के 15 फीसदी मंत्री केंद्र में हो सकते हैं । और वर्तमान में लोकसभा के कुल सदस्यों की संख्या 543 है । उस आधार पर प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में अधिकतम 81-82 मंत्री हो सकते हैं । इन मंत्रियों को अलग-अलग विभागों की ज़िम्मेदारी दी जाती है। जिसके बाद सभी मंत्रियों को अपने विभागों को दुरुस्त रखते हुए काम कराने होते हैं और रिपोर्ट लेनी होती है। पीएम द्वारा कभी भी किसी भी मंत्री से कामों की रिपोर्ट मांगी जा सकती है।
इस बार सहयोगी दलों को भी मिलेगा मौका
इस बार भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत में नहीं आ पाई है जिसकी वजह से सहयोगी दलों से जीतकर आए सांसदों को भी मंत्री बनने का मौका मिलेगा । सहयोगी दलों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण तेलुगू देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के कोटे से मंत्री ज्यादा बनेंगे।
महत्वपूर्ण विभाग भाजपा रखेगी अपने पास
क्योंकि इस बार एनडीए की सरकार में सहयोगी दलों का भी दरबार रहने वाला है तो ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण पद जिम गृह मंत्रालय रक्षा मंत्रालय वित्त मंत्रालय विदेश मंत्रालय शामिल है भारतीय जनता पार्टी अपने पास ही रखना चाहेगी । हालांकि मिली जानकारी के अनुसार सहयोगी दल खास तौर से जनता दल यूनाइटेड वित्त मंत्रालय पर निगाह रखें हुए हैं । क्योंकि जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार है और अगले साल ही बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं तो अगर वित्त मंत्रालय जदयू के पास रहेगा तो वह ज्यादा से ज्यादा वित्त बिहार ले जाने की कोशिश करेंगे।
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