मंत्री देवेंद्र बबली के काफिले के आगे आए दो व्यक्ति- पुलिस ने किया गिरफ्तार, विरोध में पुलिस थाना घेरा- दिया धरना, मामला भड़का
प्रमोद गर्ग, जाखल: जाखल खंड के गांव नडे़ल में विकास कार्यों का उद्घाटन करने आए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के काफिले के आगे गांव वासी दो व्यक्ति आ गए। जैसे ही मंत्री के काफिले की पुलिस पायलट टीम ने दोनों को गाड़ी के आगे आता देखा तो उन्हें तुरंत पकड़ लिया और जाखल पुलिस थाना ले आई। जहां पुलिस ने पुलिस पायलट टीम के इंचार्ज की शिकायत पर उनके खिलाफ ड्यूटी में बाधा डालने एवं रास्ता रोकने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही मामले की जानकारी भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां को मिली तो एकत्रित हुए किसानों ने दोनों को रिहा करने की मांग को लेकर पुलिस थाना के मेन गेट को बंद कर धरना एवं रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब 3 घंटे तक चल धरना एवं रोष प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे तो टोहाना डीएसपी ने किसानों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन किसान उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग पर पड़ गए। किसानों ने इस मामले में शुक्रवार से पुलिस थाना के बाहर अनिश्चितकालीन धरना एवं रोष प्रदर्शन किए जाने का ऐलान कर दिया है। जिससे मामला भड़क गया है।
पुलिस पायलट टीम के इंचार्ज ने पुलिस थाना में दर्ज करवाई गई शिकायत में बताया कि आज सुबह जब विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली गांव नड़ेल में विकास कार्यों का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे हुए थे तो गांव वासी भगवान दास एवं एक किसान कुलदीप सिंह मंत्री बबली के काफिले की गाड़ी के आगे आ गए। शिकायत में बताया गया है कि दोनों ने मंत्री के काफिले की गाड़ियों का रास्ता रोका एवं उनकी ड्यूटी में बाधा भी डाली है। शिकायत में यह भी कहना है कि कुलदीप सिंह के हाथ में तेज धार दराती भी थी। पायलट इंचार्ज की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत दोनों पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बिना छानबीन के किया मामला दर्ज
पुलिस थाना के में गेट को बंद कर धरना एवं रोष प्रदर्शन करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राज्य सचिव अजय सिधानी, प्रधान धर्मवीर, उत्तम तलवाड़ी, देव सिंह चुहड़पुर, बलकार सिंहं चोटियां, जगतार सिंह, बंटी कासिमपुर, काला नडे़ल, संजू सिधानी सहित अनेक महिलाओं ने बताया कि दोनों सरासर नाजायज तौर पर मंत्री के दबाव में फंसाए जा रहे हैं। जिसमें से एक किसान अपने खेत से काम करते हुए लौट रहा था और उसके हाथ में काम करने वाली दराती थी। जो कि किसान का ही औजार है। लेकिन पुलिस ने उसे ही तेजडर हथियार बना दिया है। प्रशासन सरेआम किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि पुलिस ने बिना किसी छानबीन के और बिना किसी मामले की पुष्टि के दोनों व्यक्तियों पर जिस प्रकार से गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया है, वह सब उनकी आवाज एवं हकों को दबाने के लिए किया जा रहा है। लेकिन वह तब तक नहीं मानेंगे जब तक की दोनों को रिहा नहीं किया जाता। किसान नेताओं ने कहा कि आज उन्होंने सांकेतिक धरना एवं रोष प्रदर्शन किया था। लेकिन शुक्रवार से पुलिस थाना के बाहर अनिश्चितकालीन धरना एवं रोष प्रदर्शन किया जाएगा। अगर इसके बाद भी उनकी आवाज को नहीं सुना गया तो रोड जाम करने जैसे कदम भी उठाने पड़ेंगे।
पायलट टीम के इंचार्ज की शिकायत पर मामला हुआ दर्ज
दोनों व्यक्ति मंत्री बबली के काफिले के आगे आए हैं। जिनके ऊपर रास्ता रोकने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। छानबीन के आधार पर जो भी आगे की कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
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