एक हफ्ते में नगर परिषद ने इकत्र किया प्रॉपर्टी टैक्स से डेढ़ करोड़ रूपये
टैक्स ना भरने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएगी नगर परिषद
संदीप सिंह बावा: प्रॉपर्टी टैक्स ना चुकाने वाले लोगों के खिलाफ नगर परिषद अब सख्ती करने वाली है। नगर परिषद द्वारा समय समय पर लोगों को टैक्स भरने के लिए अपील भी की जाती है और उन्हें छुट भी दी जाती है। लेकिन इस सबके बावजूद जो लोग टैक्स नही भर रहे हैं अब नगर परिषद उनके खिलाफ सख्ती करने के मूड में है। पिछले एक सप्ताह में नगर परिषद द्वारा दस होटल मालिकों को नोटिस भेजा था। जिनमें से छह होटल मालिकों ने टैक्स भर दिया है और जिन चार होटल मालिकों ने नगर परिषद के टैक्स का कोई जवाब नही दिया है। नगर परिषद ने उनके खिलाफ एक नोटिस जारी कर एक हफ्ते का समय दिया है अन्यथा उनकी प्रॉपर्टी सील कर दी जाएगी। वहीं पिछले एक सप्ताह की बात करें तो नगर परिषद ने एक करोड़ 52 लाख सात हजार पांच सो बारां रूपये टैक्स इकत्र किया है। जिसमें एक टैक्स पेयर से नगर परिषद ने 84 लाख रूपये टैक्स वसूल किया है। यहां यह भी बताना अनिवार्य है की पिछले वर्ष 2023 से 2024 में नगर परिषद ने 23 करोड़ 55 लाख रूपये टैक्स इकत्र किया था। वहीं पिछले वर्ष नगर परिषद ने वन टाइम स्टेलमेंट पॉलिसी के तहत टैक्स पेयर से 14 करोड़ 11लाख रूपये वसूल किए थे। इस बार नगर परिषद का टारगेट पिछले वर्ष के मुकाबले ज्यादा टैक्स इकठा करने का है। जिस पर अलग अलग तरीकों से काम किया जा रहा है।
नगर परिषद द्वारा लोगों की सुविधा के लिए सेल्फ असेसमेंट पॉलिसी के तहत टैक्स भरने की सुविधा भी इस बार लोगों के लिए जारी की है। जिस का मतलब यह है के यदि किसी प्रॉपर्टी का रिकार्ड नगर परिषद के पास नहीं है तो वह लोग खुद अपनी प्रॉपर्टी की असेसमेंट करके टैक्स भर सकते है। लेकिन यदि सेल्फ असेसमेंट में कोई गलती या झूठी जानकारी पाई जाती है तो नगर परिषद अन लोगों से डबल टैक्स वसूलने की हकदार है। जिस प्रॉपर्टी का रिकार्ड नगर परिषद के पास है उसका टैक्स लेने की जिम्मेवारी नगर परिषद खुद पूरी कर रही है। इसके लिए टैक्स ना भरने वालों को नगर परिषद द्वारा नोटिस भेजकर टैक्स वसुला जा रहा है और ना भरने वालों के प्रॉपर्टी, कुर्क, सील या अटैच की जा सकती है। जिसके जुर्माने व खर्चे की जिम्मेवारी उस टैक्स पेयर की होगी।
हम समय समय लोगों की अपील करते रहते हैं और कई स्कीमें निकालकर या टैक्स में छुट देकर टैक्स जमा करवाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। वन टाइम स्कीम भी निकाली जाती है। इसके इलावा जो लोग बिलकुल भी टैक्स नही भर रहे हैं, इस बार उमने उनको नोटिस भेजकर सूचित किया है। यदि वह लोग फिर भी नही भरते तो उनकी प्रॉपर्टी, कुर्क, सील या अटैच की जा सकती है। जिसके जिम्मेवारी उनकी खुद की होगी। इस बार हमने लोगों की सुविधा के लिए सेल्फ असेसमेंट पॉलिसी भी अडॉप्ट की है। : अशोक पथरिया, कार्यकारी अधिकारी जीरकपुर।
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