लोकसभा चुनाव के ठीक पहले मोदी सरकार मे गले की फांस बना नया “सड़क सुरक्षा कानून”
नई सड़क सुरक्षा कानून मे मोदी सरकार फंसी
तीन कृषि बिल वाले काले कानून से अभी मोदी सरकार पूरी तरह से उबर भी नही पाई थी कि सड़क सुरक्षा को लेकर लाए गए नए कानून ने अब मोदी सरकार की नींद उड़ा दी है । क्योंकि इस नए कानून को लेकर देश में चारों तरफ विरोध का माहौल बनता नजर आ रहा है । नए कानून में सड़क पर चलने वाले हर वाहन चाहे वह टू व्हीलर ,फोर व्हीलर , सिक्स व्हीलर या बड़ा कोई भी ट्रक या बस हो इसकी जद में आ गए हैं । पिछले महीने महामहिम राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के दस्तखत होने के बाद सड़क सुरक्षा के नए कानून को लेकर पूरे देश में मोदी सरकार का ड्राइवर लाबी ने विरोध शुरू कर दिया है । ड्राइवर लॉबी ने अपने-अपने ट्रक , प्राइवेट बसें जगह-जगह पर खड़ी कर दी हैं और उनकी चाबियां अपने मालिकों को या अपने दफ्तर में जमा करवा दी हैं । ड्राइवरों का कहना है की 8-10 हजार की नौकरी करके हम अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं । और सड़क पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति में 10 लाख रुपए का जुर्माना कहां से अदा करेंगे या फिर 10 साल की जेल अगर हो जाती है तो हमारे परिवार का भरण पोषण कौन करेगा ।
ड्राइवरों की हड़ताल से जगह-जगह जरूरी सामानों की हुई किल्लत
हिट एंड रन मामले में कानून के नए प्रावधानों से देश के अलग-अलग राज्यों से ड्राइवरों ने अपने-अपने वाहन चलाने से इनकार कर दिया है । उसका नतीजा अलग-अलग जगह पर वाहन सड़कों पर खड़े हो गए हैं । जरूरी सामानों की किल्लत होने लगी है । लगभग आधे से ज्यादा देश में पेट्रोल पंप सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं । हड़ताल का असर सब्जी मंडी पर भी पड़ा है और मंडियों में सब्जियां ना पहुंचने की वजह से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हो चुकी है । दूध और दही की सप्लाई पर भी आने वाले दिनों में असर पड़ने की संभावना है । अगर हड़ताल इसी तरीके से जारी रहती है तो आने वाले समय में यात्रियों के साथ-साथ बाजारों में कई दूसरे तरह के सामानों की भी कमी हो सकती है ।कई जगहों पर प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी जारी कर ट्रांसपोर्टरों व ड्राइवरों से संपर्क किया जा रहा है , ताकि व्यवस्था सुचारू की जा सके । मध्य प्रदेश में ऐसी ही एक बैठक में वहां के डीएम और ड्राइवर के बीच में झड़प हो गई जहां पर डीएम साहब ड्राइवर को औकात बताने लगे । डीएम साहब को यह नहीं समझ में आया कि इस समय आप मामले को सुलझाने बैठे हैं ना कि बिगाड़ने ।
हड़ताल की वजह से 50 लाख वाहन हुए सड़कों से दूर
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृतलाल मदन ने बताया , नए कानून को लेकर ड्राइवर खुद ही गाड़ियां छोड़कर उतर रहे हैं । और दूसरों की भी नहीं चलने दे रहे । एक अनुमान के अनुसार देश में लगभग 70 लाख के आसपास कमर्शियल व्हीकल सड़कों पर रोजाना उतरते हैं । और हड़ताल की वजह से मंगलवार को लगभग 50 लाख व्हीकल सड़क पर नहीं उतरे । कमर्शियल ट्रकों के साथ-साथ प्राइवेट बस ड्राइवर ने भी हड़ताल का साथ दिया । जिसकी वजह से जगह-जगह पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा । यह हड़ताल कब खत्म होगी अभी इस बारे में सरकार की तरफ से कोई प्रयास नहीं किए गए हैं ।
एस्मा लागू कर सकती है सरकार
ट्रक ड्राइवर की हड़ताल अगर लंबी खींचती हुई नजर आई तो सरकार ड्राइवर के ऊपर एस्मा लागू कर सकती है । एस्मा लागू होने का मतलब होता है , कि जरूरी वस्तुओं के सामान की ढुलाई में लगे हुए ड्राइवर को काम पर लौटना होगा । ताकि जरूरी वस्तुओं की किल्लत न होने पाए । अगर एस्मा लागू होने के बाद भी ड्राइवर काम पर नहीं लौटते हैं तो सरकार उनको काम पर लाने के लिए जबरदस्ती भी कर सकती है या फिर रिजर्व पुलिस फोर्स और मिलिट्री की सेवाएं भी जरूरी सामान को पहुंचाने के लिए ली जा सकती हैं । मगर यह ऊंट के मुंह में जीरा के समान ही होगी ।
क्या है नए कानून में जिससे ट्रक ड्राइवर या सभी ड्राइवर को लग रहा है डर ?
संसद से पारित होने के बाद नए कानून में हिट एंड रन मामले में लापरवाही से मौत को लेकर विशेष प्रावधान किए गए हैं । इसके अनुसार यदि किसी भी वाहन चालक के ड्राइवर से लापरवाही से गाड़ी चलाने पर सड़क पर चलने वाले किसी की मौत हो जाती है , और वह ड्राइवर पुलिस या मजिस्ट्रेट को सूचना दिए बिना भाग जाता है तो 10 साल तक की कैद और ₹7 लख रुपए का जुर्माने का कानून मे प्रावधान है । जिसका ड्राइवर विरोध कर रहे हैं । ड्राइवरों की चिंता इसी बात को लेकर है कि अगर वह कोई एक्सीडेंट होने के बाद मौके पर रहते हैं तो भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ता है । हालांकि संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि उन चालकों के साथ नरमी बढ़ती जाएगी जो पुलिस को सूचना देंगे और घायल को अस्पताल ले जाएंगे । और दूसरी तरफ ड्राइवर लाबी का कहना है कि कानून इस बात का होना चाहिए कि अगर कोई भी व्यक्ति एक्सीडेंट होने के बाद ड्राइवर को मारेगा तो सजा उसको मिलेगी । ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृतलाल मदन का कहना है कि कानून को लाने के पहले किसी प्रकार का कोई भी सुझाव किसी भी स्टेक होल्डर से नहीं लिया गया । देश में एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन प्रोटोकॉल का अभाव है पुलिस बिना वैज्ञानिक की जांच के दोस हमेशा बड़े वहां पर मढ देती है ।
सड़क सुरक्षा का नया कानून सड़क पर चलने वाले सभी प्रकार के दो पहिया वाहन , कार , ट्रक टैंकर , जैसे सभी वाहनों पर लागू होगा । इस कानून की जड़ में हर वह ड्राइवर आ रहा है जो सड़क पर अपना वाहन लेकर निकलेगा ।
हिमाचल रोडवेज ने लंबी दूरी की बसें चलाने से कर दिया इनकार
हिमाचल रोडवेज की सुंदरनगर डिपो के महा प्रबंधक ने लेटर जारी कर दिया है की लंबी दूरी की बस सेवा डीजल की कमी की वजह से अस्थाई तौर पर बंद की जा रही है । कमोबेश यही स्थिति हरियाणा रोडवेज की भी है हरियाणा रोडवेज की तरफ से जानकारी मिल रही है कि यहां पर भी ज्यादातर रोडवेज स्टेशनों में डीजल खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है , तो संभावना ऐसी है कि शायद लंबी दूरी की बसें हरियाणा रोडवेज भी बंद कर सकती है । वही हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर के एक संगठन की तरफ से आज 11:00 से लेकर 1:00 बजे तक सांकेतिक हड़ताल की जाएगी इस दौरान कोई भी बस डिपो से बाहर नहीं जाएगी ।
पुलिस की ड्यूटी लगी ड्राइवर लाबी को समझाने के लिए
नई सड़क सुरक्षा कानून को लेकर सरकार / प्रशासन के द्वारा अलग-अलग जगह पर पुलिस के अधिकारियों द्वारा ड्राइवर लाबी को यह बताया जा रहा है की नए सड़क सुरक्षा कानून से डरने की जरूरत नहीं है । यह कानून उन लोगों के लिए लाया गया है जो रेस ड्राइविंग करते हैं और किसी की जान की परवाह नहीं करते ।
जब संसद में डेढ़ सौ सांसद निलंबित थे तब पास कर लिए ” शहंशाह” ने कानून : राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”बिना प्रभावित वर्ग से चर्चा और बिना विपक्ष से संवाद के कानून बनाने की जिद लोकतंत्र की आत्मा पर निरंतर प्रहार है । जब 150 से अधिक सांसद निलंबित थे तो तब संसद में शहंशाह ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़, ड्राइवर्स के विरुद्ध एक ऐसा कानून बनाया जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं । ”उन्होंने आगे कहा, ”सीमित कमाई वाले इस मेहनती वर्ग को कठोर कानूनी भट्टी में झोंकना उनकी जीवनी को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है । साथ ही इस कानून का दुरुपयोग संगठित भ्रष्टाचार के साथ वसूली तंत्र को बढ़ावा दे सकता है। लोकतंत्र को चाबुक से चलाने वाली सरकार शहंशाह के फरमान और न्याय के बीच का फर्क भूल चुकी है। ”
बिना प्रभावित वर्ग से चर्चा और बिना विपक्ष से संवाद के कानून बनाने की ज़िद लोकतंत्र की आत्मा पर निरंतर प्रहार है। जब 150 से अधिक सांसद निलंबित थे, तब संसद में शहंशाह ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़, ड्राइवर्स के विरुद्ध एक ऐसा कानून बनाया जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं।
कई जगह पर लाठी चार्ज कई जगह पर पुलिस की गाड़ियां फूंकी गई
उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान के कई जिलों में ट्रक ड्राइवर लाबी की पुलिस के साथ टकराव की खबरें मिल रही है । जिसमें पुलिस की गाड़ियां तक जला दी गई है । वहीं कई जगह पर पुलिस ने डंडे मारकर , डंडे फटकार कर ट्रक ड्राइवर को सड़क से दूर किया । वही मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने सरकार से कहा है किसी भी कीमत पर हड़ताल को खत्म करवाए । वही पेट्रोल डीजल की कमी को देखते हुए कई जिलों के प्रशासन ने हर एक गाड़ी के लिए लिमिट तय कर दी है जैसे बाइक को 1 या 2 लीटर पेट्रोल मिलेगा तो कार को 5 लीटर पेट्रोल या डीजल ही मिलेगा । और किसी भी प्लास्टिक की बोतल में ना पेट्रोल ना डीजल दिया जाएगा ।
ट्राई सिटी के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर लगी हुई लंबी-लंबी लाइन , चंडीगढ़ में शर्त के साथ मिलेगा पेट्रोल डीजल
कल सुबह जैसे ही मीडिया से यह खबर लोगों तक पहुंची कि पेट्रोल डीजल की शॉर्टेज होने वाली है पेट्रोल पंपों पर लाइन लगने शुरू हो गई और दोपहर होते-होते तो स्थिति यह हो गई कि पेट्रोल पंप मालिकों को पुलिस बुलानी पड़ गई । ट्राई सिटी के कई पेट्रोल पंप पर 3:00 के आसपास पेट्रोल डीजल नहीं है के पोस्टर लगा दिए गए । और शाम होते-होते चंडीगढ़ ने शर्त के साथ पेट्रोल एवं डीजल दिए जाने के आदेश जारी हो गए । यानी बाइक में₹200 का पेट्रोल एक बार में और कर में ₹500 का पेट्रोल या डीजल एक बार में दिया जाएगा ।
केंद्र सरकार की ड्राइवर लाबी से अपील
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट के साथ बैठक के बाद में केंद्र सरकार ने एक पत्र जारी किया है । जिसमें सरकार का कहना है कि नए कानून के प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं । भारतीय न्याय संघीता की धारा 106 ( 2 ) को लागू करने से पहले ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से विचार विमर्श करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा । अतः हम सभी वाहन चालकों से अपील करते कि अपने-अपने काम पर लौट जाए ।
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