हनुमान जैसा सच्चा सेवक कोई नहीं : स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज
भगवान् श्री राम को सच्चा सेवक अति प्रिय : प्लसका यूनिवर्सिटी के चांसलर करण गिल्होत्रा
टी वी सीरियल रामायण को देखने जहाँ जो होता था रुक कर देखता था वैसा ही आज सभागार में देखने को मिला : अरुण सूद
पंचकूला इंद्रधनुष ऑडिटोरियम महिलाओं की रामलीला
” सुनु कपि जियँ मानसि जनि ऊना। तैं मम प्रिय लछिमन ते दूना, समदरसी मोहि कह सब कोऊ। सेवक प्रिय अनन्य गति सोऊ॥” हे कपि! सुनो, मन छोटा न करना। तुम मुझे लक्ष्मण से भी दूने प्रिय हो। सब कोई मुझे समदर्शी कहते हैं (मेरे लिए न कोई प्रिय है न अप्रिय) पर मुझको सेवक प्रिय है, क्योंकि वह अनन्यगति होता है, मुझे छोड़कर उसको कोई दूसरा सहारा नहीं होता |” ये पावन चौपाई स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज, ने कही और कहा कि जो सच्चे भाव से अपने प्रभु, अपने गुरु की सेवा करता है वही सच्चा भक्त है | हमें प्रभु श्री राम और उनके सच्चे सेवक श्री हनुमान जी के रिश्ते को समझते हुए एक सच्चे सेवक की तरह आज्ञा का पालन करना चाहिए |
देश भर में महिलाओं द्वारा पंचकूला के सेक्टर 5 के इंद्रधनुष सभागार में मंचित की जा रही सुप्रसिद्ध श्री राम लीला के सातवें दिन शबरी कथा, राम हनुमान मिलन, सुग्रीव बाली युद्ध, हनुमानजी का लंका प्रस्थान, अशोक वाटिका में माता सीता से भेंट आदि झलकियों को दिखाया गया | इस रामलीला की संस्थापक एकता नागपाल और अध्यक्ष अरुण सूद ने बताया कि रामलीला को देखने में स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है | लोग भारी संख्या में अपने घरों से निकल कर इस अद्भुत रामलीला को देखने के लिए आ रहे हैं | हाल की सारी कुर्सियों के साथ साथ लोग सीढ़ियों पर बैठ कर इसको देख रहे हैं |
इस अवसर पर अरुण सूद ने कहा कि उनको अपने बचपन के दिन स्मरण हो आये जब टेलीविजन पर रामायण चलती थी तो जो व्यक्ति जहाँ होता था वहीँ पर रामायण को देख कर अगला काम करता था | ऐसा ही कुछ यहाँ पर भी हो रहा है | जितना स्नेह आज प्राप्त हो रहा है उसके लिए पूरी जनता के वो आभारी हैं |
उन्होंने बताया कि आज के मंचन पर महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज, प्लसका यूनिवर्सिटी के चांसलर करण गिल्होत्रा, कालका विधायक शक्तिरानी शर्मा, बाल्मीकि समाज के राष्ट्रीय सचिव प्रवीण टांगरी,चंडीगढ़ विभाग संघ चालक त्रिलोकी नाथ गोयल, विभाग सेवा प्रमुख रजिंद्र जैन, विभाग संयोजक सामाजिक समरसता विजय जिंदल, सामाजिक समरसता महानगर चंडीगढ़ संयोजक विजय शर्मा, न्यायाधीश हेमंत गुप्ता, राजेश जोगपाल, सी बी आई पंचकूला विशेष न्यायाधीश राजीव गोयल, हैफेड प्रबंध निदेशक मुकुल कुमारआदि उपस्थित थे |






उपस्थित सभी श्री राम भक्तों को सम्बोधित करते हुए ने कहा कि भगवान् श्री राम ने जिस प्रकार से भीलनी शबरी के झूठे बेर खाये उन्होंने उसमें उन्होंने कोई जात पात ऊंच नीच नहीं देखी बल्कि शबरी का पवित्र प्यार देखा कि कहीं भगवान् श्री राम को फीका और कड़वा बेर न खाना पड़े | भगवान् तो भक्तों के साथ स्नेह में बंधे हुए हैं |
इस अवसर पर प्लसका यूनिवर्सिटी के चांसलर करण गिल्होत्रा ने कहा कि राम सेवक हनुमान की भक्ति का कोई मेल नहीं | इस अतुलित पावन रिश्ते में स्नेह, तप, त्याग, भक्ति , मधुरता, अपनापन, भगवान् के लिए सर्वस्व न्योछावर करना, राम के नाम से ही सभी भक्तों को तारना ही सच्ची भक्ति है | हम सभी को भी श्री राम को पाने के लिए हनुमान जैसा भक्त बनना पड़ेगा तभी हमारी नैय्या भव पार लगेगी |
इस मौके पर चंडीगढ़ विभाग संघ चालक त्रिलोकी नाथ गोयल ने कहा कि प्रभु श्री राम ने जिस प्रकार से अपने बुरे आचरण के बाली को सजा दी | उसने अपने पापों की सभी सीमा लांघ दी और अपने भाई की पत्नी को जबरन छीन लिया | रामायण ने हमें समझाया कि हमें किसी भी परायी स्त्री पर नजर नहीं रखनी चाहिए | शक के नाम पर भाई से भाई को अलग नहीं करना चाहिए और जिस प्रकार से सुग्रीव ने भगवान् श्री राम से सहायता ली और रावण को हराने के लिए उसने प्रभु श्री राम की सहायता की ये सच्ची दोस्ती के अटूट बंधन का प्रतीक है |
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