मध्यप्रदेश बीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट हैक, ‘ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस’ का ज़िक्र; भारत-पाक तनाव के बीच साइबर अटैक
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शनिवार सुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्यप्रदेश इकाई की आधिकारिक वेबसाइट को हैक कर लिया गया। वेबसाइट खोलने पर “यू हैव बीन हैक्ड बाय PFA साइबर फोर्स” लिखा हुआ दिखाई दिया, साथ ही एक पाकिस्तानी अभियान ‘ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस’ का भी उल्लेख prominently मौजूद था।
पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बीजेपी की राष्ट्रीय वेबसाइट को भी हैक करने की कोशिश की गई थी। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से राष्ट्रीय वेबसाइट के हैक होने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वर्तमान में जब www.bjp.org खोली जाती है तो उस पर “प्लीज़ ट्राय अगेन – 404” एरर संदेश दिख रहा है।

आईटी सेल ने शुरू की तत्काल कार्रवाई
जैसे ही पार्टी के आईटी सेल को हैकिंग की जानकारी मिली, तकनीकी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वेबसाइट को पुनः बहाल करने का काम शुरू कर दिया।
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि सुबह वेबसाइट के हैक होने की सूचना मिली थी, जिसके कुछ ही देर बाद टीम ने साइट को रिस्टोर कर लिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय वेबसाइट हैक होने की खबरें भ्रामक हैं और उन्होंने इस बात से इनकार किया।

वेबसाइट पर दिखा पाकिस्तानी साइबर ऑपरेशन का नाम
हैक की गई वेबसाइट के होमपेज पर ‘ऑपरेशन बुनयान-अल-मरसूस’ का नाम साफ तौर पर दिख रहा था। यह नाम अरबी भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है – ‘कांच से बनी मज़बूत दीवार’। यह ऑपरेशन पाकिस्तान द्वारा पहले भी अपने साइबर नैरेटिव्स में उपयोग किया जा चुका है।

पहले भी हो चुका है बीजेपी वेबसाइट पर साइबर हमला
यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी की वेबसाइट को हैक किया गया हो। इससे पहले मार्च 2019 में भी पार्टी की राष्ट्रीय वेबसाइट हैक कर ली गई थी। उस दौरान वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मीम शेयर किया गया था और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद साइट डाउन हो गई थी और उस पर एरर मैसेज दिखने लगा था।
जांच के आदेश संभव, सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत
फिलहाल इस साइबर अटैक के पीछे किस संगठन या व्यक्ति का हाथ है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन पार्टी से जुड़े अधिकारी इसे संवेदनशील डिजिटल हमला मानते हुए विस्तृत जांच की मांग कर सकते हैं।
पार्टी ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे सोशल मीडिया या वेबसाइट्स पर किसी भी भ्रामक या असत्य जानकारी पर भरोसा न करें और सिर्फ अधिकृत स्रोतों पर ही विश्वास करें।
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