टेलीग्राम के CEO पावेल डुरोव फ्रांस में गिरफ्तार, क्रिमिनल कंटेंट रोकने में नाकामी का आरोप
टेलीग्राम के फाउंडर और CEO पावेल डुरोव को फ्रांस में गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी पेरिस के बाहरी क्षेत्र में स्थित बॉर्गेट एयरपोर्ट पर हुई, जहां पावेल अपने प्राइवेट जेट से पहुंचे थे। फ्रांस की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डुरोव पर आरोप है कि उन्होंने अपने इंस्टेंट मैसेजिंग और कम्युनिटी ऐप टेलीग्राम पर कंटेंट मॉडरेट करने में नाकामी दिखाई, जिससे अपराधियों को इस प्लेटफॉर्म का बेरोकटोक इस्तेमाल करने की छूट मिल गई।
टेलीग्राम एक ऐसा ऐप है, जो यूजर्स को अपनी पहचान छुपाकर चैट करने और चैनल्स बनाने की सुविधा देता है। लेकिन इसका एक स्याह पक्ष भी है—आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों ने इसका दुरुपयोग किया है। कंटेंट मॉडरेशन की कमी के चलते ऐप पर आपत्तिजनक और हानिकारक कंटेंट तेजी से फैलता गया, जिसे रोकने में पावेल डुरोव और उनकी टीम असफल साबित हुई।
फ्रांस की कार्रवाई: फ्रांस की पुलिस ने पावेल की गिरफ्तारी को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। फिलहाल टेलीग्राम या फ्रांस सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस कार्रवाई ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या ये प्लेटफॉर्म्स सिर्फ तकनीकी नवाचार के नाम पर खुद को कानून से ऊपर समझने लगे हैं?
रूस का सवाल: रूस के विदेश मंत्रालय ने पावेल डुरोव की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पश्चिमी देशों पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए पूछा है, “क्या पश्चिमी NGO डुरोव की रिहाई की मांग करेंगे?” रूस का ये बयान इस गिरफ्तारी को लेकर अंतरराष्ट्रीय राजनीति के गहरे होते विवाद की ओर इशारा करता है।
कभी ISIS का पसंदीदा ऐप: टेलीग्राम का नाम 2015 में उस समय सुर्खियों में आया था, जब ISIS ने पेरिस हमलों के लिए इस ऐप का इस्तेमाल किया था। पावेल डुरोव ने तब कहा था कि गोपनीयता का अधिकार आतंकवाद जैसे खतरों के सामने भी बरकरार रहना चाहिए। हालांकि, इस बयान ने पावेल और उनके ऐप को लेकर विवाद खड़ा कर दिया था। नवंबर 2015 में, टेलीग्राम ने ISIS के 78 चैनलों को ब्लॉक कर दिया, लेकिन तब तक बहुत नुकसान हो चुका था।
टेलीग्राम की विवादित यात्रा: रूस के रहने वाले पावेल डुरोव ने 2013 में अपने भाई निकोलाई के साथ मिलकर टेलीग्राम की शुरुआत की थी। आज यह ऐप दुनिया भर में 100 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है, जिसमें भारत, इंडोनेशिया और रूस के यूजर्स की संख्या सबसे अधिक है। 2022 में रूस-यूक्रेन संघर्ष के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने टेलीग्राम का उपयोग अपने देश को संबोधित करने के लिए किया था, जिसने इस ऐप की महत्वपूर्ण भूमिका को एक बार फिर रेखांकित किया।
क्या यह गिरफ्तारी बदलाव का संकेत है?
पावेल डुरोव की गिरफ्तारी ने टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया के लिए एक गंभीर चेतावनी दी है। क्या यह गिरफ्तारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जिम्मेदारी से काम करने के लिए मजबूर करेगी, या फिर पावेल जैसे टेक्नोक्रेट्स को हीरो के रूप में देखा जाएगा, जो गोपनीयता के अधिकार की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं? ये सवाल समय के साथ साफ हो पाएंगे।
यह घटना न केवल टेलीग्राम के भविष्य पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि उन सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करती है जो गोपनीयता और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने का दावा करते हैं।
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