रणदीप सुरजेवाला का CM पद पर बड़ा बयान, कांग्रेस कैसे संभालेगी दिग्गज नेताओं को?
विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को हरियाणा में वोटिंग हुई। राज्य के 2 करोड़ 3 लाख वोटर 1031 प्रत्याशियों में से 90 विधायक चुनेंगे। इसी बीच मतदान के बाद पोलिंग बूथ से बाहर आकर सुरजेवाला ने दिया मुख्यमंत्री पद को लेकर दिया एक बड़ा बयान।
आप सबको बता दी की कैथल सीट से रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनकी दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने लीलाराम को चुनावी मैदान में उतारा है। विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा में 5 अक्टूबर यानी शनिवार को वोटिंग हुई। सब लोगों ने अपना अपना वोट डाला पर रणदीप सुरजेवाला ने पोलिंग बूथ के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान एक बड़ी बात कही। उनके बयान ने सब लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। यह बात मुख्यमंत्री पद को लेकर कहीं गई है।
रणदीप सुरजेवाला का कहना चुनाव नहीं लड़ा तो क्या?
अब सीएम दावेदारी को लेकर उनका कहना है कि “अगर चुनाव नहीं लड़ा तो इसका मतलब यह नहीं कि सरकार चलाने की आकांक्षा नहीं है। सीएम उम्मीदवार के पास हरियाणा में बदलाव और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने का विजन होना चाहिए। मेरे पास हरियाणा के विकास का विजन है। मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “लेकिन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा पार्टी के अनुशासन से बड़ी नहीं है। मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जो फैसला करेंगे, वह सभी को स्वीकार होगा। यह बात मैं भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा और बाकी सभी साथियों की तरफ से भी कह रहा हूं। मैं हरियाणा के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे बाहर आएं और अपना वोट डालें। ये वोट बदलाव के लिए है। 10 साल के भ्रष्टाचार से लोग थक चुके हैं, किसानों, युवाओं, पहलवानों और जवानों की हालत खराब हो गयी है। एक क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिलेगा। एकमात्र चुनौती कैथल का विकास है। मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं है। हम राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सीएम चेहरे के लिए लिए गए फैसले को स्वीकार करेंगे।”
कोन बनेगा सीएम?
हरियाणा में कांग्रेस के सीएम चेहरे को लेकर अभी तक पर्दा नहीं उठा है। शैलजा ने भी साफ कह दिया है कि “पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए शैलजा को इग्नोर नहीं कर सकती” फिलहाल हरियाणा चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए दंगल बन चुका है। दावेदारों में रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आगे आ रहा है, पर कोई चौथा नाम भी सामने आ सकता है। अब तक तो कांग्रेस तीनों दिग्गज नेताओं को एक साथ रखने में कामयाब रही पर यह कितने लंबे समय तक चलेगा यह देखने वाली बात होगी। हरियाणा कांग्रेस में बागी नेताओं की लिस्ट में अगर शैलजा भी शामिल हो जाएं तो हैरानी नहीं होगी। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का अगला कदम क्या होगा?
कैथल सीट से भाजपा के लीला राम, आप के सतबीर सिंह गोयत, जेजेपी के संदीप गढ़ी और कांग्रेस उम्मीदवार आदित्य सुरजेवाला चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, कैथल सुरजेवाला परिवार की पुरानी सीट है। चुनाव का परिणाम 8 अक्टूबर को आएगा। अगर 2019 की विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा ने 90 में से 40 सीटें जीती थीं और जेजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, जिसने 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस ने 31 सीटें हासिल की थीं। हालांकि, बाद में जेजेपी गठबंधन से अलग हो गई। इस बार जनता किस पार्टी पर जीत का ताज सजाती है यह तो देखने वाली बात होगी।
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