चार दिन बीतने के बाद भी चंडीगढ़ भाजपा में पराजय की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं
हार के बाद परंपरा और नैतिकता दोनों भूल गए चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष
लोकसभा चुनाव परिणाम आए चार दिन बीत चुके हैं और चंडीगढ़ की सीट से भाजपा के उम्मीदवार रहे संजय टंडन कुछ ही वोटो से चुनाव हार गए । चार दिन बीत जाने के बावजूद भी अब तक भाजपा की तरफ से इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई है । न हीं किसी भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी ने खबर लिखे जाने तक पराजय की कोई जिम्मेदारी की है । आमतौर पर होता यह है कि जैसे ही किसी भी चुनाव के संबंध में हार या जीत होती है तो संबंधित पार्टी के अध्यक्ष और सचिव जीत या फिर हार की जिम्मेदारी लेते हैं पर चंडीगढ़ भाजपा में पहली बार देखने को मिल रहा है कि सीट गंवाने के बाद अब तक किसी प्रकार की कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है । जबकि बीते कल चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा दिल्ली मे संसदीय बोर्ड की बैठक में पहुंचे हुए थे । और वहां से जो तस्वीर सामने आई है उन तस्वीरों को देखकर तो कहीं से भी ऐसा नहीं लगता कि चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष को चंडीगढ़ सीट हार जाने का कोई भी गम हो ।
चंडीगढ़ भाजपा को महाराष्ट्र भाजपा के उपमुख्यमंत्री से सीखना चाहिए
चंडीगढ़ भाजपा को महाराष्ट्र सरकार के उपमुख्यमंत्री और महाराष्ट्र भाजपा के नेता देवेंद्र फड़नविस से सीख लेने की जरूरत है । देवेंद्र फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल 5 जून को ही अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी हालांकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है परंतु उन्होंने अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा की बात तो रखी।
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