पंचकूला से ठगी का हाई प्रोफाइल मामला
केंद्रीय मंत्री , पूर्व मुख्यमंत्री , बीसीसीआई और कई क्रिकेटर का नाम लेकर रची गई साजिश
पंचकूला की महिला से 2 करोड़ की ठगी
पंचकूला की डीसीपी हिमाद्री कौशिक खुद कर रही मामले की जांच
खबरी प्रशाद पंचकूला रीतेश माहेश्वरी
पंचकूला में ठगी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री कई क्रिकेटर बीसीसीआई के नाम को लेकर ठगी की गई है । यह दावा किया है पंचकूला सेक्टर 15 की निवासी दीपांजलि सिंह ने । उनका कहना है कि उनके साथ बड़े नामचीन लोगों का नाम लेकर और सोशल मीडिया पर चैट दिखाकर उनके साथ दो करोड रुपए की ठगी कर ली गई है । इतनी बड़ी ठगी के मामले में जिसमें कई मंत्री और बीसीसीआई क्रिकेटर इंवॉल्व होने की वजह से पंचकूला पुलिस को सतर्क कर दिया है। महिला का आरोप है कि उसके साथ ठगी में बीसीसीआई और जाने-माने क्रिकेटर ऋषभ पंत समेत हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का नाम लिया गया। इस मामले में डीसीपी हिमाद्रि कौशिक स्वयं जांच की निगरानी कर रही हैं।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित महिला के अनुसार, उसका बेटा कसौली के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करता है, जहाँ करण पांटा नाम का एक युवक क्रिकेट कोच के रूप में कार्यरत था। करण ने दीपांजलि से दोस्ती बढ़ाई और दावा किया कि उसके क्रिकेट जगत के कई मशहूर खिलाड़ियों और बड़े राजनीतिक हस्तियों से अच्छे संबंध हैं। उसने दीपांजलि के बेटे को राष्ट्रीय और आईपीएल स्तर पर खेलने का मौका दिलाने के बहाने 2 करोड़ रुपये ऐंठे। महिला के अनुसार, करण ने ऋषभ पंत, अनुराग ठाकुर, और एमएस धोनी तक से पहचान होने की बात कहकर महिला को विश्वास में लिया।
महिला ने पुलिस को कई प्रमाण दिए हैं, जिनमें व्हाट्सएप चैट्स, फोन रिकॉर्डिंग्स और बैंक ट्रांजैक्शन के दस्तावेज शामिल हैं। इन चैट्स में अनुराग ठाकुर का नाम लेकर भी पैसे की मांग की गई। महिला का दावा है कि करण पांटा ने उसे लगातार फोन कर पैसे भेजने का दबाव बनाया, यह कहकर कि उसकी ऊपर तक पहुंच है और उसके बेटे का भविष्य सुरक्षित रहेगा।
महिला के अनुसार, करण ने उसे कई बार इनकम टैक्स के फर्जी दस्तावेज भेजे और आत्महत्या करने की धमकी दी। उसने कहा कि करण ने एक नकली इनकम टैक्स नोटिस का हवाला देकर 85 लाख रुपये अतिरिक्त मांगे। महिला ने डर के मारे उसे यह रकम भी दे दी। बाद में, उसने महसूस किया कि यह नोटिस भी फर्जी था और इस पर बड़े अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर भी हो सकते हैं। पुलिस अब इस नोटिस की सत्यता की जांच कर रही है।
दीपांजलि का कहना है कि करण ने अनुराग ठाकुर के पीए का नाम लेकर भी 50 लाख रुपये की मांग की और दावा किया कि इस रकम से उनका काम तुरंत आगे बढ़ जाएगा। इस दौरान, कई बार करण खुद को अनुराग ठाकुर का पीए बताकर फोन और संदेश भेजता रहा। इसके अतिरिक्त, महिला से पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल का नाम लेकर भी पैसे की मांग की गई। महिला ने सभी संबंधित व्हाट्सएप चैट्स और रिकॉर्डिंग्स पुलिस को सौंप दी हैं।
इस मामले पर क्या कहना है डीपी हिमाद्री कौशिक का
डीसीपी पंचकूला हिमाद्रि कौशिक ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इस पर पूरी सख्ती से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन-जिन लोगों का नाम इस मामले में सामने आया है, उन सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अब मामले की तह तक जाने के लिए कई तरह की फोरेंसिक और साइबर जांच कर रही है। मामले के प्रमुख पहलुओं में नकली आईडी, फर्जी दस्तावेज और कथित राजनीतिक और क्रिकेट हस्तियों के नाम का दुरुपयोग शामिल हैं। यह देखना होगा कि पुलिस की जांच के बाद किस तरह की कार्रवाई की जाती है और क्या इस ठगी के आरोपों में शामिल अन्य लोग भी सामने आते हैं।
( पीड़ित महिला द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी डॉक्यूमेंट खबरी प्रशाद अखबार के पास मौजूद है )
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