मेयर चुनाव के पहले चंडीगढ़ भाजपा का मास्टर स्ट्रोक ,रिश्वतखोर को पार्टी में कराया शामिल : कांग्रेस
वार्ड 31 के पार्षद बिल्लू ने आम आदमी पार्टी को कहा अलविदा , भाजपा में हुए शामिल
AAP को दिया झटका, वार्ड 31 के पार्षद बिल्लू ने आम आदमी पार्टी को कहा अलविदा
चंडीगढ़ में पिछले कई दिनों से चल रही मेयर पद के चुनाव के लिए उहापोह अब थामती हुई नजर आ रही है क्योंकि मेयर चुनाव की घोषणा आज चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप सिंह के द्वारा कर दी गई है। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव 18 जनवरी को होंगे। 13 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। मगर नोटिफिकेशन जारी होने के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ ईकाई को बड़ा झटका दे दिया है। इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की वजह से इस बार उम्मीद लगाई जा रही थी कि भारतीय जनता पार्टी अपना मेयर नहीं बना पाएगी क्योंकि सदन में भारतीय जनता पार्टी का बहुमत कम था। मगर पिछले दो सालों के इतिहास को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि बीजेपी कुछ ना कुछ ऐसा जरूर करेगी की मेयर 2024 में फिर से उन्हीं की झोली में रह जाए। आज ऐसा ही हुआ भी।जब आम आदमी पार्टी के वार्ड 31 से पार्षद बिल्लू ने अचानक भारतीय जनता पार्टी की नीतियों में अपनी आस्था जताई और भाजपा का दामन थाम करके आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया।
भाजपा अभी भी बहुमत से दूर मगर,,,,
वार्ड 31 के पार्षद बिल्लू के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी अभी भी मेयर पद के चुनाव में बहुमत से दूर है। मगर आखिरी वक्त पर भारतीय जनता पार्टी कौन सा खेल खेलेगी यह ना तो कांग्रेस को पता है ना ही आम आदमी पार्टी को। अभी भी भाजपा को एक कमजोर कड़ी की तलाश में है और वह एक कमजोर कड़ी ही मेयर चुनाव में तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। अगर कांग्रेस का और आम आदमी पार्टी का मेयर चुनाव के लिए गठबंधन होता है तो वरना भारतीय जनता पार्टी मेयर चुनाव में बहुमत में आ चुकी है।
सदन में अब किसके पास कितने वोट
बिल्लू के शामिल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पास अब सांसद का वोट मिलाकर 16 वोट हो चुके हैं। माना जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल का एक वोट भी भारतीय जनता पार्टी के खाते में ही जाएगा। कांग्रेस के पास खबर लिखे जाने तक 7 वोट है और आम आदमी की पार्टी के पास 12 वोट है। अगर इंडिया गठबंधन में रही इन दोनों पार्टियों के बीच में मेयर चुनाव को लेकर समझौता हो जाता है तो अभी भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मिलाकर 19 वोट है। यानी भाजपा को अभी भी मेयर चुनाव में अपना मेयर बनने के लिए दो कमजोर कड़ियों की तलाश है।
यह बीजेपी का वाशिंग पाउडर है यहां भ्रष्टाचारी पर दाग नहीं मिलता
बिल्लू के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शर्मा ने मीडिया कर्मियों से कहा की कुछ दिन पहले बिल्लू रिश्वतखोरी कांड में पकड़े गए थे तब यही भाजपा ने उनके खिलाफ बयान बाजी की थी और आज मेयर चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के वाशिंग पाउडर में बिल्लू पूरी तरीके से धूल करके दाग साफ करके पवित्र हो गए हैं। राजीव शर्मा ने मांग की है कि मेयर चुनाव में भी दल बदल कानून लागू किया जाए ताकि भारतीय जनता पार्टी किसी तरीके के प्रलोभन को देकर दूसरी पार्टियों के पार्षदों को भ्रमित ना कर सके।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्षदों को बाहर ले जाने की तैयारी में
जिस तरह अक्सर विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में विधायकों को और सांसदों को की खरीद फरोख्त से बचने के लिए पार्टियां रिजॉर्ट्स पॉलिटिक्स का सहारा लेती है, ऐसा लगता है कि इस बार चंडीगढ़ के पार्षदों की भी पार्टी होने वाली है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अपने पार्षदों को भाजपा से बचाने के लिए रिजॉर्ट्स पॉलिटिक्स अपना सकती हैं। जहां कांग्रेस अपने पार्षदों को हिमाचल और आम आदमी पार्टी अपने पार्षदों को पंजाब भेज सकती है।
आम आदमी पार्टी ने चुप्पी साधी
बिल्लू कांड के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पूरी तरीके से चुप्पी साध ली है। आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ के सभी बड़े नेता इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए। ना तो किसी बड़े नेता ने फोन उठाया, ना ही समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार का मीडिया के लिए कोई वक्तव्य जारी किया गया।
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