अबकी बार बस नैया पार सहयोगियों के सहारे मोदी सरकार
क्या ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा एनडीए को
बहुमत से दूर होने के बाद अब संघ की शरण में भाजपा
कुछ दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक निजी टीवी चैनल पर इंटरव्यू दिया था और कहा था कि भारतीय जनता पार्टी को अब संघ की जरूरत नहीं है क्योंकि भाजपा अब अपने बलबूते पर सरकार बना सकती है। क्या यही ओवर कॉन्फिडेंस तो नहीं जो भाजपा के दावे की अबकी बार 400 पार से तीसरी बार मोदी सरकार दूर रह गई है और रुझानों में मोदी सरकार 300 पर भी नहीं पहुंचती हुई नजर आ रही है।
हिमाचल प्रदेश. मध्य प्रदेश, दिल्ली में क्लीन स्वीप तो उत्तर प्रदेश हरियाणा और राजस्थान में बीजेपी की बत्ती गुल
हिमाचल प्रदेश , दिल्ली और मध्य प्रदेश में मोदी सरकार की गारंटी पर जनता ने मोहर लगाई है। हिमाचल में चार सीट पर दिल्ली में सभी 7 सीट पर और मध्य प्रदेश में सभी 29 सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने फतह हासिल की है।
मगर हरियाणा में जहां की 3 महीने के बाद में विधानसभा चुनाव होने हैं भाजपा की नाव डगमगा रही है। रुझानों में भाजपा की नाव में अब तक सिर्फ पांच उम्मीदवार ही बैठे हुए नजर आ रहे हैं।
जबकि उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी की नाव खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उम्मीदवार, योगी के मुख्यमंत्री और अयोध्या में राम मंदिर के बावजूद शायद प्रभु श्री राम का आशीर्वाद नहीं मिल पाया। उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी को पीछे छोड़ दिया है और खबर लिखे जाने के वक्त तक उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन 46 सीटों पर तो एनडीए गठबंधन 36 सीटों पर आगे चल रहा था।
सहयोगियों की शरण में मोदी सरकार
एग्जिट पोल के नतीजे के उलट नतीजे के आने के साथ ही मोदी सरकार ने सहयोगियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है और अचानक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा नेता मिलने पहुंच गए हैं। तो कह सकते हैं कि इस बार अगर तीसरी बार मोदी सरकार बनती है तो सहयोगी पूरी तरीके से हावी रह सकते हैं।
इंडिया गठबंधन की भी नजर एनडीए के सहयोगियों पर
इंडिया गठबंधन की भी नजर एनडीए के उन कमजोर सहयोगियों पर पड़ गई है जिनको वह आसानी से अपने पाले में ला सकते हैं और इसके लिए इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं ने एनडीए के दलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। कई मीडिया चैनल की रिपोर्ट्स के अनुसार खुद शरद पवार ने नेताओं से संपर्क करने की कमान अपने हाथ में ले ली है और जानकारी मिली है कि शरद पवार ने नीतीश कुमार से फोन पर बात की है। नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री बनाए जाने का ऑफर दिया गया है। हालांकि यह सिर्फ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ख़बर बताई जा रही है पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि यह पक्की खबर है। वही चंद्रबाबू नायडू से भी इंडिया गठबंधन संपर्क करने की कोशिश में लगा हुआ है तो इंडिया गठबंधन की भी पूरी कोशिश है कि अबकी बार इंडिया गठबंधन की सरकार बन जाए।
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