किसान आंदोलन पार्ट 2 : अपडेट
यह खबर लगातार अपडेट की जा रही है जैसे-जैसे किसान आंदोलन में कुछ भी अपडेट होगा यह खबर अपडेट की जा रही है । नजर बनाए रखें
लाल किला आम लोगों के लिए बंद, किसानों के दिल्ली कूच के चलते लिया फैसला, पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बिगड़े हालात
किसानों के दिल्ली कूच के चलते लाल किला आम लोगों के लिए बंद करने का फैसला किया गया. सुरक्षा कारणों के चलते लाल किले को बंद किया गया है. आपको बता दें कि किसान आंदोलन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन मुस्तैद है. किसानों ने दिल्ली कूच का ऐला किया.
पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर हालात बिगड़ गए है. हरियाणा पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इस दौरान मौके पर अफरातफरी मच गई है. नौजवानों ने बैरिकैड्स को मौके से उठाया तो पुलिस ने कार्रवाई की. पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे. किसानों को करीब 300 मीटर तक पीछे हटाया जा चुका है, लेकिन प्रदर्शनकारी दिल्ली में घुसने के लिए अड़े है.
दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है. सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी सुरक्षाबल तैनात है. पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया. दिल्ली में धारा 144 लगी हुई है. समूह में आना हथियार लाना और किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न करना प्रतिबंधित है.
बिग पंजाब ब्रेकिंग जींद – जींद पंजाब बॉर्डर पर पुलिस का किसानों पर एक्शन
पुलिस ने मिर्च से भरा वाटर कैनन का किया प्रयोग।
आशु गैस के गोले भी दागे।
ड्रोन द्वारा दागे जा रहे है आसू गैस के गोले
पानीपत प्रशासन ने भी किसानों को रोकने की तैयारी शुरू की
हाल्दाना बॉर्डर पर आठ कंपनियों की गई तैनात
चार कंपनी पानीपत जिले की और चार कंपनी सोनीपत जिले की रहेगी तैनात
देशभर के किसानों के दिल्ली कूच के फैसले के बाद हरियाणा में तमाम जगहों पर पुलिस, पैरामिल्ट्री फोर्स, BSF ने मोर्चा संभाला लिया है। अनेकों बॉर्डर पर नाकाबंदी, किलेबन्दी, बैरिकेडिंग समेत अन्य बैरियर लगाकर रास्तों को बंद किया गया है। इसी बीच पानीपत जिले के समालखा कस्बे में नेशनल हाईवे 44 पर जीटी रोड पर हल्दाना बॉर्डर पर पुलिस और फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
जिला प्रशासन किसी भी सूरत में किसानों को दिल्ली कूच नहीं करने देने के इरादे से तैयारी कर चुका है। गांव पट्टीकल्याण के पास पानीपत और सोनीपत पुलिस ने संयुक्त रूप से नाकाबंदी की तैयारी की है। नाका बनाने के लिए पुलिस द्वारा बैरिकेड, पत्थर अधिक संख्या में मंगवाए गए हैं। किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन मशीन, वज्र वाहन, क्रेन मौके पर मौजूद है। इनके अलावा करीब 6 गाड़ियां फायर ब्रिगेड़, 4 एंबुलेंस भी मौके पर खड़ी की गई है।
समालखा में जायजा लेने के लिए सोनीपत DCP ईस्ट गौरव राजपुरोहित, ACP गन्नौर गोरखपाल राणा समेत पानीपत पुलिस अधिकारी हल्दाना बॉर्डर पर पहुंचे। DCP ने कहा कि पानीपत और सोनीपत पुलिस की ज्वाइंट टीमें यहां तैनात रहेगी। सोनीपत की 2 पुलिस की टीमें और 2 अर्ध सैनिक टुकड़ियां यहां तैनात कर दी गई है।
इसके अलावा पानीपत की 4 टीमें यहां तैनात है। यहां जरूरत पड़ने पर अलग-अलग तरीके की बैरिकेडिंग की जाएगी। जिसमें कंटीली तारें, पत्थर आदि है। अगर किसानों की गाड़ियां यहां आई तो पुलिस के पास व्यापाक बंदोबस्त है। फिलहाल यहां ट्रैफिक पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। अगर ट्रैफिक रोकने की जरूरत पड़ी तो लोगों को पहले ही सूचित किया जाएगा।
-गौरव राज पुरोहित,डीसीपी
Sangrur – महलां गांव से किसानों को खनुरी भेजा गया है। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किसानों की ट्रॉलियां खनौरी बॉर्डर के लिए रवाना हो रही हैं.
Shambhu border – सूत्रों के वाले से इस समय की सबसे बड़ी खबर जब से किसानों ने शंभू बॉर्डर पर वहां पहुंचे हैं वहां आंसू गैस के गोले ड्रोन के जरिए छोड़े जा रहे हैं इस अफरा तफरी के माहोल में वहां पर कुछ मीडिया कर्मियों को भी छोटे आई हैं और इनमें से एक दो पत्रकारों को जख्मी भी हुए हैं
ब्रेकिंग जींद -दाता सिंहवाला खनौरी सीमा पर हंगामे के आसार
हरियाणा के किसान पहुंचे बोर्डर पर
पुलिस को बीच में घेरने की तैयारी
किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर बोर्ड की तरफ पहुंचना शुरू
कहा बोर्डर को तोड़ने के लिए आए है किसान
कहा पंजाब के भाईयो के लिए बोर्ड खुलवाने के लिए आए है हरियाणा के किसान
पुलिस और किसानो में आर्गुमेंट शुरू
अभी धीरे धीरे हरियाणा पंजाब बोर्डर पर किसानो का पहुंचना शुरू
एक तरफ पंजाब के किसान तो दूसरी तरफ हरियाणा के किसान
हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पार करने की कोशिश में बैरिकेड की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टरों से सीमेंट के बैरिकेड को जबरन हटाया।
बेंगलुरू: किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं… उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और इस देश पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में दिक्कते आएंगी ही… अगर उनके(किसान) साथ कोई अन्याय हुआ। सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तो ना वो किसान हमसे ज्यादा दूर हैं और ना दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है…”
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!