हरियाणा में लू से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन जारी
गर्मी के पीक समय में खाना न बनाने की सलाह, पेय पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
हरियाणा में भीषण गर्मी और तापमान में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन में विशेष रूप से महिलाओं को दोपहर के समय खाना न पकाने की सलाह दी गई है, साथ ही लोगों को बार-बार पानी और तरल पदार्थों का सेवन करने, और तेज धूप में बाहर निकलने से बचने के निर्देश दिए गए हैं।
तापमान 48 डिग्री तक पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और हीटवेव से निपटने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
गर्मी से बचाव के लिए क्या करें:
- हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
- सिर, गर्दन और चेहरे को ढककर रखें। धूप का चश्मा, टोपी, स्कार्फ या छाता उपयोग करें।
- बार-बार पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो।
- नींबू पानी, लस्सी, छाछ, और ओआरएस जैसे पेय लें।
- बाहर काम करने वालों को गीला कपड़ा सिर और गर्दन पर रखने की सलाह दी गई है।
- खाना पकाने वाले स्थानों को हवादार रखें।
क्या न करें:
- दोपहर 12 से 4 बजे तक तेज धूप में बाहर न निकलें।
- पीक आवर्स में महिलाएं खाना न बनाएं।
- चाय, कॉफी, शराब और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन न करें क्योंकि ये डिहाइड्रेशन बढ़ाते हैं।
- बिना ज़रूरत के यात्रा न करें। यात्रा करें तो पानी साथ रखें।
जिलाधिकारियों को दिए गए निर्देश:
- सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो।
- जागरूकता अभियान चलाएं ताकि आमजन तक जरूरी जानकारी पहुंचे।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में पर्याप्त स्लाइन घोल और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
- फेरीवालों, मजदूरों, विक्रेताओं और रिक्शा चालकों के लिए काम के घंटे दोपहर से पहले या बाद में निर्धारित किए जाएं।
गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षण और सलाह
डॉ. मिश्रा ने हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर चेतावनी दी है। लक्षणों में थकावट, चक्कर आना, सिर दर्द, मतली, ज्यादा पसीना, या बेहोशी शामिल हैं। ऐसे किसी भी लक्षण की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की अपील की गई है।
हरियाणा सरकार की यह गाइडलाइन लू और गर्मी से होने वाली बीमारियों के खतरों को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए निर्देशों का पालन करें और खुद के साथ-साथ दूसरों की भी मदद करें।
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