अमलाला और चडियाला गांवों के निवासियों को सरकारी डेटाबेस में डाटा गलत, जनता परेशान
दोनों गांव डेराबस्सी में हैं, कागजों में दप्पर का पिन कोड गलत है, इसे सही करवाने के लिए लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है।
डेराबस्सी / पिंकी सैनी: के अंतर्गत अमलाला और चडियाला गांवों के निवासियों को सरकारी डेटाबेस में हुई गलती का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। आधार कार्ड में गांव का पिन कोड 147506 जो दप्पर (लालरू) का है जबकि डेराबस्सी का पिन कोड 140507 है।
ग्रामीणों द्वारा खोले गए बैंक खाते का पिन कोड डेराबस्सी द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे आधार कार्ड में दर्ज पिन कोड से भिन्न होने पर समस्या उत्पन्न होती है। उन्हें इसे ठीक कराने के लिए सेवा केंद्र, बीडीपीओ कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। यह समस्या तब से चली आ रही है जब से आधार कार्ड बनाये गये थे।\
ताजा मामले में चडियाला गांव की 14 वर्षीय स्कूली छात्रा को पिछले तीन साल से छात्रवृत्ति का पैसा नहीं मिला है, जो उसके बैंक खाते में आ रहा है। जब उसका परिवार अमलाला गांव में बैंक गया, तो उन्हें लड़की के आधार कार्ड में उसके पते के अंतर्गत दर्ज पिन कोड 147506 को सही करने के लिए कहा गया। छोटी लड़की अपनी मां के साथ लगभग 8 किलोमीटर दूर डेराबस्सी के सीएससी केंद्र पर पहुंचती है, जहां उसे एक फॉर्म भरने और गांव के सरपंच से उसे सत्यापित कराने के लिए कहा जाता है। नवगठित पंचायतों को अभी तक सरकार की ओर से किसी भी दस्तावेज को सत्यापित करने की अनुमति नहीं दी गई है, जिसके चलते उक्त लड़की व उसके परिजन डेराबस्सी बस स्टैंड के निकट बीडीपीओ कार्यालय पहुंचे। जब मैं वहां गया तो पता चला कि बीडीपीओ एक मीटिंग में गए हैं, जो तीन दिन बाद होने वाली है। सेवा केंद्र पर आधार कार्ड अपडेट करने के लिए भरा गया फॉर्म सरकारी अधिकारी से सत्यापन के बिना अपलोड नहीं किया जा सकता। इसके कारण ऑनलाइन व्यवस्था ग्रामीणों के लिए वरदान की जगह मुसीबत का पहाड़ बन गई है। दोनों गांवों के लोग आवश्यकता पड़ने पर सरकारी कार्यालयों में जाते हैं।
गांव चड़ियाला निवासी 14 वर्षीय तान्या और उसकी मां का कहना है कि यह काम बहुत जरूरी है और सरकारी डाटाबेस में गलती के कारण उन्हें नहीं पता कि उन्हें कितने दिन सरकारी दफ्तरों में धक्के खाने पड़ेंगे। अमलाला व चडियाला गांव के लोगों ने सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों से इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!