पंचकूला में वायु सेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त , पायलट सुरक्षित
छोटी मंडलाए में वायुसेना का जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट को हेलिकॉप्टर टीम ने किया सुरक्षित रेस्क्यू
रायपुररानी, 7 मार्च, देवेन्द्र सिंह
भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान पंचकूला जिले के गांव छोटी मंडलाए में दुर्घटनाग्रस्त होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, विमान अंबाला एयरबेस से नियमित प्रशिक्षण उड़ान के लिए उड़ा था। यह प्रशिक्षण उड़ान सामान्य रूप से चल रही थी, लेकिन किसी तकनीकी कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसी दौरान पायलट ने विमान में कोई समस्या महसूस होने पर तत्काल कूदने का निर्णय लिया और पैराशूट से छलांग लगाई। जिसके बाद पायलट का सेफ्टी बलून खुलने के बाद वह जौली गांव के पास स्थित जंगलों में गिरा। इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ स्थानीय निवासियों ने हादसे के बारे में प्रशासन और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और घटनास्थल पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ भारतीय वायुसेना की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई।
पायलट की तलाश के लिए तीन हेलिकॉप्टरों की टीम गठित, छावनी में तब्दील हुआ छोटी मंडलाए गांव
एयरफोर्स ने पायलट की तलाश के लिए तीन हेलिकॉप्टरों की टीम बनाई, जो घटनास्थल के आसपास के इलाकों में ढूंढने के लिए भेजे गए। इस दौरान कड़ी मशक्कत के बाद एयरफोर्स टीम ने पायलट को सुरक्षित रेस्क्यू किया और उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। बता दें कि पायलट को मामूली चोटें आई थीं, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। वहीं, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने आसपास के इलाकों में लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनहोनी से बचने के लिए घटनास्थल से दूर रहें और प्रशासन द्वारा दी गई सलाह का पालन करें। हादसे के बाद से ही आर्मी, वायु सेना पुलिस व स्थानीय पुलिस ने क्षेत्र को पूरी तरह से घेराबंदी कर ली। जिसके बाद आम लोगो को हादसे के स्थान के पास जाने से रोका गया व कुछ लोगों को रास्ते से ही वापिस मोड़ दिया गया।
दुर्घटना के बाद भारतीय वायुसेना ने घटना की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा, वायुसेना अधिकारियों का कहना है कि वे इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से जांच करेंगे और जो भी दोषी होगा, उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, वायुसेना यह सुनिश्चित करेगी कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों।



मैं यही पास में ही करीब 2 किलोमीटर पर काम कर रहा था तभी अचानक से एक विमान व एक फाइटर पेराशूट लगाए उड़ता हुआ दिखाई दिया तभी अचानक फाइटर जेट गांव के जंगल मे गिरा व अचानक से दो बड़े धमाके हुए व हम सभी काम करते हुए सहम गए। – जसवंत, ग्रामीण
मैं घर की ओर आ रहा था तभी अचानक दो बड़े धमाके की आवाज सुनाई दी जिसके बाद गांव के कुछ लोग तो पॉयलट व कुछ लोग फाइटर जेट के नजदीक पहुँच गए। ग्रामीणों ने पॉयलट को पानी पिलाया व कुछ मिनटों बाद वायु सेना का जहाज आया व रेस्क्यू कर पायलट को ले गए। – मामराज, ग्रामीण
हमारे गांव में आने का रास्ता भी कच्चा है जिसके कारण पुलिस, वायु सेना, आर्मी, एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड को आने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे के दौरान से हमारे पशु भी सहम गए। धमाके की आवाज करीब 5 से 6 किलोमीटर तक गई- बलवंत सिंह, ग्रामीण
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