चुनाव टलने का कारण क्या ? बीजेपी को क्रॉस वोट का डर या कुछ और पार्षदों की अभी जरूरत ?
सदन में बहुमत के बावजूद टल गए पंचकूला नगर निगम के डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव
कांग्रेस का आरोप: हमारे पार्षदों को पद और पैसों का दिया जा रहा है ऑफर
मेयर कुलभूषण गोयल ने आरोपों को नकारा
खबरी प्रशाद पंचकूला रीतेश माहेश्वरी
46 महीने बाद सोमवार को होने वाले पंचकूला नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव , चुनाव अधिकारी सिमरनजीत कौर की अचानक तबीयत खराब होने के कारण टाल दिए गए हैं। इस अचानक बदलाव ने राजनीतिक चर्चाओं को गरमा दिया है, खासकर चंडीगढ़ में जनवरी 2024 में हुए नगर निगम चुनावों की याद ताजा कर दी, जहां चुनाव अधिकारी की तबीयत खराब होने पर भी चुनाव टाल दिए गए थे।
अब आपको इतिहास के पन्नों में ले जाते हैं। दरअसल जनवरी 2024 में चंडीगढ़ नगर निगम में चुनाव होने थे। तब चुनाव अधिकारी अनिल मसीह जोकि भाजपा कोटे से चंडीगढ़ नगर निगम में नॉमिनेटेड पार्षद थे , और आज भी है , उनकी अचानक तबियत खराब हो गई थी। उसके बाद चुनाव टाल दिए गए थे। जब चुनाव टाले गए थे उस वक्त भाजपा अल्पमत में थी। जब नई तारीख आई तब अनिल मसीह ने चुनाव करवाए और उसके बाद जो तस्वीर वायरल हुई, वो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई। और माननीय सुप्रीम कोर्ट तक को चंडीगढ़ के चुनाव को लेकर तल्ख टिप्पणी करनी पड़ी थी । तो कहीं पंचकुला नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव इतिहास के पन्नों में ना दर्ज हो जाएं। क्योंकि चंडीगढ़ और पंचकूला की दूरी महज 12 किलोमीटर की ही है ।
सोमवार को दिनभर क्या हुआ घटनाक्रम
चुनाव के लिए सोमवार सुबह 11 बजे प्रक्रिया शुरू होनी थी। कांग्रेस के पार्षद विधायक चंद्र मोहन के साथ चुनाव स्थल पर पहुंचे। उनके साथ जजपा के पार्षद राजेश कुमार भी थे। वहीं, भाजपा के सभी पार्षद पूर्व विधानसभा स्पीकर एवं पंचकूला से पूर्व विधायक ज्ञानचंद गुप्ता के साथ पहुंचे। रविवार को कांग्रेस और जजपा से भाजपा में शामिल होने वाले सुनीत सिंगला और सुशील गर्ग नरवाना कांग्रेस के झंडे वाली गाड़ी में पहुंचे जो सबके लिए आश्चर्य का विषय रहा। दरअसल 3 नवंबर, रविवार को ही दोनों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा का दामन थामा था। हालांकि, चुनाव स्थगित होने की खबर के बाद लौटते वक्त उनकी गाड़ी से कांग्रेस का झंडा हटा दिया गया था।
कांग्रेस ने लगाए आरोप और भाजपा ने की टिप्पणी
चुनाव टालने पर कांग्रेस विधायक चंद्र मोहन ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि भाजपा चुनाव से डर रही है और उनके पार्षदों को खरीदने का प्रयास कर रही है। चंद्र मोहन का दावा है कि चुनाव अधिकारी की बीमारी एक साजिश है ताकि क्रॉस वोटिंग के डर से चुनाव टाले जा सकें। साथ ही, कांग्रेस के अनुसार, कोर्ट द्वारा निर्धारित तिथि के बावजूद चुनाव न करवाना कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है और इसे कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
बीमार अधिकारी सिमरनजीत कौर को ढूंढते रहे कांग्रेसी नेता और पार्षद
चुनाव संपन्न करवाने वाली अधिकारी सिमरनजीत कौर को कांग्रेस के नेता और पार्षद सेक्टर 6 अस्पताल ढूंढने पहुंच गए कि क्या वाकई में वह बीमार है या सिर्फ चुनाव टालने के लिए बहाने बाजी की जा रही है । जिसका एक वीडियो भी कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर जारी किया है । कांग्रेस नेताओं का कहना था कि जब चुनाव तले गए थे तब मेयर कुलभूषण गोयल ने एक पत्र पढ़कर सुनाया था और उसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव अधिकारी सिमरनजीत कौर की तबीयत खराब हो गई है और वह सेक्टर 6 नागरिक अस्पताल में भर्ती है । जबकि वहां पहुंचने पर और जानकारी लेने पर सिमरनजीत कौर नाम से कोई भी महिला दोपहर लगभग 12:30 बजे तक एडमिट नहीं हुई थी । उनका कहना था इससे संदेह गहरा जाता है कि क्या चुनाव कराने के लिए भाजपा के इरादे ठीक हैं ।
भाजपा का उद्देश्य और पार्षदों को जोड़ा जाए !
खबरी प्रशाद के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, भाजपा दो कांग्रेसी पार्षदों के संपर्क में हैं , और इस वजह से कांग्रेस ने अपने पार्षदों की सुरक्षा बढ़ा दी है। हालांकि यह कौन से पार्षद है यह तो स्पष्ट नहीं हो पाया है। भाजपा से जुड़े एक सूत्र ने यह संकेत दिया कि पार्टी तब तक चुनाव नहीं कराएगी जब तक उनका बहुमत सुरक्षित नहीं हो जाता।
कुल मिलाकर सोमवार को पंचकूला में दिनभर की राजनीतिक गतिविधियों तेज रही । कागजों में बहुमत के बावजूद भाजपा नेताओं को यह विश्वास नहीं था अगर चुनाव हो जाएंगे तो सभी पार्षद भाजपा के उम्मीदवार को ही वोट देंगे । इस बात से यह लगता है कि भाजपा बहुमत के बावजूद क्रॉस वोटिंग के डर से चुनाव से बचने का प्रयास कर रही है। पंचकूला की राजनीति से करीब से जुड़े हुए लोगों का भी कामोबेस यही मानना है , कि भाजपा को चुनाव कराने चाहिए थे सरकार भाजपा की थी उसके बावजूद बटर किस बात का तो वहीं भाजपा की तरफ से बार-बार यही कहा जाता रहा की कोई भी व्यक्ति है बीमार हो सकता है इसमें भाजपा को घसीट कर लाना गलत बात है ।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!