सीट का कर्ज उतरेगी AAP, चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस को कर सकती है सपोर्ट
खबरी प्रशाद चंडीगढ़ केशव माहेश्वरी
मेरे मुन्ने भूल न जाना , दूध का कर्ज चुकाना, एक मशहूर फिल्म का यह गाना शायद हम सबने सुना होगा और कुछ उसी तर्ज पर चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी कांग्रेस का कर्ज उतारने जा सकती है। मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी का चंडीगढ़ में पहली बार मेयर कांग्रेस के सहयोग से बनने के बाद अब कर्ज उतारने की बारी आम आदमी पार्टी की है। लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास यह मौका है कि वह इस कर्ज को सूद ( भाजपा वाले अरुण सूद नहीं ) समेत उतार दें। मतलब पहले तो आम आदमी पार्टी अपना कैंडिडेट न उतारे और आम आदमी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार को दिल खोलकर समर्थन करें। कुछ ऐसी ही चाहत अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी आम आदमी पार्टी से हो गई है ।
मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच में सीटों को लेकर समझौता लगभग फाइनल हो चुका है और 6 सीट पर आम आदमी पार्टी और एक सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ने उतरेगी। संभावना पंजाब में भी समझौता होने की है। अगर ऐसा हो जाता है तो भारतीय जनता पार्टी को पंजाब और चंडीगढ़ दिल्ली में इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना पड़ेगा। खबर लिखे जाने के वक्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस हरियाणा में भी समझौता करेंगे जिसमें आम आदमी पार्टी के खाते में एक सीट जाएगी और कांग्रेस हरियाणा में 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी । अगर समझौता हो जाता है तो ।
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