थाने में युवक की मौत : नाराज परिजनों ने किया अंतिम संस्कार , 3 पुलिसकर्मी लाइनहाजिर
गर्भवती पत्नी ने कहा कि झूठे केस में फंसाया गया मेरा पति, न्याय दो
रिपोर्टर : रायपुररानी / पंचकूला : ललित / देवेन्द्र
रायपुररानी थाना क्षेत्र के गांव हंगोला निवासी अभिषेक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हुए विरोध और विवाद के बीच गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अभिषेक की मौत के बाद परिजन और ग्रामीणों ने पुलिस की कथित लापरवाही और झूठे मुकदमे का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की थी और तब तक अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था, जब तक दोषी पुलिसकर्मियों और झूठे मुकदमे दर्ज करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती। जानकारी के अनुसार, बुधवार को अभिषेक को गांव के हनुमान मंदिर में चोरी के आरोप में पुलिस के हवाले किया गया था। लेकिन कुछ घंटों बाद ही उसकी मौत की खबर सामने आई। पुलिस का दावा है कि युवक ने थाने के रिकॉर्ड रूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जबकि परिजनों का आरोप है कि अभिषेक को झूठे केस में फंसाया गया और हिरासत के दौरान क्रूरता की गई है। जिसके बाद गुरुवार तड़के चार बजे तक ग्रामीण थाना परिसर में डटे रहे। सुबह होते ही बड़ी संख्या में लोग, मृतक की मां केशो देवी, छह माह की गर्भवती पत्नी मोना और अन्य परिजन दोबारा थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग दोहराई। परिजनों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों और कथित झूठे मुकदमे दर्ज करवाने वालों पर कार्रवाई नहीं होती, वे युवक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं, पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर हर बार स्थिति को संभालते रहे और ग्रामीणों को समझाते रहे कि मामले की न्यायिक जांच मजिस्ट्रेट स्तर पर करवाई जा रही है।

बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष ने थाने पहुँचकर कानून प्रणाली पर उठाए सवाल, मृतक की मां का दावा झूठी रंजिशन में फंसाया गया था मेरा बेटा
घटना की सूचना मिलते ही दोपहर करीब 2 बजे बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण जमालपुर भी रायपुररानी थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस की गंभीर लापरवाही सामने आई है। उन्होंने थाने में मौजूद अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज करने की मांग की। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें मामले की संवेदनशीलता समझाते हुए शांति बनाए रखने का आग्रह किया। इस दौरान मृतक युवक की मां केशो देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे के खिलाफ पहले से ही रंजिश रखने वाले कुछ लोगों ने झूठा मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि हम जब तक झूठे मुकदमा दर्ज करवाने वालों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं देखेंगे, तब तक बेटे का शव संस्कार के लिए नहीं ले जाएंगे।
पत्नी मोना का दर्द – आधार कार्ड मांगने के बाद मिली पति की मौत की सूचना
मृतक युवक की छह माह की गर्भवती पत्नी मोना ने बताया कि उन्हें गांव के सरपंच ने सबसे पहले घटना की जानकारी दी। उनके अनुसार, पुलिस हमें बिना बताए अभिषेक को थाने ले गई। जिसके बाद शाम को सरपंच ने हमारे घर आकर आधार कार्ड मांगा और कहा कि थाना में मंगवाया गया है। जब हमने आधार कार्ड दे दिया और वो व्हाट्सएप किया गया, तभी कुछ देर बाद हमें बताया गया कि अभिषेक ने आत्महत्या कर ली है। हालांकि, पुलिस ने अपनी मर्जी से बिना हमें सूचित किए शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक हॉस्पिटल सेक्टर-6 पंचकूला भेज दिया। मोना ने स्पष्ट कहा कि हम जब तक न्याय नहीं पाएंगे, तब तक चुप नहीं बैठेंगे। जिन लोगों ने मेरे पति को झूठे केस में फंसाया है, उनके साथ ही सरपंच पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
अभिषेक का अंतिम संस्कार भारी पुलिस निगरानी में संपन्न, परिजनों ने राज्यपाल को सौंपा 6 सूत्रीय ज्ञापन
पंचकूला सेक्टर-6 अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब 5 बजे अभिषेक का शव उसके पैतृक गांव हंगोला में लाया गया। जहां शाम 7 बजे भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार किया गया। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इनमें जांच अधिकारी प्रताप सिंह, मुंशी सतीश और ऑपरेटर लक्की के नाम शामिल हैं। हालांकि, अंतिम संस्कार से पूर्व मृतक अभिषेक के परिजनों ने पुलिस अधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल के नाम छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। जिसमें मृतक अभिषेक की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराकर सच्चाई सामने लाने, झूठी शिकायत करने वालों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने, परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने, मृतक की गर्भवती पत्नी को सरकारी नौकरी देने, परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके परिजनों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे अपनी आवाज उठाते रहेंगे। इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में रोष का माहौल है और लोग जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच की पुष्टि की है और सभी बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
————क्या है पूरा मामला———
बुधवार को गांव हंगोला के हनुमान मंदिर में चोरी की सूचना के बाद ग्रामीणों ने अभिषेक नामक युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। आरोप था कि उसने मंदिर से पैसे चुराए। थाने लाने के कुछ घंटों बाद ही युवक ने रिकॉर्ड रूम में कथित तौर पर रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से ही गांव में आक्रोश का माहौल बना हुआ है।


Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!