बातें गुजरी जमाने की : कैसे पड़ा हुटोक्सी रिपोर्टर का नाम मधुमति
मना रही है आज अपना 83 वा जन्मदिन
कई लोग इन्हें देखकर समझते हैं कि वो हेलन जी को देख रहे हैं। लेकिन ये हेलन नहीं हैं। हां, ये भी हेलन जी की ही तरह अपने डांस के चलते मशहूर हुई थी। लेकिन ये उनसे एकदम अलग हैं। इनका नाम है मधुमति। हालांकि ये इनका असली नाम नहीं है। ये तो इनका फिल्मी नाम है। इनका असल नाम है हुटोक्सी रिपोर्टर। ये कोई पेशेवर रिपोर्टर नहीं थी। रिपोर्टर तो इनका सरनेम है। इंटरनेट पर कई लोग दावा करते हैं कि हुटोक्सी रिपोर्टर उर्फ मधुमति जी का जन्म 30 मई 1938 को हुआ था। मगर ये गलत है। इनका जन्म हुआ तो 30 मई को ही था। मगर इनके जन्म का साल 1941 है ना कि 1938.
यानि आज हुटोक्सी रिपोर्टर उर्फ मधुमति जी का जन्मदिन है। तो चलिए, आज इनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें जानते हैं। ठाणे में रहने वाले एक पारसी परिवार में जन्मी हुटोक्सी रिपोर्टर के पिता का नाम था ख़ान साहेब दारा बहरामजी। और वो एक जज थे। हुटोक्सी के एक भाई थे जिनका नाम था पीलू रिपोर्टर। पीलू रिपोर्टर एक वक्त पर नामी क्रिकेट अंपायर हुआ करते थे। साल 2023 के सितंबर में पीलू रिपोर्टर की मृत्यु हो गई थी। वैसे बता दें कि हुटोक्सी रिपोर्टर जी कुल छह भाई-बहन थे। ये सात साल की ही थी जब इनकी डांस ट्रेनिंग शुरू हो गई थी। इन्होंने कत्थक, मणिपुरी और कथकली डांस सीखा था। फिर जब ये 15 साल की हुई थो इन्होंने अपनी डांस एकेडेमी भी खोल ली।
डांस सिखाने के साथ-साथ हुटोक्सी रिपोर्टर डांस शोज़ में भी खूब हिस्सा लिया करती थी। उन डांस शोज़ के ज़रिए हुटोक्सी रिपोर्टर मशहूर होने लगी। फिल्म इंडस्ट्री तक भी इनके नाम का चर्चा पहुंचा। एक दिन डायरेक्टर धीरूभाई देसाई ने अपनी एक फिल्म में हुटोक्सी रिपोर्टर को डांस करने का ऑफर दिया। उस फिल्म का नाम था हरीशचंद्र। पर चूंकि इनके पिता फिल्मों को सख़्त नापसंद करते थे तो उन्होंने धीरूभाई देसाई को मना कर दिया। लेकिन धीरूभाई देसाई पीछे नहीं हटे। वो हुटोक्सी के पिता को मनाते रहे। और आखिरकार एक दिन हुटोक्सी के पिता मान ही गए।
इस तरह साल 1958 में हरीशचंद्र फिल्म से हुटोक्सी रिपोर्टर का फिल्मी करियर शुरू हो गया। फिर तो इन्होंने कई फिल्मों में काम किया। जैसे मेरे हुज़ूर, तलाश, पवित्र पापी, शतरंज, शिकारी, ये रात फिर ना आएगी, जानवर, अन्नदाता व और भी कई। और अब तक इनका नाम भी हुटोक्सी रिपोर्टर से बदलकर मधुमति हो गया। एक इंटरव्यू में मधुमति जी ने कहा था कि क्लासिकल डांस की बात अलग थी। लेकिन जब भी उन्हें फिल्मों में वेस्टर्न डांस करना पड़ा तो लोगों ने उन्हें हमेशा हेलन ही समझा। आज भी कई लोग उनके उन पुराने डांस गीतों को हेलन के गीत ही समझते हैं।
1960 के दौर में एक और मशहूर डांसर फिल्म इंडस्ट्री में हुआ करते थे। उनका नाम था मनोहर दीपक। मधुमति जी ने मनोहर दीपक के साथ मिलकर एक डांस ग्रुप बनाया था। मधुमति जी के उस डांस ग्रुप में कुल 35 सदस्य थे। अपने उस ग्रुप के साथ मधुमति जी व मनोहर दीपक जी ने दुनिया के कई देशों में डांस शोज़ किए। मनोहर दीपक शादीशुदा थे। उनके चार बच्चे भी थे। लेकिन जिन दिनों मनोहर दीपक मधुमति जी के साथ डांस शोज़ किया करते थे उन्हीं दिनों मनोहर दीपक जी की पत्नी का निधन हो गया। नतीजा ये हुआ कि मनोहर दीपक के बच्चों का ख्याल मधुमति ही रखने लगी। बच्चे भी मधुमति जी को अपनी मां मानने लगे। आखिरकार साल 1965 में नर्गिस के कहने पर मधुमति जी ने मनोहर दीपक जी से शादी कर ली। नर्गिस से मधुमति जी की बहुत अच्छी दोस्ती थी।
बात अगर मधुमति जी के अभिनय करियर के बारे में करें तो साल 1960 में आई फिल्म ‘ज़मीन के तारे’ में मधुमति जी ने पहली दफा एक्टिंग की थी। इस फिल्म में मधुमति जी बाल कलाकार डेज़ी ईरानी की मां का किरदार निभाया था। यही वो फिल्म भी थी जिससे इनका नाम हुटोक्सी रिपोर्टर से मधुमति हो गया था। इसके बाद मधुमति जी ने और भी कुछ फिल्मों में एक्टिंग की थी। फिर साल 1977 में आई अमर अकबर एंथोनी मधुमति जी की आखिरी हिंदी फिल्म साबित हुई। अमर अकबर एंथोनी में मधुमति जी ने एक तवायफ का छोटा सा रोल निभाया था।
1980 में मधुमति जी दिखी सावली प्रेमाची नाम की एक मराठी फिल्म में। इस फिल्म में जाने-माने क्रिकेटर रहे सुनील गावस्कर जी ने भी एक्टिंग की थी। ये फिल्म मधुमति जी ने ही प्रोड्यूस की थी। इसके बाद से ही मधुमति जी ने अपना पूरा ध्यान अपनी डांस एकेडेमी पर लगा दिया। उनकी डांस एकेडमी का नाम है माय विज़न। मधुमति जी फिल्मों में काम करने का ख्वाब देखने वाले युवाओं को डांस सिखाया करती थी। चंकी पांडे, तब्बू, गोविंदा, अक्षय कुमार और अमृता सिंह जैसे बड़े नाम मधुमति जी के स्टूडेंट रह चुके हैं। और भी कई एक्टर्स हैं जिन्होंने मधुमति जी के यहां डांस की ट्रेनिंग ली थी।
पहली पत्नी से मनोहर दीपक जी के दो बेटे और दो बेटियां थी। मधुमति जी ने दोनों बेटियों की शादी कराई। बड़े लड़के की भी शादी कराई। आज बड़ा लड़का ऑस्ट्रेलिया में अपने परिवार के साथ सेटल्ड है। हालांकि मनोहर दीपक का छोटा बेटा साल 2006 में दिल की बीमारी के चलते ये दुनिया छोड़ गया। मनोहर दीपक की पहली पत्नी को भी दिल की बीमारी ही थी। बेटे की मौत का ग़म सदमा मनोहर दीपक बर्दाश्त ना कर सके। और एक महीने बाद ही वो उनकी भी मृत्यु हो गई। मधुमति जी अकेली पड़ गई। उन्होंने अपना पूरा ध्यान अपनी डांस एकेडमी पर लगा दिया।
मधुमति जी की उम्र अब 83 साल हो चुकी है। किस्सा टीवी ईश्वर से प्रार्थना करता है कि मधुमति जी हमेशा स्वस्थ रहें। और फिल्म इंडस्ट्री में नाम बनाने का ख्वाब देखने वाले युवाओं को नृत्य प्रशिक्षण देती रहें।
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