पश्चिम बंगाल डॉक्टर के धरना स्थल पर देर रात अनजान लोगों ने की मारपीट वीडियो वायरल
15 अगस्त की सुबह-सुबह पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर
डॉक्टर के धरना स्थल पर अनजान लोग घुसे और मार पिटाई की वीडियो वायरल
पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक भीड़ प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को पीट रही है.
मेडिकल कॉलेज में घुसकर वारदात वाली जगह से सुबूत मिटाने की भी खबरें आ रहीं.
सब तहस नहस कर देंगे ये लोग.
ममता बनर्जी कहाँ आँख मूँद कर छुपी बैठी हैं आप.
शर्मनाक. जंगल राज
पहले महिला डाक्टर की गैंग रेप कर बर्बरता से हत्या, फिर उसके लिए न्याय की माँग कर रहे RG College कोलकाता के डाक्टरों पर देर रात INDI गठबंधन के सैकड़ों गुण्डों ने ममता बनर्जी के इशारे पर हमला किया और हज़ारों नपुंसक पुलिसवाले सिर्फ़ खड़े खड़े तमाशा देखते रहे
पश्चिम बंगाल में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए
#JusticeForMoumita
यह वीडियो भयानक है। कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज के ठीक बाहर का है। परिसर के भीतर यह सब हो रहा है। इसके बाद क्या सफ़ाई रह जाती है।ज़ाहिर है ये बच जाएँगे क्योंकि अंधेरे का लाभ मिलेगा। कोई पहचाना नहीं जाएगा और आरोप-प्रत्यारोप होंगे कि इसने किया तो उसने किया। TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने ट्विट किया है कि हिंसा करने वाला हर आदमी पकड़ा जाएगा । भीड़ में शामिल लोग कहाँ पकड़े जाते हैं। हिम्मत कैसे हुई किसी की यहाँ हिंसा करने की। कोलकाता में ही कई अस्पतालों के बाहर डॉक्टर धरने पर हैं । सबकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। डॉक्टरों को डरना नहीं चाहिए। यह उन्हें डराने के लिए किया गया होगा और राजनीति के लिए कि इसने किया तो उसने किया। आपको इंसाफ़ मिलना चाहिए।
कोलकाता केस को लेकर कई तरह की अफ़वाहें उड़ रही हैं। इनमें से कइयों का संबंध पीड़िता या जाँच की प्रक्रिया से नहीं है और कुछ का बिल्कुल है। सुप्रीम कोर्ट और गृह मंत्रालय की गाइडलाइन है कि जाँच की प्रक्रिया या साक्ष्य से जुड़ी जानकारी मीडिया से भी साझा नहीं करनी है। यह भी है कि मीडिया रिपोर्ट करते समय किन बातों का ध्यान रखेगा। इसका पालन नहीं हो रहा। टीवी पर नाम लिए जा रहे हैं । लोग पोस्ट मार्टम से लेकर ऑटोप्सी रिपोर्ट के नाम पर कुछ भी शेयर कर रहे हैं। जो कि सही नहीं है।
अब जाँच सीबीआई के पास है। उसे कुछ बुनियादी बातों पर ऑन रिकार्ड बोलना चाहिए। कोलकाता पुलिस कहती है उसने देरी नहीं की। आरोपी तुरंत पकड़ा गया। क्या देरी हुई ? सबूत मिटाने के प्रयास हुए? उसका आधार बताए। ऑन रिकार्ड । कमिश्नर खुद जूनियर डाक्टरों से मिलने गए और ममता बनर्जी पीड़िता के घर गईं। परिवार को जाँच और साक्ष्य की जानकारी साझा की गई। यही टेलिग्राफ में है। तो सीबीआई ऑन रिकार्ड बता सकती है कि कोलकाता पुलिस ने पेशेवर तरीक़े से काम किया या नहीं । CBI और कोलकाता पुलिस के कमिश्नर साथ बैठ कर प्रेस को बताएँ ।
ऐसा करना ज़रूरी लगता है। कल किसी ने फ़ोन पर कहा विसरा नहीं रखा गया। यह बातें व्हाट्स एप चैनल से फैल रही है।रेप और गैंग रेप को लेकर थ्योरी चल रही है। इसे भी साफ़ करे। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन से पुलिस को बांध दिया गया मगर राजनीति आज़ाद है। कोई रास्ता निकालना चाहिए ऑन रिकार्ड बताने के लिए।इसका लाभ किसी एक पक्ष को नहीं मिलना चाहिए कि वो राजनीति करें और दूसरा जवाब तक न दे सके।
कोर्ट की गाइडलाइन सही है। भारत की किसी जाँच एजेंसी पर विश्वास को लेकर आप राय बना सकते हैं। कब कोर्ट से राजनीति हो जाए और कब एजेंसी से आपको पता है।
मगर हमला नहीं होना चाहिए था। ये ग़लत हुआ है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!