गैरो पे रहम अपनो पर सितम , हरियाणा बीजेपी नेता हाईकमान के तुगलकी फैसले से नाराज
हरियाणा में बीजेपी कांग्रेस बागियों के भरोसे
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं । पहले आपको बता दे हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 10 सीट है इन सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने होलिका दहन वाली शाम को बाकी बचे चार उम्मीदवार घोषित कर दिए क्योंकि 6 उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिए गए थे । अगर इन सभी 10 उम्मीदवारों के बैकग्राउंड को बारीकी से देखा जाए तो पता चलता है इनमें से 6 उम्मीदवार या तो कांग्रेस छोड़कर आए हैं या उनका पिछला itiha कांग्रेस का है । राजनीतिक गलियारों में जिसका सीधा सा मतलब है कि कि भाजपा को अपने पर नहीं है भरोसा , कांग्रेस के बागी / विद्रोही उम्मीदवारों पर भरोसा जताया गया है ।
कौन-कौन उम्मीदवार जो कांग्रेस छोड़कर आए बीजेपी मे ले गए टिकट
सिरसा सीट से अशोक तंवर , कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल , हिसार सीट से रणजीत चौटाला , रोहतक से अरविंद शर्मा , गुरुग्राम सीट से राव इंद्रजीत , भिवानी से चौधरी धर्मवीर । यह वह छह नाम है जो या तो कांग्रेस छोड़कर कुछ दिन पहले ही आए हैं या जिनका पिछला बैकग्रांड कांग्रेस का रहा है । इनमें सबसे आश्चर्यजनक सीट तो कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार घोषित किए गए नवीन जिंदल की है नवीन जिंदल को का नाम जिस समय भाजपा की लिस्ट में आया उसके लगभग एक घंटा पहले ही नवीन जिंदल ने भगवा वस्त्र पहने थे ।
कहीं तन यहां मन वहां वाली स्थिति ना हो जाए हरियाणा में भाजपाइयों की
10 सीटों में से 6 सीट पर कांग्रेस विचारधारा के लोगों को टिकट मिलने से कट्टर भाजपाई भी परेशान है इसमें विचारधारा का संकट आ रहा है । क्योंकि कट्टर भाजपाइयों का मानना है कि जिनके साथ हमारा कल तक बैर था जिनके विरोध में हम बोला करते थे आज उनके समर्थन में हम किस तरीके से लोगों से बात कर पाएंगे और लोगों से कह पाएंगे कि इनको ही वोट करें । क्या यह कह पाएंगे कि यह अब भाजपा की वाशिंग मशीन मे नरेंद्र मोदी नाम के वाशिंग पाउडर से धूल कर साफ हो चुके हैं । कहीं ऐसा ना हो जाए की कट्टर से कट्टर भाजपाई के लिए तन यहां और मन वहां वाली स्थिति हो जाए और 10 की 10 सीट जीतने का सपना बीजेपी का सपना रहना रह जाए ।
टिकट मिलने के बाद भाजपा में अंदरुनी विद्रोह मगर सामने कहने से नेता डर रहे
सभी सीटों पर नाम अनाउंस होने के ठीक अगले दिन रंग उत्सव का त्योहार होली अब बीत चुका है और इस टिकट दिए जाने की प्रतिक्रिया एक-दो दिन में सामने आ सकती है । भाजपा से जुड़े हुए एक कद्दावर नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि टिकट वितरण से कई उम्मीदवार जिनको टिकट मिलने की संभावना थी बहुत जबरदस्त नाराज है । यह भी हो सकता है कि वह आल्हाकमान के सामने अपना कट्टर तरीके से विरोध भी दर्ज कर सकते हैं या यह भी हो सकती है की चुनाव में वह अंदर खाने बीजेपी के विरोध में भी काम कर सकते हैं ।
हालांकि भाजपा आल्हा कमान इस बात को अच्छी तरीके से जान भी रहा है और समझ भी रहा है कि जिन उम्मीदवारों की सपनों पर उन्होंने पानी फेर है वह निश्चित तौर पर भाजपा के साथ तो खड़े नहीं होंगे या हो सकता है खड़े हो भी जाए मगर दिल कहीं और होगा । अब ऐसी स्थिति में भाजपा हाई कमांन इन नेताओं से कैसे निपटेगा यह चुनाव या चुनाव के बाद देखने वाली बात जरूर होगी ।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!