पहले दिन ही चरमराई व्यवस्था , तेल सप्लाई पर बड़ा असर !! जानिए क्या होगी आगे की स्थिति
नए मोटर व्हीकल कानून के विरोध में देशव्यापी हड़ताल ,व्यवस्थाएं चरमराई क्या होगा आगे ?
नई मोटर व्हीकल कानून को लेकर ज्यादातर राज्यों में कमर्शियल वाहन जहां खड़े हो गए हैं और उसकी वजह से पेट्रोल एवं डीजल के साथ-साथ एसेंशियल चीजों की सप्लाई पर बड़ा असर पड़ा है । जहां देश के कई राज्यों में पेट्रोल एवं डीजल के पंप सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं । वही रोजाना इस्तेमाल में की जाने वाली वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी होने लगी है । सबसे बड़ा संकट दूध और सब्जी की सप्लाई पर पड़ गया है ।
भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन केस के मामले में किया गया परिवर्तन के विरोध में संपूर्ण भारत में तीन दिवसीय हड़ताल का आवाहन किया गया है आज इस हड़ताल का दूसरा दिन है । पहले ही दिन इस हड़ताल के कारण व्यवस्था चरमरा गई है । बताते चलें कि परिवर्तन के विरोध में ट्रक टैक्सी और बस ऑपरेटरों के द्वारा हड़ताल की जा रही है उनका कहना है कि इससे अनावश्यक शोषण का शिकार उन्हें होना पड़ेगा
क्या हुआ है बदलाव.?
दरअसल महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्ताक्षर के बाद अब ही हिट & रन केस के मामले में बनाया गया विधेयक अब कानून बन गया है । इसके मुताबिक हिट एंड रन केस के मामले में 7 लाख रुपए की पेनाल्टी और 10 साल तक की सजा हो सकती है। सरकार के द्वारा ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सावधानी पूर्वक तरीके से वाहन चलाया जाए और वाहन चालकों में इस बात का भय हो कि हमें बहुत ही सावधानी पूर्वक गाड़ी चलानी है । जिससे किसी की जिंदगी खतरे में ना पड़े लेकिन ड्राइवर ऑपरेटर को यह नामंजूर है और उन्होंने हड़ताल का आवाहन कर दिया है।
सोमवार को किन राज्यों में क्या हुआ ?
ट्रांसपोर्ट थम जाने के कारण तमाम सामग्रियों की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है जिससे कि कई जगहों पर फल और सब्जियों की भारी किल्लत देखी गई वहीं सोमवार को महाराष्ट्र मध्यप्रदेश , गुजरात हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश ,हिमाचल, राजस्थान ,बिहार में स्थानीय ट्रांसपोर्ट यूनियंस ने निजी बसों तेल टैंकरो और टैक्सियों का संचालन बंद करके रखा है । हालांकि विभिन्न राज्यों में बंद का आंशिक असर देखने को मिला वहीं पंजाब, मध्य प्रदेश के इंदौर गुजरात के सूरत और हरियाणा के अंबाला में भी ट्रेवल्स की हड़ताल रही है वहीं कुछ जगहों से तेल की कमी की भी शिकायत आ रही है।
आज ट्रांसपोर्ट यूनियन के साथ हो सकती है बैठक
ट्रांसपोर्ट हड़ताल को देखते हुए सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है और संभावना जताई जारी की आज ट्रांसपोर्ट यूनियन के साथ केंद्र सरकार की बैठक हो सकती है जिसमें इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है । हालांकि कई जिलों के उपायुक्तों की तरफ से ट्रांसपोर्टरों को पत्र लिख दिया गया है कि एसेंशियल चीजों की सप्लाई नहीं रुकनी चाहिए । अगर उसके लिए पुलिस व्यवस्था की भी जरूरत पड़ेगी तो वह भी की जाएगी । आपको याद होगा कोरोना के दौरान ऑक्सीजन के सिलेंडरों को लाने के लिए पुलिस की गाड़ी के बीच में ऑक्सीजन के सिलेंडर लाए जाते थे । कहीं अगर यह हड़ताल लंबी चल गई तो संभव होता है पेट्रोल एवं डीजल की गाड़ियां पुलिस कस्टडी में ही पेट्रोल पंपों तक पहुंचेंगे ।
हिमाचल के ज्यादातर पेट्रोल पंप सूख गए
मिल रही जानकारी के अनुसार हिमाचल हरियाणा की सीमावर्ती जिला को नालागढ़ बद्दी सोलन परमाणु के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर सिर्फ मंगलवार तक का ही पेट्रोल एवं डीजल का स्टॉक बचा है । ज्यादातर लोगों ने अपनी अपनी गाड़ियां अभी से टंकी फुल कर कर खड़ी कर ली है की कहानी हड़ताल लंबी चली तो दिक्कत न होने पाए ।
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