नेताजी स्टेडियम में रात होते ही आवारा पशुओं का कब्जा: विधायक के चुनावी वादे का क्या हुआ?
खेल का मैदान बना पशुओं का अड्डा, प्रशासन की लापरवाही से खिलाड़ी और सैर करने वाले परेशान
रायपुररानी स्थित नेताजी स्टेडियम की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। पहले दिन में ही समस्या थी, लेकिन अब यह रात के समय और गंभीर हो गई है। जैसे ही अंधेरा होता है, स्टेडियम में आवारा गाय, बैल और सांड घुस आते हैं और पूरी रात वहां रहते हैं। इससे मैदान में गंदगी फैल रही है, घास नष्ट हो गई है और ट्रैक पर गोबर और कीचड़ जमा हो जाता है। रात को जब खिलाड़ी अभ्यास करने आते हैं या लोग सैर करने आते हैं, तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेडियम के गेट रात को खुले रह जाते हैं और सुरक्षा व्यवस्था का पूरी तरह से अभाव है। इसका परिणाम यह होता है कि इन पशुओं को अंदर घुसने का पूरा मौका मिल जाता है और इस स्थिति को देखते हुए अब स्टेडियम में खेलना या सैर करना असंभव सा हो गया है।
क्या विधायक का चुनावी वादा सिर्फ काग़ज़ों तक सीमित रह जाएगा
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कालका विधायक के पक्ष में वोटिंग अपील करते हुए नेताजी स्टेडियम का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने स्टेडियम को सुधारने और अपग्रेड करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने यह वादा किया था कि स्टेडियम के विकास के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे। लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है और समस्या जस की तस बनी हुई है। स्थानीय खिलाड़ियों का कहना है कि नेताजी स्टेडियम की हालत सुधारने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। न ही सुरक्षा बढ़ाई गई, न ही सफाई में कोई सुधार हुआ। हालांकि, खिलाड़ियों और स्थानीय निवासियों ने विधायक से अनुरोध किया है कि वे अपने चुनावी वादों को पूरा करें और इस मसले को गंभीरता से लें। वे चेतावनी देते हैं कि अगर समस्या का समाधान शीघ्र नहीं किया गया, तो आगामी चुनाव में इसका असर पड़ सकता है।
स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ी, प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
स्थानीय लोगों और खिलाड़ियों का कहना है कि उन्होंने बार-बार प्रशासन और पंचायत को इस समस्या के बारे में सूचित किया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। न तो गेट बंद किए जाते हैं, न ही कोई चौकीदार या सफाई कर्मचारी तैनात किया गया है। नाम ना बताने की शर्त पर एक व्यक्ति ने कहा कि हमने कई बार शिकायत की, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही। यह जगह हमारे लिए एक खेल का मैदान है, लेकिन अब यह आवारा पशुओं का अड्डा बन चुका है। जबकि स्थानीय लोग अब मांग कर रहे हैं कि स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत मजबूत किया जाए और उसे साफ-सुथरा रखा जाए, ताकि यह फिर से खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित और उपयोगी स्थान बन सके। फिलहाल, प्रशासन की लापरवाही को लेकर यह सवाल उठ रहा है कि क्या नेताजी स्टेडियम फिर से खेल का मैदान बनाया जा सकेगा या यह स्थान पूरी तरह से पशुओं का अड्डा बनकर रह जाएगा।
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