क्या कहती है ज्ञानचंद गुप्ता और चंद्र मोहन बिश्नोई की कुंडलिया
ज्योतिष की नजर में कौन करेगा पंचकुला फतेह
पंचकूला विधानसभा चुनावी जंग
हरियाणा की राजनीति में पंचकूला से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ज्ञानचंद गुप्ता और कांग्रेस के चंद्र मोहन बिश्नोई के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। लेकिन जब बात आती है ज्योतिषीय गणनाओं की, तो इन दोनों नेताओं के सितारों में भारी अंतर दिखाई देता है। ग्रहों की चाल और कुंडलियों के अनुसार चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी करना दिलचस्प है। आइए, जानते हैं क्या कहती हैं इन दोनों दिग्गज नेताओं की कुंडलियां।
ज्ञानचंद गुप्ता : कमजोर ग्रहों के चलते संकट में करियर
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ज्ञानचंद गुप्ता की जन्म कुंडली के अनुसार उनके सितारे इस समय गर्दिश में हैं। ज्योतिषीय आकलन बताता है कि उनके चंद्रमा की स्थिति काफी कमजोर है, जो निजी और राजनीतिक जीवन में परेशानियों का कारण बन रहा है। चंद्रमा कमजोर होने से उनके अपने ही लोग उनसे दूर जा रहे हैं। पार्टी के भीतर उनके खिलाफ राजनीति हो रही है और भाजपा कार्यकर्ताओं का मन भी पूरी तरह उनके साथ नहीं है।
चंद्रमा मन का कारक ग्रह माना जाता है, और जब यह कमजोर होता है तो इंसान का आत्मबल और मनोबल गिरता है। यही कारण है कि ज्ञानचंद गुप्ता के समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता अंदर से उनका साथ देने में हिचक रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि गुप्ता जी का चंद्रमा इस समय उनके साथ नहीं है, जिससे उनका राजनीति में प्रदर्शन कमजोर दिखाई दे रहा है।
इसके साथ ही, शुक्र ग्रह की स्थिति भी अनुकूल नहीं है, जो जनता के साथ उनके संबंधों पर नकारात्मक असर डाल रही है। जनता की अपेक्षाएं उनके प्रति कम होती जा रही हैं और यह उनके चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकती है। शनि और राहु-केतु भी उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं, जो उनके चुनावी सफर में बड़ी बाधाओं का संकेत देते हैं।
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, ज्ञानचंद गुप्ता की कुंडली इस समय कमजोर स्थिति में है और ऐसे में उनका जीत पाना बेहद कठिन दिखाई देता है। ग्रहों की यह स्थिति उनके राजनीतिक करियर में बड़ी अड़चनें पैदा कर रही है, जिससे वे चुनावी मैदान में कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं।
चंद्र मोहन बिश्नोई : राहु-शनि की ताकत से जीत के प्रबल आसार
दूसरी ओर, कांग्रेस के पंचकूला से उम्मीदवार चंद्र मोहन बिश्नोई की कुंडली पूरी तरह से विपरीत है। उनके सितारे इस समय बुलंदियों पर हैं। चंद्र मोहन, जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं, की कुंडली में राहु बेहद मजबूत स्थिति में है। राजनीति में राहु को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है, और जब यह ग्रह उच्च स्थिति में होता है, तो व्यक्ति राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल करता है।
राहु का मजबूत होना चंद्र मोहन को राजनीतिक निर्णयों में सूझबूझ और चतुराई प्रदान कर रहा है, जिससे वे अपने विरोधियों पर बढ़त हासिल कर रहे हैं। इसके साथ ही, शुक्र की स्थिति भी उनके लिए अनुकूल है, जो जनता से उनके मजबूत संबंधों का संकेत देती है। चंद्र मोहन की कुंडली में शनि भी उनकी मदद कर रहा है, जो उन्हें स्थायित्व और सफलता की ओर ले जा रहा है।
चंद्र मोहन बिश्नोई के लिए सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि उनका चंद्रमा भी इस समय अनुकूल स्थिति में है, जो उनके पारिवारिक और राजनीतिक समर्थन को और मजबूत बना रहा है। उनके अपने परिवार और समर्थक पूरी तरह उनके साथ हैं, और जनता का भी भरोसा उन पर कायम है। ज्योतिषीय आकलन के अनुसार, चंद्र मोहन बिश्नोई की जीत के आसार काफी प्रबल हैं।
चंद्र मोहन की कुंडली के अनुसार, इस चुनाव में उनकी जीत के चांसेस ज्यादा नजर आ रहे हैं। राहु, शनि और शुक्र की मजबूत स्थिति उन्हें राजनीति में एक निर्णायक नेता के रूप में उभार रही है। उनके कुंडली के संकेत उन्हें पंचकूला से विजयी घोषित करने की ओर इशारा कर रहे हैं।
ग्रहों की चाल के आधार पर चुनावी भविष्यवाणी
हरियाणा के पंचकूला से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनावी जंग के ज्योतिषीय आकलन से यह साफ है कि ज्ञानचंद गुप्ता की कुंडली इस समय कमजोर स्थिति में है, जो उनके जीतने के आसार को घटा रही है। दूसरी ओर, चंद्र मोहन बिश्नोई के सितारे चमक रहे हैं और उनकी जीत की संभावनाएं काफी प्रबल हैं।
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, पंचकूला में कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्र मोहन बिश्नोई इस बार विजयी हो सकते हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के ज्ञानचंद गुप्ता को ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, अंतिम फैसला जनता के हाथ में है, और चुनाव परिणाम आज यानी 8 अक्टूबर 2024 को साफ हो जाएगा, लेकिन इस समय ज्योतिषीय दृष्टिकोण से चंद्र मोहन बिश्नोई की जीत के संकेत मजबूत हैं।
कनिका अग्रवाल
ज्योतिषाचार्य
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