हिमाचल में बाढ़ की तबाही: 5 जिलों में चेतावनी, ऊना में 4 बच्चों की मौत, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन धंस गया
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार रात से हो रही मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी है। मौसम विभाग ने राज्य के 5 जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है, जिनमें चंबा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर शामिल हैं। इस बीच, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन मंडी के पंडोह के पास 4 फीट धंस गया है, जिससे यातायात को वन-वे किया गया है।
ऊना में बच्चों की मौत: ऊना जिले के बाथड़ी में बाढ़ के पानी में चार बच्चे बह गए। इनमें से तीन के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक अभी भी लापता है। मृतकों की पहचान राशि कुमारी (7), मनीषा (18) और तनु (4) के रूप में हुई है। ये तीनों लड़कियां बिहार की निवासी हैं और उनके परिवार बाथू-बाथड़ी में एक फैक्ट्री में काम करते हैं।
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर प्रभाव: चंडीगढ़-मनाली फोरलेन, जो मंडी के पंडोह के पास 4 फीट धंस गया है, ने यातायात को वन-वे कर दिया है। डयोड के कैंची मोड़ के पास सड़क के धंसने से फोरलेन को खतरा उत्पन्न हो गया है।
पंजाब में भी बाढ़ की चपेट में: पंजाब के होशियारपुर में ऊना के 9 लोगों की मौत हो गई है और 2 लोग अभी भी लापता हैं। ये लोग नवांशहर में शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे, जब उनकी कार नाले में बह गई।
ऊना जिले में व्यापक नुकसान: जलभराव के कारण ऊना जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। 356 बिजली के ट्रांसफार्मर, 11 सड़कों और 56 पेयजल व सिंचाई योजनाओं पर असर पड़ा है। इसके अलावा, 5 घर और 5 गौशालाओं को भी नुकसान पहुँचा है।
कांगड़ा का थुरल बाजार जलमग्न: कांगड़ा के थुरल बाजार में भी बारिश के कारण जलभराव हो गया है। कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे दुकानदारों का सामान खराब हो गया है और लोगों को पैदल चलने में मुश्किल हो रही है।
सिरमौर में मारकंडा नदी का कहर: सिरमौर जिले में मारकंडा नदी के बढ़ते जल स्तर से हनुमान मंदिर नदी में समा गया है। भारी बारिश से 40 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं और कुल मिलाकर 300 से अधिक सड़कें वाहनों के लिए अनुपलब्ध हो चुकी हैं।
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