जीरकपुर में उड़ रही है एनजीटी के आदेशों की धज्जियां, सुखना चो में गिर रहा है सीवर का पानी
जीरकपुर की आधे से ज्यादा सोसायटियों के सीवरेज का पानी चो में जा रहा है
संदीप सिंह बावा: प्रशासनिक अधिकारियों के अनदेखी सुखना चौ का पानी इन दिनों जहर बन चुका है। जीरकपुर में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों पर अमल नहीं हो रहा है। सुखना चो का एक बड़ा हिस्सा बलटाना, जीरकपुर, ढकोली, गाजीपुर, नगला, बिशनपुरा में है और चो का पानी इन जगहों से होते हुए घग्गर में मिल जाता है। शहर के कई हिस्सों में सीवरेज सीधे सुखना चो में गिराया जा रहा है। जो बाद में घग्गर नदी में जाकर मिलता है। इससे घग्गर नदी बुरी तरह से प्रदूषित हो रही है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे है। जबकि घग्गर नदी का पानी साफ रहे इसके लिए सुखना चो में अनट्रीटेड वॉटर छोड़ने की मनाही है। लेकिन जीरकपुर शहर से गुजरने वाली सुखना चो में सीवेज का अनट्रीटेड वाटर छोड़ा जा रहा है।
इन जगहों से जा रहा है सीवरेज का पानी
बलटाना एरिया में कई प्वाइंटों से दूषित पानी और कूड़ा चो में गिराया जा रहा है। ढकोली एरिया में वार्ड नंबर 14 की कृष्णा एन्क्लेव से होकर बह रहे बरसाती नाले में सरेआम सीवर का अनट्रीटेड वॉटर छोड़ा रहा है जो आगे जाकर चो में मिलता है। यहां लोगो ने घरों से डॉयरेक्ट पाइप नाले की तरफ खोल रखे है जिससे सारा दूषित पानी नाले में गिर रहा है। इसके अलावा बिशनपुरा और गाजीपुर के नजदीक चो के ऊपर से सीवरेज लाइन बनाई हुई है जिसमे ढकोली एरिया की सोसायटियों का सीवर जुड़ा है। यह सीवर लाइन ओवरफ्लो हो रही है और कई जगहों से टूट रखी है जिसका सारा गंदा पानी सीधा चो में गिर रहा है। इसके अलावा बिशनपुरा की तरफ बनी सोसायटियों का सीवर का पानी चो में जा रहा है।प्रशासनिक अधकारियों की लापरवाही से यहां सुखना चो में कई जगहों पर सीवरेज का पानी छोड़ा जा रहा है। करीब आधे शहर का सीवरेज सीधे सुखना चो में गिराया जा रहा है।
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आबादी बढ़ने के साथ ही बढ़ रहा सीवर
जीरकपुर शहर के सभी घरों के सीवरेज को ट्रीट करने के लिए सिंगपुरा में ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया। जो अब ओवरफ्लो हो रहा है। आबादी बढ़ने के साथ-साथ सीवरेज की मात्रा भी बढ़ रही है। ऐसे में यह एसटीपी शहर के पूरे सीवरेज को ट्रीट नहीं कर पा रहा है। इस प्लांट की क्षमता 17 मिलियन लीटर डिस्चार्ज प्रतिदिन की है, जबकि शहर में हर रोज करीब 30 से 40 एमएलडी से ज्यादा सीवरेज निकल रहा है। ऐसे में पूरा सीवरेज ट्रीट नहीं हो पा रहा है। l
मई 2023 को पंजाब विधानसभा में पंजाब के पानी में बढ़ रहे प्रदूषण, घग्गर नदी व बूढा नाला के प्रदूषण को लेकर हुई बैठक हुई थी जिसमे विधायको व कमेटी सदस्यों सहित डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने चिंता जताते हुए फैल रहे प्रदूषण की जांच की मांग की थी। मीटिंग में रंधावा ने कमेटी से घग्घर को प्रदूषित करने वाली फैक्ट्रियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
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