शेयर मार्केट के कुछ ऐसे योग ,जो कभी नहीं होने देंगे नुकसान
शेयर मार्किट एक ऐसा बिजनेस है तो सिर्फ पैसे की मार पर सबसे ज्यादा चलता है।कुछ जातको की कुंडली में ऐसी ग्रह स्थितियां होती है जो शेयर मार्किट में जातक को सफल बनाकर अच्छा धन लाभ देती है या शेयर मार्किट के छेत्र में ही कैरियर बना देती है तो कुछ जातको की कुंडली में ऐसे ग्रह योग होते है जो शेयर मार्किट में सिर्फ ओर सिर्फ पैसे का नुकसान देकर जातक को इस मार्किट में असफल बनाते है।
शेयर मार्किट के कुंडली का 5वां और 11वां भाव सबसे ज्यादा जिम्मेदार और महत्वपूर्ण है यही दोनों भाव शेयर मार्किट के है इसके आलावा दसवाँ भाव जो रोजगार का है और नवां भाव जो कि भाग्य का है उसका भी सफलता में योगदान है।शेयर मार्किट में सफलता के लिए सबसे पहले पंचम भाव के स्वामी की स्थिति केंद्र त्रिकोण भाव में बली होकर ग्यारहवे भाव के स्वामी से युति या दृष्टि सम्बन्ध में होनी चाहिए इसके साथ ही दूसरा भाव जो कि धन का है इस भाव के स्वामी का सम्बन्ध पाचवे या ग्यारहवे भाव या इन भावो के स्वामी से होना शेयर मार्किट के लिए शुभ स्थिति है।
शेयर मार्किट में पंचम भाव और ग्यारहवे भाव में शुभ भावो के स्वामी शुभ स्थिति में दृष्टि सम्बन्ध बनाये और यह ग्रह राहु के नक्षत्र में हो या राहु इन ग्रहो के साथ शुभ स्थिति 5वें या 11वे भाव में हो तब शेयर में सफलता हासिल होती है इसके साथ ही सूर्य गुरु और बुध यह तीन ग्रह भी बली होने चाहिए और कही न कही इनका सम्बन्ध 5वे और 11वे भाव भावेश से धन दायक भावो में या इन्ही 5 वे या 11वे भाव में होना सबसे शुभ होता है।बिना राहु की शुभ स्थिति के शेयर मार्किट में सफलता नही मिल सकती।राहु शेयर मार्किट का पक्का कारक है।यदि राहु 5वे या 11वे भाव में चन्द्र गुरु मंगल के साथ अशुभ स्थिति में बैठा हो कही। अन्य भाव में अशुभ स्थिति में होगा तो शेयर मार्किट में नुकसान देकर असफलता देगा।
5वे 11वे और दूसरे भाव का स्वामी ग्रह आपस में शुभ स्थिति और शुभ में जैसे की गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, लक्ष्मी योग, लक्ष्मी नारायण योग में हो, राहु केतु 11वे भाव के स्वामी के साथ 11वे या 5वे भाव में ही हो, बली और शुभ होकर बैठे हो तब शेयर मार्किट से लाभ और सफलता देते है।पंचम भाव और ग्यारहवे भाव में बेठे ग्रह और पंचमेश और ग्यारहवे भाव का स्वामी राहु के नक्षत्र में होना शेयर मार्किट से धन लाभ और सफलता देता है।दूसरे भाव का स्वामी भी केंद्र त्रिकोण में होना चाहिए 6, 8, 12भाव में धन भाव का स्वामी धन हानि देगा।
शेयर मार्किट में शुभ राहु-केतु महादशा अन्तर्दशा में सफलता मिलती है या पाचवे-ग्यारहवे भाव में बैठे ग्रहो और पंचमेश(पाचवे भाव के स्वामी)-एकादशेश(ग्यारहवे भाव के स्वामी) की शुभ दशा-अन्तर्दशा शेयर मार्किट में सफलता देती है।यही शेयर मार्किट सफलता सम्बंधित शुभ स्थितियां दशमांश कुंडली में बने या नवमांश कुंडली में बने भी बने तब सोने पर सुहाग जैसे फल की सफलता मिलती है।शेयर मार्किट में सफलता किस समय मिलेगी यह शेयर मार्किट के कारक राहु और शेयर मार्किट सफलता योग बना रहे ग्रहो की दशा में होगी।।
कनिका अग्रवाल,वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य
संपर्क नंबर : 9599315275
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!