ज्ञानचंद गुप्ता से तनातनी के बाद पंचकूला उपायुक्त मोनिका गुप्ता का तबादला
खबरी प्रशाद की खबर पर लगी मुहर
पंचकूला, 6 सितंबर
पंचकूला उपायुक्त मोनिका गुप्ता का तबादला आखिरकार कर दिया गया है। यह फैसला ठीक उसी दिशा में गया जिसकी आहट खबरी प्रसाद ने 29 अगस्त के अंक में दी थी। उस समय अखबार ने यह खुलासा किया था कि मोनिका गुप्ता ने स्वयं अपने ट्रांसफर की मांग सरकार से कर दी है। अब आधिकारिक आदेश जारी होने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि उस खबर पर मोहर लग चुकी है।

तनातनी की शुरुआत मनसा देवी मंदिर बोर्ड की बैठक से
दरअसल, पूरा विवाद माता मनसा देवी मंदिर बोर्ड की बैठक से जुड़ा है। बैठक में उपायुक्त गुप्ता लगभग आधे घंटे देरी से पहुंचीं। इस पर बोर्ड सदस्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उनसे सवाल-जवाब शुरू किए। सूत्रों के मुताबिक, बैठक का माहौल जल्द ही तनावपूर्ण हो गया और दोनों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा रही कि ज्ञानचंद गुप्ता ने इस प्रकरण को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया था और यही कारण बना कि उपायुक्त के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गईं।
15 दिन में आदेश, तबादले की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी
बैठक के बाद से ही यह कयास लगने लगे थे कि मोनिका गुप्ता का कार्यकाल पंचकूला में अधिक लंबा नहीं रहने वाला। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने स्वयं सरकार से अपने तबादले की मांग कर दी थी। आखिरकार, केवल 15 दिन के भीतर ही आदेश जारी हुए और उनका तबादला कर दिया गया।
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत जुटा रही थीं उपायुक्त
दिलचस्प बात यह है कि यह तबादला उस समय हुआ जब मोनिका गुप्ता सक्रिय रूप से पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद जुटाने में लगी हुई थीं। उन्होंने पंचकूला की सामाजिक संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों से राहत सामग्री की अपील की थी। उनकी पहल पर कई संगठनों ने आगे आकर राशन किट और अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई।
प्रशासनिक फैसलों पर राजनीति का असर?
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर केवल कामकाज की समीक्षा पर आधारित होते हैं या फिर राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत नाराजगी भी इन पर हावी हो जाती है।
मोनिका गुप्ता का कार्यकाल पंचकूला में अपेक्षाकृत छोटा रहा, लेकिन उनके ट्रांसफर के पीछे जिस तरह का घटनाक्रम सामने आया है, उसने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
खबरी प्रसाद की खबर पर मोहर
खबरी प्रसाद ने 29 अगस्त को ही इशारा कर दिया था कि उपायुक्त का तबादला तय माना जा रहा है। अब यह खबर पूरी तरह सच साबित हो चुकी है।
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