जीवनसाथी चुनना हुआ अब और भी आसान, मगर आसान रास्ता बन सकता है परेशानी का कारण
प्रिया ओझा
AI की दुनिया इतनी आगे बढ़ गई है की धीरे धीरे AI इंसानों की जगह ले रहा है। कैसा रहेगा जब AI आपको आपका लाइफ पार्टनर भी ढूंढ कर दे? जी हां बिलकुल अब ये संभव है इतना ही नहीं AI आपके तरफ से बात भी करेगा। जी हां AI ना सिर्फ आपके लिए हमसफर की तलाश करेगा बल्कि आपकी तरफ से बात भी करेगा और प्रपोजल से लेकर डेट इनवाइट सब कुछ AI तय करेगा। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक मामला सामने आया जहां मॉस्को स्थित अलेक्जेंडर ज़दान ने टिंडर पर 5,000 से अधिक महिलाओं के साथ चैट करने के लिए ओपन AI के ChatGPT भाषा मॉडल की शक्ति का उपयोग किया और अपनी जीवन साथी करीना व्यालशाकेवा को पाया। ये दोनों लोग पहली बार दिसंबर 2022 में जुड़े थे।
आपकी तरफ से रखेगा प्रस्ताव AI
जी हां सामने वाले से AI बिलकुल आपकी तरह ही बातें करता है। और इसमें किसी भी तरह की कमी नहीं आती। पहले तो AI आपके तौर तरीके समझता है और उसके बाद ठीक आपकी तरह, जैसा आपको चाहिए वैसे ही बात भी करेगा। और अगर आप खुद बात करना चाहते हैं तो AI आपको सुझाव भी देगा की आपको किस तरह के सवाल करने चाहिए।
टिंडर पर AI ChatGPT से करें बात–चीत
सबसे पहले टिंडर ऐप खोलें, अपनी प्रोफाइल पर जाएं, सेटिंग्स विकल्प पर क्लिक करें।
यहां आपको “Enable AI ChatGPT” का विकल्प दिखेगा, इसे इनेबल करें।
अब आप अपनी पसंद के अनुसार चैटजीपीटी की भाषा चुन सकते हैं।
इसके अलावा आप चैटजीपीटी के कैरेक्टर का चयन कर सकते हैं।
चैटजीपीटी की प्रतिक्रिया आपके द्वारा की गई सेटिंग्स पर निर्भर करता है।
इसके बाद सेव ऑप्शन पर क्लिक करें।
ChatGPT आपके लिए संदेश लिखेगा, जिसे आप संपादित कर फिर उसे भेज सकते हैं।
AI ने चीजों को जितना आसान बनाया है, अगर देखा जाए तो उससे अधिक इसके नुकसान भी हैं क्योंकि आसानी के लिए आप टिंडर या ऐसे तमाम ऐप्स जो हैं उनका सहारा लेते हैं, पर अगर बात अपने जीवनसाथी को चुनने की हो, (भले आप बस डेट करना चाहते हो) ये जानना बहुत जरूरी है की आप किसके साथ जुड़ रहे हैं और ऐसे में आपकी तरफ से अगर AI बात कर रहा हो तो साथ ही भी जरूर ये सुनिश्चित करें की आप कहीं अपने लिए मुसीबत को न्योता न दे दें।
डेटिंग ऐप्स की वजह से हो रहे डिप्रेशन के शिकार
डॉक्टरों का कहना है की, इन ऐप की वजह से लोग अपने को कम आंकने लगते हैं और फिर उसके बाद एंग्जायटी के शिकार हो जाते हैं. उदाहरण के तौर पर एक क्लाइंट डॉक्टर राहुल के पास आई थी जो डेटिंग ऐप पर एक लड़के से मिली थी, लेकिन लड़के को प्यार नहीं सिर्फ टाइमपास करना था। इसके बाद लड़की डिप्रेशन में चली गई। वहीं इन ऐप के जरिए क्राइम भी हो सकता है, क्योंकि कई लोग झूठ बोल कर लोगों को ठगते हैं। डॉक्टर ने बताया के इन समस्याओं से बचने के लिए लोगों से मिलकर उनके साथ संबंध बनाना जरूरी है। ऑनलाइन किसी पर विश्वास करना हानिकारक हो सकता है। वर्चुअल दुनिया में प्यार ढूंढना आज कल युवाओं के लिए बहुत ही महंगा पड़ रहा है।
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