हरियाणा में अधिकारी कागजों में हरियाली उगाकर सरकार और जनता की आंखों में झोंक रहे धूल !
हरियाणा में वृक्षारोपण सिर्फ कागजों पर : INLD नेता मनोज अग्रवाल ने उठाए सरकार के दावों पर सवाल
पंचकूला डेस्क रिपोर्ट
हरियाणा में मानसून सीजन के दौरान चलाए जा रहे वृक्षारोपण अभियान को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के पंचकूला शहरी जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने आरोप लगाया कि वृक्षारोपण का कार्य ज़मीनी हकीकत की बजाय केवल विज्ञापनों और सरकारी फाइलों तक ही सीमित है।
“18 करोड़ पौधे कहां हैं?” — मनोज अग्रवाल का सवाल
मनोज अग्रवाल ने मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2014 से 2024 के बीच 18 करोड़ पौधे लगाए जाने के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा,
“यदि वाकई 18 करोड़ पौधे लगाए गए होते, तो प्रदेश में चारों ओर हरियाली होती। सड़कों के किनारे भी पेड़ दिखते, लेकिन आज स्थिति इसके विपरीत है।”
उन्होंने कहा कि हर साल करोड़ों पौधे लगाने के लक्ष्य तय किए जाते हैं, इस वर्ष भी 2 करोड़ पौधे लगाने का दावा है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कहीं भी वृक्षारोपण की गतिविधि नजर नहीं आ रही।
पांच साल में 1000 करोड़ खर्च, लेकिन वन क्षेत्र सिर्फ 12 वर्ग किमी बढ़ा
INLD नेता ने एक और गंभीर आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए बताया कि 2019 से 2023 के बीच केंद्र सरकार ने हरियाणा को वन क्षेत्र बढ़ाने के लिए 1000 करोड़ रुपये का फंड दिया, लेकिन इस अवधि में वन क्षेत्र केवल 12 वर्ग किलोमीटर बढ़ा।
उन्होंने बताया कि
2019 में हरियाणा का कुल वन क्षेत्र 1602 वर्ग किमी था
2023 तक यह केवल 1614.26 वर्ग किमी ही हो पाया
“वन विभाग के अधिकारी ग़लत आंकड़ों से जनता को गुमराह कर रहे हैं”
मनोज अग्रवाल ने आरोप लगाया कि वन विभाग के अधिकारी कागज़ों में ही हरियाली उगा रहे हैं और जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि दावों के अनुसार पौधारोपण हुआ होता, तो उसका असर ज़मीन पर स्पष्ट दिखता।
सरकार से की वृक्षारोपण अभियान को पारदर्शी और प्रभावी बनाने की मांग
अग्रवाल ने राज्य सरकार से मांग की कि वृक्षारोपण जैसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय कार्य को औपचारिकता के दायरे से बाहर निकालकर गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि
वृक्षारोपण की जगह, संख्या और प्रजातियों की सार्वजनिक निगरानी हो
स्थानीय समुदायों को अभियान से जोड़ा जाए
और हर लगाए गए पौधे का सर्वेक्षण व फॉलोअप किया जाए
बात सिर्फ पौधे लगाने की नहीं, उन्हें संरक्षित करने की है — मनोज अग्रवाल
अग्रवाल का कहना है कि केवल पौधे लगाकर फोटो खिंचवाने से पर्यावरण नहीं सुधरेगा।
“हरियाली के दावे केवल अखबारों और होर्डिंग्स में हैं, जमीन पर नहीं। असल विकास वही है जो जनता को दिखे और प्रकृति को लाभ दे।”
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