आपसी खींचतान के बीच पंचकूला में हुआ रावण दहन का कार्यक्रम
असत्य पर सत्य की हुई विजय
171 फुट का रावण का पुतला हुआ रिमोट कंट्रोल से दहन
देश के सबसे बड़े रावण को देखने उमड़ा जनसैलाब
देश के सबसे ऊंचे रावण की वजह से दूसरे रावण दहन कार्यक्रम में कम दिखाई पड़ी भीड़
पंचकूला में पिछले कई दिनों से चल रही रामलीलाओं में आज रावण दहन का कार्यक्रम संपन्न हुआ । मुख्य कार्यक्रम पंचकूला में शालीमार ग्राउंड एवं परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया था । जानकारी मिली थी कि परेड ग्राउंड वाले मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद रावणदहन के कार्यक्रम में पहुंचेंगे । उनके साथ हरियाणा के विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल भी मौजूद रहेंगे । मगर श्री राम संयुक्त महासभा , आदर्श रामलीला ड्रामाटिक क्लब , एवं श्री कृष्ण कृपा परिवार के बीच में चल रही आपकी खींचतान आज खुलकर सामने आ गई । जब हरियाणा के मुख्यमंत्री का कार्यक्रम अचानक से इसी खींचतान को लेकर रद्द कर दिया गया । क्योंकि एक तरफ भारत का सबसे बड़ा 177 फुट का रावण था जहां पर मुख्यमंत्री का जाने का कार्यक्रम नहीं था । उसी जगह से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर पंचकूला के मुख्य दशहरा उत्सव यानी की परेड ग्राउंड में आयोजित था वहां पर मुख्यमंत्री कार्यक्रम निर्धारित था । जहां 177 फीट वाले कार्यक्रम में जन सैलाब उमड़ा हुआ था वही परेड ग्राउंड वाले कार्यक्रम में शुरुआती वक्त में तो कुर्सियां खाली थी , हालांकि बाद में आयोजकों को लगा कि बहुत बड़ी गड़बड़ हो जाएगी तो उन्होंने वीआईपी और वी वीआईपी पास को बाउंसर और अपने कार्यकर्ताओं के द्वारा पब्लिक के बीच में बटवा दिया ताकि किसी भी तरीके से कुर्सियां भर जाए । और भीड़ नजर आ सके हालांकि जैसे-जैसे वक्त बीतता गया भीड़ बढ़ती गई और परेड ग्राउंड के कार्यक्रम में भी भीड़ हो गई मगर तब तक मुख्यमंत्री का कार्यक्रम वोटो के गुणा भाग का हिसाब लगाने के कारण रद्द हो चुका था । क्योंकि आने वाले वक्त में लोकसभा एवं विधानसभा के चुनाव सिर के ऊपर हैं और राजनीति के माहिर लोगों का मानना है चुनाव को देखते हुए ऐसे मौके पर वोटरों को नाराज नहीं किया जा सकता । संभवतह यही वजह रही होगी कि अचानक मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया । परेड ग्राउंड में हरियाणा के विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने आए हुए लोगों का आभार जताया और बिना रावण को आग लगाए वह भी शालीमार वाले कार्यक्रम के लिए निकल गए । शालीमार ग्राउंड के कार्यक्रम में हरियाणा के विधानसभा ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल , हरियाणा बाल विकास परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता , प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल पंचकूला के उपायुक्त सुशील सारवान सहित तमाम अधिकारी और भाजपा के कार्यकर्ता यहां मौजूद थे । दोनों ही रामलीला कमेटी के द्वारा आज अप्रत्यक्ष तौर पर रामलीला कमेटी के मंच को आधार बनाकर अपना अप्रत्यक्ष रूप से शक्ति प्रदर्शन किया गया । हालांकि बात अगर पहले दिन से करें तो पहले दिन जब तीनों कमेटियों के सदस्यों ने एक ही सुर मे सुर मिलाते हुए कहा था कि इस बार हम एक साथ रावण दहन का कार्यक्रम मनाएंगे । मगर जैसे-जैसे दिन बीतते गए वैसे-वैसे कहीं ना कहीं मन में खटास बढ़ती गई सूत्र बताते हैं श्री राम संयुक्त महासभा और श्री आदर्श रामलीला कमेटी के द्वारा पंचकूला के चौक चौराहों पर रावण दहन कार्यक्रम के बोर्ड लगा दिए गए उसमें श्री कृष्ण कृपा परिवार का नाम नहीं लिखा गया यही वजह मनमुटाव का कारण बनी जिसकी वजह से रावण दहन के दो मुख्य कार्यक्रम 1 किलोमीटर के दौरान आयोजित किए गए ।
ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरीके से हुई फेल
रावण दहन के कार्यक्रम को लेकर पंचकूला पुलिस द्वारा जो नाके लगाए गए थे , रावण दहन के कार्यक्रम के बाद वह पूरी तरीके से फेल नजर आए । दावा किया गया था की जहां पर रावण दहन का कार्यक्रम होगा वहां तक गाड़ियां नहीं पहुंचेगी पहुंचेगी मगर लोग अपनी गाड़ियों को लेकर के रावण दहन के कार्यक्रम के अंदर तक पहुंच गए और जब कार्यक्रम खत्म हुआ तो एक लंबा जाम हर साल की तरह इस बार भी देखने को मिला ।
आतिशबाजियों की हुई बरसात और पंचकूला की हवा कुछ देर के लिए हुई खराब
रावण दहन के कार्यक्रम के बाद जब आतिशबाजियां चलनी शुरू हुई तो उसके बाद में वातावरण में धुआं धुआं फैल गया हालांकि जो आतिशबाजी लगाई गई थी वह सारी की सारी इको फ्रेंडली आई है ऐसा बताया गया था मगर जिस तरीके से धुएं का गुबार रावण दहन के बाद उठा उससे लोग कहते हुए नजर आए इको फ्रेंडली पटाखे सिर्फ कागजों में ही जलाए गए हैं क्या ।
रावण दहन पर लगे मेले में उमड़ा जनसैलाब लोगों ने की जमकर खरीदारी
रावण दहन के बाद में ग्राउंड के चारों तरफ छोटी-छोटी मेला टाइप की दुकान लगी हुई थी , जिनमे लोगो ने खूब सामान खरीदा । बाजारों में भी खूब भीड़ उमड़ी , कई पंचकूला के होटल रेस्टोरेंट में भी पैर रखने की जगह नहीं थी । लोग रेस्टोरेंट के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आए।
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