कांग्रेस के करनाल उम्मीदवार ,भगोड़ा दिए गए करार
2 दिन पहले मिली लोकसभा के लिए करनाल से टिकट और फ्लेक्स लगाने की केस में भगोड़ा करार
हरियाणा के करनाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धि राजा पर भगोड़ा होने का लेवल चस्पा हो गया है । बुद्धिराजा पर साल 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ पोस्टर लगाने का मामला दर्ज हुआ था । बताया जा रहा है इस मामले में दिव्यांशु को कोर्ट के द्वारा कई बार सम्मन भेजे गए थे पर वह कोर्ट में पेश नहीं हुए । जिसकी वजह से पंचकूला पुलिस ने उन्हें पीओ घोषित कर दिया । वही दिव्यांशु बुद्धि राजा का इस मामले पर कहना है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी ही नहीं है ।
अब आप जान लीजिए पूरा मामला है क्या , जिसमें बुद्धि राजा को भगोड़ा घोषित किया गया है
दरअसल यह मामला 2018 का है जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर पंचकूला के गवर्नमेंट कॉलेज में युवाओं से मिलने के लिए आए थे उसे समय बुद्धि राजा ने भीड़ में घुसकर मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ नारेबाजी की । जिसमें पुलिस द्वारा उन्हें जेल भेजा गया था । पंचकूला में इसके जवाब में कुछ पोस्टर लगाए गए थे । पोस्टर पर लिखा था मनोहर लाल जवाब दो । 3 जनवरी 2024 को पंचकूला के सेक्टर 14 थाने में धारा 174 ए के तहत मामला दर्ज हुआ था जिसमें बुद्धि राजा के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का यह मामला था । फिलहाल पुलिस रिकॉर्ड में दिव्यांशु बुद्धि राजा भगोड़ा है ।
बुद्धि राजा का दावा मुझे मामले की जानकारी ही नहीं
इस मामले पर जब हमने कांग्रेस के करनाल लोकसभा से उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धि राजा से संपर्क किया तो उनका कहना था कि मुझे इस मामले किनकोई जानकारी ही नहीं है ना उन्होंने कभी कोर्ट का कोई सम्मन मिला है । मैं तो हर दिन हरियाणा में रहता हूं और रेलिया में हिस्सा लेता हूं अगर मैं भगोड़ा था तो पुलिस ने मुझे पहले क्यों नहीं गिरफ्तार किया । मैंने तो पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर और ईडी के खिलाफ कई बार प्रदर्शन किए हैं ।
कौन है बुद्धि राजा जिन्हें मिला है करनाल से कांग्रेस का लोकसभा टिकट
दिव्यांशु बुद्धि राजा हरियाणा कांग्रेस के युवा मोर्चा के अध्यक्ष है । वर्तमान में उनका घर करनाल के सेक्टर 4 में है । दिव्यांशु एनएसयूआई के नेता भी रह चुके हैं और पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रधान भी रह चुके हैं । युवा चेहरा होने के नाते और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी होने का भी उन्हें फायदा मिला है । अब करनाल में वह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर को कांग्रेस के टिकट पर टक्कर देंगे ।
क्या होता है जब एक कोई आदमी पीओ घोषित हो जाए
आखिर पीओ शब्द का मतलब क्या होता है । अदालत और पुलिस की भाषा में पीओ शब्द का मतलब है कि कोर्ट किसी आदमी को सम्मन भेज रहा है और वह व्यक्ति उस सम्मन को नजरअंदाज कर रहा है यानी कि कोर्ट की अवमानना हो रही है ऐसे में कोर्ट से पुलिस उसको भगोड़ा करवा देती है और उसको कभी भी कहीं पर भी गिरफ्तार कर सकती है ।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!