कवियों ने देश प्रेम की कविताओं से मनाया भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन
बेनकाब चेहरे हैं, दाग बड़े गहरे हैं….
टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूं
गीत नहीं गाता हूं….. श्री अटल बिहारी वाजपेयी
प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ में हुआ
“मेरी माटी मेरा देश भारत” पुस्तक का भव्य विमोचन समारोह अटल जी के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर हुआ कार्यक्रम
मेरी माटी मेरा देश भारत
देशप्रेम से ओतप्रोत पुस्तक का भव्य विमोचन समारोह 24 दिसंबर को प्राचीन कला केंद्र सेक्टर 35 चंडीगढ़ में हुआ। पुस्तक की संपादक श्रीमती नीलम त्रिखा ने बताया कि भारत रत्न श्रद्धेय पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर किया क्योंकि वह राजनेता होने के साथ-साथ एक बहुत ही कोमल हृदय कवि भी थे। तीन बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके अटल जी को देश का सबसे बड़ा सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया हुआ था। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व मां सरस्वती की वंदना से हुई।वरिष्ठ सुरजीत धीर जी ने सरस्वती वंदना गाकर सभी को मोहित कर दिया। इस पुस्तक में बहुत ही जाने-माने गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया जिसमें नॉर्थ जॉन कल्चर सेंटर के पूर्व निदेशक व संस्कार भारती चंडीगढ़ ईकाई के मार्गदर्शक प्रोफेसर सौभाग्य वर्धन जी ,समाचार क्यारी मीडिया समूह के चीफ एडिटर श्री राजेश कुमार जी, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता जी, भाजपा महिला मोर्चा पंचकूला की अध्यक्ष श्रीमती वंदना गुप्ता जी ,संस्कार भारती के मंत्री मनोज कुमार सिंह जी अध्यक्ष यशपाल जी व साहित्य विधा प्रमुख अनीश गर्ग जी, प्राचीन कला केंद्र के रजिस्ट्रार सजल कौसर जी व संस्कार भारती चंडीगढ़ ईकाई की उपाध्यक्ष समीरा कौसर जी उपस्थित रहे।
पुस्तक संपादक श्रीमती नीलम त्रिखा ने बताया कि इस पुस्तक में 20 रचनाकारों ने देश प्रेम पर अपनी रचनाएं दी है। उन रचनाकारों के नाम इस तरह से है श्रीमती नीलम त्रिखा, सरोज चोपड़ा, डॉक्टर त्रिपत मेहता, डॉक्टर वंदना खन्ना, कविता रोहिला, सुनीता एंजेल, सीता श्याम सुधा बत्रा,ओपी सिहाग संगीता मधुबन, उषा गर्ग सीता कुशवाह, डॉक्टर चितरंजन दयाल सिंह कौशल, सुमन लता रावत, रजनी पाठक, सुनीता शर्मा भनोट सुनील मिनोचा, काजल शर्मा डॉक्टर कृष्णा आर्या, दृष्टि त्रिखा।
इस मौके पर खास मेहमान के तौर पर कृष्ण गर्ग जी वीरेंद्र गर्ग जी, कै.सी. भारद्वाज,जय भगवान कंबोज, राज बाला, डेजी बेदी जुनेजा, राशि श्रीवास्तव, कृष्ण गोयल,आदि भी उपस्थित हुए। सभी रचनाकारों ने देश प्रेम से बहुत-बहुत रचनाएं सुन कर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को याद किया। व सभी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दी।
यह कार्यक्रम प्राचीन कला केंद्र व संस्कार भारती चंडीगढ़ ईकाई उमंग अभिव्यक्ति मंच पंचकूला के संयुक्त तत्वाधान से हुआ। नीलम जी ने बताया की यह पुस्तक हमारे उन वीर शहीदों को समर्पित है जो देश की खातिर हंसते हंसते सीमा पर कुर्बान हो गए हैं। यह पुस्तक अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, कोबो , ईबुक के रूप में भी हर जगह उपलब्ध है। सेना के परिवारों को सैलुयट करते उन्होंने बताया कि जो देश की खातिर अपने बच्चों को सेना में भेजने का फैसला करते हैं हम सभी रचनाकार अपनी कविताओं के माध्यम से उनका गुणगान करते रहे ऐसी मां शारदा से मंगल कामना करती हूं और चाहती हूं कि मैं इसी तरह से साहित्य की सेवा करती रहूं और दिल खोलकर देश पर मिटने वाले अपने उन वीर शहीदों के लिए ऐसी पुस्तकें लाती रहूं। इस पुस्तक में सभी की रचनाएं एक से बढ़कर एक थी। नीलम जी ने कहा कि हमारा यह प्रयास है की वरिष्ठ साहित्यकारों के सानिध्य में हम नवोदित कवियों को भी मंच दे।
इससे पहले भी नीलम त्रिखा देश प्रेम पर लगभग 26 पुस्तकें लेकर आ चुकी हैं। नीलम जी ने कहा कि उमंग अभिव्यक्ति मंच की सह-संस्थापिका व समाज हित व देश प्रेम की भावना को बढ़ाने वाले साहित्य के प्रति मेरी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है मां शारदे से मंगल कामना करती हूं कि मैं देश हित व समाज हित के लिए लेखन के कार्य करती रहूं। उनके इस प्रयास के लिए आए हुए वरिष्ठ जन व अतिथियों ने सभी रचनाकारों को बधाई दी और मां शारदे से प्रार्थना करते हैं कि वह इसी तरह से देशहित व सामाजिक के लिए कार्य करते रहे।
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