नवरात्र मे शारीरिक संबंध उचित या नहीं ठीक , क्या कहता है शास्त्र ?
नवरात्रों के दिनों में मासिक धर्म क्या कर सकता है व्रत में रुकावट?
प्रेरणा ढिंगरा
नवरात्रे शुरू हो चुके हैं और हर एक इंसान माता रानी की पूजा पाठ और अर्चना में लगा हुआ है। कई लोग इस दौरान व्रत भी रखते हैं। अब ऐसे में एक सवाल खड़ा होता है कि क्या नवरात्रों के दिनों में शारीरिक संबंध बनाना उचित है या नहीं? यहां तक की नवरात्रों के दिनों में अगर एक महिला ने व्रत रखा हुआ है और उसके पीरियड्स शुरू हो जाए तो क्या करें? आज हम इसी विषय में आप सबको जानकारी देंगे।
आप सबको बता दे की शारदीय नवरात्रि के दौरान माता रानी के भक्त पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ 9 दिनों तक व्रत रखकर उनकी उपासना करते हैं। तो ऐसे में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी हो जाता है। व्रत का खाना खाने के साथ सुबह नहा कर पूजा करना भी इसी नियम में शामिल है। शास्त्रों के अनुसार जो लोग व्रत रखते हैं वह दाढ़ी मूंछ और बाल तक नहीं कटवा सकते। कपड़ों के रंग के लिए भी नियम बनाए गए हैं, जैसे की काले रंग के कपड़े पहनना व्रत रखने वालो के लिए शुभ नहीं माना गया है। तो कई लोगों के मन में जिज्ञासा भी पैदा होती है कि क्या नवरात्रों के दिनों में शारीरिक संबंध बना सकते हैं? इस सवाल का जवाब जानने के लिए शास्त्रों में क्या लिखा है इस बात की जानकारी होना आवश्यक होता है।
नवरात्रों के दौरान यौन संबंध बनाना सही या गलत?
नवरात्रि का पर्व शक्ति की उपासना के लिए होता है। देखा जाए तो इन दिनों शारीरिक संबंध बनाना उचित नहीं माना गया है, खासतौर पर जो लोग व्रत रख चुके हैं उन्हें इस बात का ध्यान देना चाहिए। यौन संबंध बनाने की सोचने से भी मन विचलित होता है। इस बारे में सोचना नेगेटिव ऊर्जा को घर में स्थान देता है। इसलिए शास्त्रों मे कहा गया है कि यौन संबंध बनाने से व्रत भंग हो जाता है। इन नौ दिनों मन पर काबू रखना चाहिए और अपना सारा ध्यान मां की भक्ति में लगा देना चाहिए। घर की महिलाओं और लड़कियों की सेवा से मां प्रसन्न होती है। शास्त्रों में भी कहा गया है- “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः । यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः”। इसका अर्थ है – जहां स्त्रियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं और जहां स्त्रियों की पूजा नहीं होती है, उनका सम्मान नहीं होता, वहां किए गए सारे अच्छे कर्म भी निष्फल हो जाते हैं।
व्रत के समय पीरियड्स शुरू हो जाए तो क्या करें?
नवरात्र को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इन दिनों में शक्ति स्वरूप मां दुर्गा की पूजा की जाती है। पर पूजा के दिनों में अगर मासिक धर्म शुरू हो जाए तो महिलाएं काफी दुविधा में आ जाती है कि पूजा करें या नहीं? सबसे पहले तो एक बात का ध्यान रखें की अगर आपको लगता है आपके पीरियड्स व्रत के दिनों में शुरू हो सकते हैं तब फास्ट रखे ही ना। लेकिन गलती से भी व्रत रख लिया है तो एक बात का खास ध्यान रखे कि इस दौरान मां के अलावा पूजा सामग्री, कलश आदि को स्पर्श न करें बल्कि दूर से ही मां के दर्शन कर लें। मां की पूजा खुद ना करके घर के किसी दूसरे इंसान से करवाए। किसी भी महिला को व्रत तोड़ने की जरूरत नहीं है बस मन के अंदर माता के लिए श्रद्धा रखें और मां दुर्गा का ध्यान करते रहे।
यह जानकारी शास्त्रों की जानकारी रखने वाले लोगों से बातचीत के आधार पर लिखी गई है । खबरी प्रशाद अखबार या अखबार की टीम का इससे कोई भी लेना-देना नहीं है ।
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