क्या पांच मंज़िला रिहायशी इमारत बनाने के लिए नक्शे पास कर देती है नगर कौंसिल जीरकपुर ?
अवैध रूप से बनी इमारतों को कब किया जाएगा सील?
लोगों ने की नगर कौंसिल के भ्रष्ट अधिकारियों की विजिलेंस जांच की मांग
जीरकपुर (संदीप सिंह बावा) : शहर के चारों तरफ धड़ाधड़ अवैध निर्माण हो रहे हैं लेकिन नगर कौंसिल प्रशासन द्वारा शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। पहले तो ढाई मंजिल कोठी का नक्शा पास करवाने के बाद तीन मंजिल तक पीजी के रूप में कमरे बनाकर किराए पर देने का रुझान चल रहा था लेकिन अब उस तीन मंजिला इमारत को निर्माण कर्ताओं द्वारा पांच मंजिल तक बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। अब यहां पर यह प्रश्न उठता है कि क्या नगर कौंसिल द्वारा पांच मंजिल तक रिहायशी इमारत बनाने का नक्शा पास किया जाता है? अगर 5 मंजिल तक का नक्शा पास नहीं किया जाता तो शहर में यह पांच मंजिला इमारतें किसकी मिली भगत से बन रही है? लोगों का कहना है कि ऐसी इमारतें नगर कौंसिल के अधिकारियों की मिलीभगत के बिना नहीं बन सकती इसलिए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की पहचान करके उनकी गहराई से विजिलेंस जांच की जानी चाहिए ताकि ऐसे अवैध निर्माणों को रोका जा सके।
वी आई पी रोड पर अवैध रूप से बन रहे हैं 10 से 15 पीजी
जीरकपुर के वीआईपी रोड पर ऐसे 15 से 20 पीजी बन रहे हैं जिनमें तीन से लेकर पांच मंजिल में 10 से लेकर 25 तक कमरे बनाए जा रहे हैं। लोगों का आरोप है के इनमें से अधिकतर इमारतों के नक्शे भी पास नहीं करवाए गए। जिन इमारत के नक्शे पास भी करवाए गए हैं वह कोठियों के नक्शे हैं ना के पीजी के। लोगों का कहना है कि हमने इन संबंधी शिकायतें नगर कौंसिल अधिकारियों को दे दी थी लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही। लोगों का कहना है कि ऐसे 4 से 5 मंजिला निर्माण बिल्कुल अवैध रूप से ही बनाए जा रहे हैं जिनके नक्शे पास नहीं हो सकते उन्होंने सवाल किया के ऐसी इमारत को नगर कौंसिल द्वारा कब सील किया जाएगा और इन्हें सील करने के लिए किस अधिकारी के आदेशों का इंतजार किया जा रहा है?
पीर मुछल्ला क्षेत्र में भी हो रहे हैं ऐसे अवैध निर्माण
जिक्र योग्य है कि ऐसे अवैध निर्माण शहर के चारों तरफ चल रहे हैं। अगर पीर मछला क्षेत्र की बात करें तो वहां पर भी एक ऐसा निर्माण हो रहा है जो के मात्र 10 फीट चौड़ी गली में हो रहा है जिसमें तीन दुकानें बनाई जा रही है तथा तीन मंजिल तक करीब 50 कमरे बनाए जा रहे हैं। जिस संबंधी नगर कौंसिल अधिकारियों के पास शिकायत पहुंचने के बाद भी उसके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इस अवैध निर्माण करता के साथ अधिकारियों की सांठ गांठ के चलते यह निर्माण किया जा रहा है।
ऐसे पीजी आने वाले समय में पुलिस के लिए बन सकते हैं सिरदर्दी
शहर में अवैध रूप से बना रहे पीजी आने वाले समय में पुलिस के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं क्योंकि शहर की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है उसके साथ-साथ किराएदारों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे पीजी बनाने वाले निर्माण करता अक्सर ही अपनी अलग कोठी बनाकर रहते हैं या किसी दूसरे शहर में रहते हैं और इनमें रहने के लिए सिर्फ लड़के या लड़कियों को कमरे किराए पर देते हैं, जिनकी पुलिस वेरीफिकेशन भी नहीं करवाई जाती। जिससे यह पता भी नहीं चलता कि कौन व्यक्ति कैसा है। अगर शहर में कोई व्यक्ति किसी घटना को अंजाम देकर ऐसे किसी पीजी के कमरे में आकर बैठ जाए तो उसे ढूंढना कोई आसान नहीं होगा। इसलिए आने वाले समय में ऐसे पीजी पुलिस के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं।
सोमवार को टीम भेज कर ऐसे निर्माणों की जांच करवा ली जाएगी। अगर कुछ भी गलत पाया गया तो उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। – सुखविंदर सिंह एसडीओ, नगर कौंसिल जीरकपुर।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!