पंजाब में पैर पसारता गैंगस्टर कल्चर
पंजाब में जिस प्रकार गैंगस्टर कल्चर पनपने लगा है ,वह सरकार और पुलिस के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गैंगस्टरों के गुर्गे किशोर और नवयुवा लड़कों को शीघ्र अमीर बनने के सपने दिखाने के साथ साथ ब्रांडेड कपड़े और जूते का भी लालच देकर उन्हें गुनाह की दुनिया में धकेल रहे हैं।
अक्सर यह गुर्गे गरीब बच्चों की तलाश में रहते हैं और जो टीन एजर्स बच्चे इनके जाल में फंस जाते हैं उनके हाव-भाव में बड़ा अंतर देखने को मिल जाता है। ऐसे बच्चे महंगे हथियारों के भी शौकीन होते जा रहे हैं।
पंजाब के शिक्षकों का कहना है कि पहले पंजाब में भगत सिंह,शहीद ऊधम सिंह, राजगुरु और सुखदेव नौजवानों के आदर्श थे लेकिन अब यहां नवयुवकों एवं किशोरों ने लॉरेंस बिश्नोई ,जग्गू भगवानपुरिया ,अनमोल बिश्नोई ,गोल्डी बरार ,सचिन बिश्नोई , काला जटेडी, विक्रम बराड़ को अपना आदर्श मानना शुरू कर दिया है।
एक विशेषज्ञ क्राइम ने बताया कि आजकल पढ़े-लिखे भी इन अपराधियों की गैंग में भर्ती हो रहे हैं ,क्योंकि लाख कोशिशों के बाद भी यहां के युवाओं को सरकारी नौकरी या ढंग का रोजगार नहीं मिल पा रहा है। पैसा कमाने,रोजी रोटी चलाने और भौतिक चमक दमक से भरे सपनों को पूरा करने के लिए पंजाब के युवा इन गैंगस्टरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
पंजाब पुलिस के बड़े अधिकारियों का कहना है कि अब जितने गैंगस्टर रोजाना पकड़े जा रहे हैं उससे ज्यादा पैदा हो रहे हैं। आज सामाजिक ताना-बाना ही बिगड़ चुका है। आजकल स्कूल जाने वाले बच्चे भी गैंगस्टरों के लिए काम कर रहे हैं। टीन एजर्स बच्चे गैंगस्टरों के कहने पर फिरौती लेने के लिए लोगों के घरों के बाहर गोलियां चलाकर डराने का वातावरण पैदा कर रहे हैं। मानसा, मुक्तसर, बरनाला ,फिरोजपुर जिलों में ऐसी घटनाएं हो चुकी है।गैंगस्टर बच्चों का भी प्रयोग कर रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों से रेकी करवाई जा रही है और महिलाओं से हथियार भेजे जा रहे हैं।
पंजाब में बढ़ते गैंगस्टर कल्चर का आलम यह है कि किसी घटना को अंजाम देने के पश्चात गैंगस्टर तुरंत सोशल मीडिया पर घटना की जिम्मेवारी ले लेते हैं। पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के लिए ये चुनौती देते दिख रहे हैं।
पंजाब, हरियाणा ,राजस्थान,मुंबई और मध्य प्रदेश में हुई कुछ वारदातों का संबंध पंजाब के गैंगस्टरों से होने के कारण पंजाब पुलिस के हाथ पांव फूले हुए हैं। पिछले दिनों पंजाब पुलिस ने 51 गैंगस्टरों के गुर्गों का लंगड़ा अभियान अवश्य चलाया है जिससे गैंगस्टरों में थोड़ी घबराहट जरुर महसूस की जा रही है।
पंजाब पुलिस कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से लाने की कोशिश कर रही है। उधर, दिल्ली और हरियाणा की पुलिस गैंगस्टरों के एनकाउंटर करने में लगी हुई है। वहीं ,पंजाब का प्रसिद्ध गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया मारा जा चुका है उसने लॉरेंस बिश्नोई के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ था । कहा जा रहा है कि उसके कार्यकर्ता पुलिस से जा मिले हैं ,जो लॉरेंस गैंग को कमजोर करने में लगे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार पिछले एक महीने में 231 गैंगस्टरों के गुर्गे पकड़े जा चुके हैं, 23 एनकाउंटर और 37 गैंगस्टरों को पकड़ा जा चुका है।
पंजाब में अधिकतर गैंगस्टर नॉनवेज और महंगी शराब के शौकीन हैं, लूट का माल वह जिस तरह उड़ाते हैं देखने वाले दंग रह जाते हैं। इस धंधे में लगने के बाद उन्हें धन की कोई कमी नहीं होती है। तरनतारण में एक व्यक्ति चौथी बार फिरौती लेने गया था और उसकी हत्या हो गई। उसके रिकॉर्ड से पता चला है कि वह गरीब परिवार से संबंध रखता था।
गैंगस्टरों और बदमाशों पर काबू पाने के लिए पंजाब पुलिस नाकाम रही है, पंजाब में फिरौती और अपहरण की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में बढ़ती अपराधिक घटनाओं से जनता में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गैंगस्टरों के गुर्गे लोगों में डर पैदा करने के लिए फायरिंग का सहारा ले रहे हैं। इन लोगों द्वारा फिरौती की मांग की जाती है यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती तो गुर्गे घर के बाहर फायरिंग करके उन्हें भयभीत करने की कोशिश करते हैं। गैंगस्टरों के लिए काम करने वाले लोग अपने गली मोहल्लों में भोले भाले बनकर रहते हैं।
सूत्रों से पता चला है कि गैंगस्टरों के गुर्गों को काम सौंपा गया है कि वह धनी लोगों की लिस्ट बनाएं। उनके मोबाइल नंबर और संपर्क सूत्रों की लिस्ट भी मांगी गयी है। यह लिस्ट विदेश में बैठे उनके आकाओं तक पहुंचाई जा रही है। फिरौती की राशि मांगने वाले लोग प्राय: विदेशों में ही बसे हैं और वहीं से टेलीफोन करके फिरौती मांगने के काम को अंजाम देते हैं।
भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई नौजवानों को अपने जाल में फंसा कर भारत के विरुद्ध गतिविधियों को बढ़ावा देने में लगी हुई है। आज पंजाब के कई नौजवानों में देशभक्ति का जज्बा समाप्त होता जा रहा है और ये शीघ्र अमीर बनने के लालच में लूटमार के धंधों में लगे हुए हैं। एक ओर बढ़ती बेरोजगारी नौजवानों को गैंगस्टर कल्चर की ओर धकेलती जा रही है तो दूसरी ओर धन की चकाचौंध में नौजवान इसे अपनी हॉबी भी बना रहे हैं।
लेखक सुभाष आनंद
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