राजनीति की राह टफ ,फिल्मों की दुनिया इजी : कंगना रानाउत
प्रेरणा ढिंगरा : एक पुरानी कहावत है जिसका काम उसी को साजे और करें तो टंटा बाजे ,, और यह कहावत हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से चुनी गई नई नवेली सांसद बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत पर पूरी तरीके से फिट बैठती है । दर्शन कंगना पिछले लगभग दो दशक से बॉलीवुड में एक्टिव है और बॉलीवुड में उनका अच्छा खासा नाम है । परंतु उन्होंने पहली बार राजनीति की राह पकड़ी है और राजनीति की राह पकड़ने के साथ ही उनको राजनीति का कड़वा सच भी दिखाई पड़ गया है की राजनीति आखिर है क्या । यह बात कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहीं की राजनीति की राह मुश्किल है और फिल्मों की राह इजी है ।
दरअसल कंगना का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कंगना रानाउत दिल्ली जा रही थी और चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की सुरक्षा कर्मी पर आरोप है कि उसने उन्हें चांटा जड़ दिया था । हालांकि इस मामले की जांच चल रही है कंगना रनौत का अपना पक्ष और सीआईएफ कर्मचारी का अपना पक्ष है ।
कंगना जिन्हें जनता ने हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जिताया है उन्होंने राजनीति में आने की वजह बताई। लोकसभा चुनाव में कंगना रनौत बॉलीवुड क्वीन भारतीय जनता पार्टी की तरफ से हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से उम्मीदवार के तौर पर उतरी थी और उन्होंने जीत भी हासिल की।
ड्रामा क्वीन कंगना रनौत ने राजनीति में आने का फैसला क्यों लिया इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पॉलिटिक्स का कई बार ऑफर पहले भी मिला था। वह हिमाचल प्रदेश में मंडी की सांसद बन चुकी हैं और इसके बाद थप्पड़ कांड को लेकर भी कंगना सुर्खियों में बनी रही। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआरपीएफ की महिला जवान ने उन्हें थप्पड़ मारा था, जिस बात पर काफी हंगामा हुआ। अब इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि फिल्मों में काम करना पॉलिटिक्स से ज्यादा आसान है। लोगों का कहना है कि सांसद बनते ही कंगना के क्या छूट गए हैं पसीने? पहले फ़िल्में और अब राजनीति में भी कठिनाई और मुश्किलें दिखाई देने लगी?
एक्टर बनना है राजनीति से आसन?
हिमाचली पॉडकास्ट में बात करते हुए कंगना ने कहा कि “‘ये पहली बार नहीं है जब मुझे राजनीति में आने के लिए अप्रोच किया गया है। मुझे पहले भी कुछ ऑफर्स आ चुके हैं। गैंगस्टर में डेब्यू करने के बाद मुझे टिकट ऑफर की गई थी। मेरे परदादा कम से कम तीन बार विधायक रहे थे। तो जब आप ऐसे परिवार से आते हो और सफलता का स्वाद चखते हो, तो लोकल लीडर्स आपको अप्रोच करते ही हैं। ये बहुत आम बात है। यहां तक कि मेरे पिता को भी एक ऑफर मिला था। मेरी बहन को भी एसिड अटैक से बचने के बाद पॉलिटिक्स जॉइन करने का ऑफर मिला था। तो हमारे लिए पॉलिटिक्स जॉइन करने का ऑफर मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। अगर मैं इसमें दिलचस्पी नहीं रखती तो मुझे इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती।”
कंगना ने यह भी कहा कि “मैं वो इंसान हूं जो अपने पैशन के साथ जाती हूं । यहां तक कि मैं फिल्म इंडस्ट्री में भी मैं एक्टर, राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर हूं। और यहां अपने पॉलिटिकल करियर के लिए । लेकिन अगर मुझे लोगों से मिलना पड़े तो मैं ये जरूर करूंगी। कोई दबाव नहीं है। हालांकि मैं ये जरूर कहूंगी कि फिल्म इंडस्ट्री में काम करना पॉलिटिक्स से काफी आसान है। पॉलिटिक्स में काफी मेहनत लगती है। ये कठिनाइयों से भरी जिंदगी है, बिल्कुल डॉक्टरों की तरह, जहां सिर्फ परेशान लोग ही आपके पास आते हैं।जब आप फिल्म देखने जाते हैं तो आप बहुत रिलैक्स होते हैं। लेकिन पॉलिटिक्स में ऐसा कुछ भी नहीं है।”
पॉलिटिक्स को कठोर बताते हुए उन्होंने कहा कि “राजनीति में एक कठोर जीवन जीना पड़ता है, ये फिल्मों से पूरी तरह अलग है। एक फिल्म एक्ट्रेस के रूप में आप सेट और प्रीमियर पर जाते हैं, जहां आप रिलेक्स होते हैं। हम एक्ट्रेस के रूप में एक सॉफ्ट लाइफ जीते हैं। मुझे इस जीवन में ढलने और इस कठोरता के साथ तालमेल बिठाने में काफी समय लगा। राजनीति में पूरी तरह से कठोर जीवन है।
कंगना की फिल्मी दुनिया
कंगना का ताल्लुक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के छोटे से कस्बे भांवला से है। शोहरत के सपने देखने वाली कंगना 15 साल की उम्र में दिल्ली आ गई और यहां फैशन की दुनिया में अपना भविष्य बनाने की कोशिश करने लगी। मॉडलिंग में जैसे ही कंगना ने कदम रखा, उन्हें पता चला कि वह किसी और काम के लिए बनी है। वक्त के साथ उन्होंने एक्टिंग में अपना हाथ आजमाया। जब वह 19 साल की हुई तब उन्हें डायरेक्टर अनुराग बसु ने अपनी मूवी गैंगस्टर में जगह दी।
इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने बॉलीवुड को कई सारी हिट फिल्में सोपी, जैसे की फैशन, वन्स अपऑन ए टाइम इन मुंबई, तनु वेड्स मनु। खासतौर पर क्वीन फिल्म जिसने सबके दिलों में अपनी जगह बना ली और आज भी उस फिल्म के लिए कंगना की खास तारीफ की जाती है। फिल्मों की बात करें तो सांसद बनने के बाद, उनकी खुद की डायरेक्टेड फिल्म इमरजेंसी जल्द ही रिलीज होने वाली है। रिलीज डेट की घोषणा अभी तक नहीं हुई है, पर आने से पहले ही इस मूवी ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है क्योंकि यह मूवी में कंगना ने इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है।
असल में कंगना का अब तक का करियर का सफर रिटेक वाला सफल रहा है जहां पर की गलती होने के बाद दोबारा शर्ट लिया जा सकता है पर राजनीति में ना तो कोई रीटेक होता है ना ही दोबारा शॉट लिया जाता है । यहां तो एक बार अगर आपके मुंह से कोई बात निकल गई तो अगर बात अच्छी है तो भी तारीफ है अगर बुरी है तो क्रिटिसाइज भी होना पड़ता है । तो कंगन को बहुत जल्दी यह बात समझ में आ गई की राजनीति की राह इतनी आसान नहीं रहने वाली जितनी आसानी से उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना नाम कमाया है ।
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