निगम अधिकारियों तक मुख्यमंत्री का आदेश पहुंचने में लग गए 1 साल
पंचकूला नगर निगम 9 दिन चले अढ़ाई कोष की तर्ज पर
जिस फाइल पर फूल माला चढ़ी होती है सिर्फ वही फाइल है अधिकारियों को नजर
पता नहीं निगम के अधिकारी कौन सा चश्मा लगाते हैं !
ऐसे में कैसे होंगे आशियाना में डेवलपमेंट के काम
पंचकूला
पंचकूला के वार्ड 15 के सेक्टर 20 में स्थित आशियाना और वार्ड 17 में स्थित आशियाना के विकास कार्य को लेकर 17 फरवरी 2024 को एक पत्र मेमो नंबर 37357 जारी हुआ था । यह पत्र हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ से जारी किया गया था । जिसकी ईमेल 18 फरवरी 2024 शाम 7:45 पर xenhudda2@gmail.com की मेल आईडी से नगर निगम को भेज दी गई थी ।तब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हुआ करते थे । जो कि अब केंद्रीय मंत्री हैं और वर्तमान में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पिछले लगभग 12 महीने से मुख्यमंत्री हैं । इस पत्र के अनुसार सेक्टर 20 सेक्टर 26 और सेक्टर 28 स्थित आशियाना कॉलोनी के मकान की रिस्ट्रक्चर का काम हुड्डा को करना था और सड़क पार्क संबंधित काम नगर निगम को करने थे । पर 1 साल बीत जाने के बाद हुड्डा ने तो अपना काम करना शुरू कर दिया पर नगर निगम के अधिकारी कुंभकरण की नींद में सोए पड़े हैं ।
संबंधित वार्ड पार्षद गौतम प्रसाद और संदीप सोही के अनुसार हुड्डा ने तो अपने काम शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिए पर जब नगर निगम से उन्होंने इस संबंध में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उनके पास इस संबंध में किसी प्रकार का कोई लेटर नहीं पहुंचा है । यानी की 17 2 2024 को जो लेटर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ से जारी किया गया था जिस पर जब साइन किया गया था तब विभाग के xen एन के पायल वार्ड पार्षद गौतम प्रसाद वार्ड 9 के पार्षद राजेश कुमार मौजूद थे । और हमने पहले भी लिखा इस लेटर के संबंध में ईमेल 18 फरवरी 2024 को शाम को 7:45 पर कर दी गई थी ।
बुधवार 5 फरवरी को नगर निगम में गौतम प्रसाद और संदीप सोही ने नगर निगम कमिश्नर अपराजिता से मिलकर एक बार फिर इस मुद्दे को लेकर बात की । नगर निगम कमिश्नर से बातचीत होने के बाद गौतम प्रसाद ने संवाददाता को बताया कि आज पहली बार नगर निगम ने यह माना है कि यह लेटर उनके पास आ चुका है पर कहीं फाइलों में दबा हुआ था । अब इस पर कार्रवाई जल्दी हो जाएगी ।
आपको बताते पूरा मामला था क्या
दरअसल यह पूरा मामला आशियाना की दुर्दशा को लेकर जुड़ा हुआ था । वार्ड के पार्षदों ने एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था कि आशियाना में रहने वाले नागरिक नरकीय जीवन जी रहे हैं तब विभाग की तरफ से कहा गया था कि कुछ पैसा आशियाना के नागरिकों को लगाना पड़ेगा और कुछ पैसा सरकार की तरफ से लगाया जाएगा । तब पार्षदों की तरफ से कहा गया था कि आशियाना में रहने वाले लोग गरीब तबके के हैं मजदूर तबके के हैं उनके पास पैसे नहीं होते हैं सरकार ही खर्च करके इसको सही करवाए । विभाग के अधिकारी एनके पायल ने इस संबंध में वार्ड पार्षदों से एक चिट्ठी ली थी उसके आधार पर सरकार सभी प्रकार का खर्च करने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और नगर निगम को अधिकृत कर दिया था । पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आदेश होने के बाद 1 साल बीतने के बाद भी नगर निगम के अधिकारी यह मानने को भी तैयार नहीं थे कि उनके पास ऐसा कोई लेटर आया है ।



गौतम प्रसाद वार्ड 15 पार्षद मैं वार्ड 15 से पार्षद हूं , और मेरे वार्ड में आशियाना आता है । आशियाना की दुर्दशा सुधारने के लिए मैं लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहा हूं पर नगर निगम के अधिकारी सुनते ही नहीं । अब कमिश्नर मैडम इस मामले को संज्ञान लिया है देखते हैं काम कब तक होता है । आज हमने अपने हाथ से 1 साल पुराना ऑर्डर की कॉपी कमिश्नर ऑफिस में दे दी है ।

संदीप सोही वार्ड पार्षद 17 मेरे वार्ड में भी आशियाना कॉलोनी आती है । आशियाना कॉलोनी में रहने वाले नागरिक सुबह शाम मेरे घर की कुंडी खटखटाते हैं और मुझसे पूछते हैं ना तो अधिकारी कोई जवाब देते हैं , ना ही इस संबंध में कोई कुछ बताते हैं । मैं परेशान हो चुका हूं आखिर जनता को क्या जवाब दूं
निगम कमिश्नर ने नहीं उठाया फोन
इस संबंध में जब हमने नगर निगम कमिश्नर अपराजिता को उनके आधिकारिक नंबर पर उनका पक्ष जानने के लिए शाम को 5:00 फोन किया तो घंटी बजती रही पर फोन नहीं उठाया गया । जब भी उनकी तरफ से इस खबर के संबंध में कोई पक्ष मिलेगा अखबार में लगा दिया जाएगा ।
एक मुहावरा है 9 दिन चले अढ़ाई कोष पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों पर यह पूरी तरीके से सटीक बैठता है । हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और नगर निगम के बीच की दूरी लगभग लगभग 3 किलोमीटर की है और 3 किलोमीटर तक इस चिट्ठी को पहुंचने में एक साल लग गए । पार्षदों के दावे के अनुसार उन्होंने इस चिट्ठी को अपने हाथ से पहुंचा है । ऐसे में समझा जा सकता है कि पहले मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री थे उसके बाद नायब सिंह सैनी ने बचा हुआ कार्यकाल पूरा किया विधानसभा चुनाव हुए फिर रायसिंह मुख्यमंत्री बन चुके हैं । पर नगर निगम के अधिकारी न जाने किस कंपनी के चश्मे को लगाते हैं कि उनको पंचकूला की जनता के विकास के संबंधित फाइलें नजर नहीं आती । ऐसा कहा जाता है कि जिस फाइल पर फूल माला चढ़ी होती है सिर्फ वही फाइल है अधिकारियों को नजर आती है ।
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