हरियाणा में प्रत्याशी घोषित करने में कांग्रेस फिसड्डी हो रही साबित
भाजपा ने प्रत्याशी घोषित करके सबसे पहले मारा मैदान
चंडीगढ़ केशव भुरारिया
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जहां भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में अपने सभी दसों उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं तो कांग्रेस अभी एसी कमरों में बैठकर चर्चा करने में ही व्यस्त है । ऐसी स्थिति में कांग्रेस के उम्मीदवार जो चुनाव लड़ना चाहते हैं उनकी धड़कनें बढ़ रही है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों ने तो जमीन पर उतरकर अपना प्रचार करना शुरू कर दिया है जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अभी तक तो सिर्फ टिकट के लिए ही दौड़ा भाग कर रहे हैं । उनकी पहली लड़ाई चुनाव जीतने से ज्यादा टिकट जीतने की हो गई है । क्योंकि एक-एक सीट पर लगभग चार-चार पांच पांच लोगों ने आवेदन कर रखा है और इन्हीं में से किसी एक को कांग्रेस हाई कमान द्वारा टिकट की घोषणा की जाएगी यह भी हो सकता है कि किसी भी सीट पर पैराशूट उम्मीदवार उतार दिया जाए ।
कांग्रेस नेतृव का दावा इस बार भाजपा का सुपड़ा साफ मगर होगा कैसे ?
कांग्रेस नेतृत्व हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी का सुपड़ा साफ करने की बात कैमरे पर करते हैं मगर यह सुपड़ा कैसे साफ होगा इस बात का जवाब किसी भी नेता के पास नहीं है । सुपड़ा साफ करने के दावे को लेकर उनका मानना है कि किसान आंदोलन , बढ़ती महंगाई , 10 साल की एंटी इनकम बंसी , सरकार के जुमले जिनसे जनता बहुत ज्यादा नाराज है । जिसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा ।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का हरियाणा में गठबंधन भी देगा फायदा
पहली बार इंडिया गठबंधन के बैनर तले चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है जहां आम आदमी पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ रही है वहीं कांग्रेस 9 सीट पर चुनाव लड़ने उतरेगी । आम आदमी पार्टी से हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवार है जबकि बाकी 9 सीट से कौन उम्मीदवार उतरेगा अभी इस बात की जानकारी नहीं है । पर गठबंधन के नेताओं का मानना है कि इस बार गठबंधन की ही जीत होगी ।
हरियाणा विधानसभा के नारे जैसा ही हाल होगा लोकसभा चुनाव में भी
2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में मनोहर सरकार का नारा था अबकी बार 70 पार , मगर जब चुनाव के नतीजे आए थे तो सीट आई थी सिर्फ 40 कुछ ऐसा ही मानना है गठबंधन के नेताओं का की इस बार मोदी सरकार का नारा है अबकी बार 400 पार , पर 200 सीट जीत जाना ही मोदी सरकार के लिए मुश्किल साबित होगा ।
खैर यह तो थी बात गठबंधन की और भारतीय जनता पार्टी की सबके अपने-अपने दावे हैं सबके अपने-अपने सपने हैं किसके दावे और किसके सपने सच होंगे इन सभी बातों का पता चलेगा 4 जून को जब लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट सामने आएगा । मगर हमारी इस देश के सभी मतदाताओं से गुजारिश रहेगी कि जिस दिन भी आपके यहां मतदान हो मतदान जरूर करें । क्योंकि आपका एक वोट ही सरकार को बनता है और सरकार को बिगाड़ता है ।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!