नवरत्न कंपनी : लियो मीडिया काम के भ्रष्टाचार को लेकर खुला पत्र
मीटिंग में मंत्री जी ने अधिकारियों से कहा 35 लाख रुपए करो वसूल इस कंपनी से
पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों के लिए लियो मीडिया काम नवरत्न कंपनी
पंचकूला के वेंडिंग जोन में ठेकेदार कंपनी के भ्रष्टाचार को लेकर पंचकूला विकास मंच ने लिखा खुला पत्र
खबरी प्रशाद पंचकुला
कमिश्नर मेयर
नगर निगम नगर निगम
पंचकूला पंचकूला
निकाय मंत्री माननीय सुभाष सुधा जी की रैड बिशप के प्रोग्राम में एक बाइट सुनी।इस बाइट में सबसे बड़ी बात रेहड़ी फड़ी वालों से लिए जा रहे 2000 रुपए महीने की है।उन्होंने कहा यह गलत है।नगर निगम की फीस 700 रुपए है जो उसने जमा नही करवाए। बाकी के 1300 रुपए किस बात के रेहड़ी फड़ी वालों से लिए जा रहे हैं।जबकि उनको कोई किसी प्रकार की सुविधा ही नही दी जा रही। यह बात तो 2018 से रेहड़ी फड़ी वालों द्वारा और पंचकूला की सामाजिक संस्था विकास मंच पंचकूला द्वारा लगातार उठाई गई। नगर निगम से ले कर यूएलबी तक के अफसरों को लिखते रहे। लेकिन पंचकूला की जनता जानती है किन्ही मिलीभगत/सांठ गाठ के बिना एजेंसी/ठेकेदार द्वारा यह सब इतने सालों तक चलाया ही नही जा सकता था। मंत्री जी ने 35 लाख रुपए की रिकवरी जो 700 रुपए प्रति रेहड़ी फड़ी वाले की नगर निगम में इस एजेंसी द्वारा जमा करवानी थी के बारे में एक्शन लेने को कहा। लेकिन नगर निगम के लोगों को बताना चाहिए की जब से इस एजेंसी ने काम शुरू किया है कितना पैसा इकट्ठा हुआ। और कितना पैसा आजतक नगर निगम में 700 रुपए प्रति रेहड़ी फड़ी जमा करवाया। 1300 रुपए जो एजेंसी ने पहले दिन से अपने पास रखे बिना किसी प्रकार की सभी सुविधाएं प्रदान किए उनकी रिकवरी के लिए क्यों नही करवाई के लिए मंत्री जी को कहा गया। क्योंकि इनके द्वारा तो कही भी कहीं से भी पैसे लेने की बात बताई गई। क्या 2018 से ले कर आजतक जो पैसा रेहड़ी फड़ी वालों से वैसे ही दिलवाया जाता रहा । इस एजेंसी को नगर निगम द्वारा वो भी रिकवर कर उन सभी रेहड़ी फड़ी वालों को वापिस मिलना चाहिए।
दूसरा नगर निगम द्वारा बाकी रहदी गाड़ी वालों से 700 रुपए महीने की जगह 3000 रुपए महीना क्यों लिया जा रहा है। यह भी 700 रुपए महीने ही लिया जाना चाहिए। इस तरह से अलग अलग पॉलिसी और अलग अलग चार्ज क्यों लिया जाना चाहिए। उनका भी पैसा वापिस करना चाहिए। कौन से वेंडर्स लिस्ट पर यह साइट्स का ड्रॉ और एलॉटमेंट की जाएगी। क्या यह लिस्ट सही है। क्या इन्हीं वेंडर्स से पैसा लिया गया और लिया जा रहा है।
पंचकूला में कितने वेंडर्स हैं। नगर निगम के पास कौन सा रिकॉर्ड है।यह रिकॉर्ड कब बनाया गया था।
इन सभी मुद्दों की गहराई में जांच करवाई जानी चाहिए। बहुत कुछ निकल कर सामने आ जाएगा।
सबसे बड़ी बात 2018 से ले कर आज तक नगर निगम में कौन कौन इस तरह की बस्ती के लिए जिम्मेदार रहा।उनके उपर भी मंत्री जी को एक्शन लेना चाहिए। ताकि आगे से कोई मिलीभगत से गलत काम न कर सके।
यह बात नगर निगम, यूएलबी और मंत्री जी के संज्ञा में भी लाई जाएगी।
विकास मंच पंचकूला
पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों के लिए यह कंपनी साबित हो रही है नवरत्न कंपनी
दरअसल मामला पंचकूला के वेंडिंग जोन से जुड़ा हुआ है । वेंडिंग जोन को चलाने वाली लियो मीडिया काम नाम की एक कंपनी है । पहले दिन से ही इस कंपनी पर भ्रष्टाचार के आरोप है । यहां तक की रेडी-फड़ी वालों से रेडी देने के नाम पर भी पैसे लिए गए पर ना तो उनको रेडी दी गई ना ही पैसे वापस दिए गए । मंत्री जी को तो सिर्फ उन पैसों की ही जानकारी है जो नगर निगम में नहीं जमा हुए हैं इस कंपनी का भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी है कि अगर सही तरीके से जांच की जाएगी तो नगर निगम के ही कई कर्मचारी फंस जाएंगे । यही वजह है कि पिछले 4 सालों में कभी भी सही तरीके से इस कंपनी की फाइल जांच के घेरे में नहीं आ पा रही है । पूर्व में रहे नगर निगम के कई अधिकारियों और कर्मचारियों से इस कंपनी के अधिकारियों के काफी घनिष्ठ संबंध जग जाहिर रहे हैं । यहां तक की इस कंपनी से जुड़ी हुई एक लोडर वैन से सरकारी सीमेंट को चोरी से ढोया जा रहा था । उसे मामले को सरेआम पत्रकारों ने पकड़ा था । पर फिर भी उसे मामले में लीपापोती की गई । क्योंकि नगर निगम के कई अधिकारियों के लिए यह कंपनी नवरत्न कंपनी आज भी बनी हुई है । ऐसे में मंत्री जी का आदेश 35 लख रुपए इस कंपनी से वसूले जाएं कब तामिल होगा यह भी देखने वाली बात होगी ।
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