एक बार फिर किसानों का दिल्ली कूच का एलान, पुलिस ने भी की कई स्पेशल तैयारियां
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा समेत 26 किसान संगठनों ने 13 फरवरी को एक पर फिर से दिल्ली को कूच करने का एलान किया है। पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे। पंजाब से दिल्ली जाने के लिए किसान हरियाणा – पंजाब के शंभू बॉर्डर डबवाली और खनौरी बॉर्डर से होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेंगे और दिल्ली की ओर जाएंगे। दरअसल किसान संगठन अपनी कुछ लंबित मांगों को लेकर दिल्ली कूच करना चाहते हैं।
क्या है किसानों की प्रमुख मांगें
- सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बने
- डॉ स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय हो
- किसान खेत मजदूर का कर्ज माफ हो, पेंशन दी जाए
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए
- लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दी जाए
- मुक्त व्यापार समझौता पर रोक लगाई जाए
- किसान आंदोलन में मृत किसानों के परिवार को मुआवजा व सरकारी नौकरी मिले
- विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए
- मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम और ₹700 दिहाड़ी दी जाए
- नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां व खाद वाली कंपनियों पर कड़ा कानून बनाया जाए
- मिर्च, हल्दी व अन्य मसाले के राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए
- संविधान की 5 सूची को लागू कर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए
किसने की यह प्रमुख मांगे है।
पुलिस ने बॉर्डर सील करने किए शुरू
दिल्ली जाने के लिए किसानों ने मुख्य रूप से तीन रास्तों को चुना है। इनमें सबसे प्रमुख अंबाला का शंभू बॉर्डर और फिर डबवाली और खनौरी बॉर्डर है। किसानों के प्लान को देखते हुए पुलिस ने तीनों बॉर्डरों को सील करना शुरू कर दिया है।
शंभू बॉर्डर के पास सीमेंट की बैरिकेडिंग और कटीली तारे लगाई गई हैं। इसी के साथ-साथ प्रशासन ने घग्गर नदी के ऊपर बने ब्रिज को भी बंद कर दिया है। डबवाली और खनोरी बॉर्डर पर भी कुछ इसी प्रकार की बैरिकेडिंग की गई है जिससे किसान पंजाब से हरियाणा में प्रवेश न कर पाए।
शंभू बॉर्डर के ऊपर हैवी बैरिकेटिंग होने के कारण किसान पंजाब से चंडीगढ़ होते हुए हरियाणा के पंचकूला में दाखिल हो सकते हैं और दिल्ली की और कूच कर सकते हैं। इसके मद्देनजर चंडीगढ़ पुलिस और पंचकूला पुलिस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। पूरे राज्य में किसानों को रोकने के लिए करीब 150 नाके लगाए गए हैं।
कई जिलों में लागू हुई धारा 144
किसानों के दिल्ली कोच के ऐलान के बाद हरियाणा के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। हरियाणा के अंबाला सोनीपत झज्जर और पंचकूला में खबर लिखे जाने तक धारा 144 लगाई जा चुकी है। इसी के साथ-साथ हरियाणा के अन्य जिलों जैसे कि कुरुक्षेत्र करनाल पानीपत रोहतक हिसार जींद सिरसा आदि में भी धारा 144 स्थिति को देखते हुए लगाई जा सकती है।
कई नेशनल हाईवे हो सकते हैं बंद
प्रशासन द्वारा अंबाला के जग्गी सिटी सेंटर के सामने चंडीगढ़ की तरफ से रास्ते को डायवर्ट किया जाएगा। लोगों को पंजाब जाने से बचने की सलाह दी जा रही है। अगर हालात बिगड़ते हैं तो आने वाले दिनों में अंबाला चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 152, अंबाला हिसार नेशनल हाईवे 65, पानीपत जालंधर नेशनल हाईवे 44 अंबाला काला अंब नेशनल हाईवे 344 को भी बंद किया जा सकता है।
किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने की पुख्ता तैयारियां
पिछली बार की स्थिति को देखते हुए इस बार किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस की स्पेशल टुकड़ियों को आगे करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा पर भी हरियाणा पुलिस ने अहम ध्यान दिया है। जवानों की सुरक्षा के लिए फुल बॉडी प्रोटेक्टर करे सूट मंगवाए गए हैं। इन सूट को पहनने के बाद ना तो जवानों पर लाठी डंडों का असर होगा ना ही धक्का मुक्की और पत्थर बाजी से फर्क पड़ेगा।
इस सूट में सामान्य से काफी मजबूत हेलमेट है जिसमें आगे की तरफ शिक्षा नहीं बल्कि लोहे की मजबूत जली है। यह सूट छाती, हाथों, टांगों, बाजू, पेट, पीठ को पूरी तरह से कवर करेगा। जवानों की सहूलियत के लिए इस सूट को काफी लाइट वेटेड बनाया गया है ताकि वह आसानी से दौड़ भी सके।
किसानों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने करनाल से एक खास तरह का ड्रोन मंगवाया है। इस ड्रोन से पुलिस शंभू बॉर्डर पर नजर रखेगी। या ड्रोन सामान्य से काफी बड़ा है और इस पर बारिश का भी कोई असर नहीं होगा। यह ड्रोन लगभग 1 घंटे तक नीचे उतरे बिना वीडियो ग्राफी कर सकता है। जब इस ड्रोन की बैटरी कम होगी तो वह खुद ब खुद नीचे आ जाएगा। पुलिस लाइन मैदान में पुलिस अधिकारियों ने इस ड्रोन के पायलट पवन कुमार वह उसकी टीम के साथ इस ड्रोन को चेक भी किया।
मल्टी बैरल गन से लैस नई गाड़ियां भी होंगी तैनात
पुलिस ने मल्टी बैरल लांचर गन से नई गाड़ियां शामिल की है। किसान आंदोलन के दौरान ऐसी चार गाड़ियां तैनात रहेगी। एक गाड़ी पर लगी गन से करीब आधा दर्जन आंसू गैस के गोले छोड़े जा सकते हैं। अंबाला के अलावा इसमें पंचकूला जिले की गाड़ियों को भी शामिल किया गया है। इन नई गाड़ियों की खास बात यह है कि इसमें न केवल गन है बल्कि पीछे बैठने के लिए एक केबिन भी दिया गया है जिससे अधिक जवानों को बैठक आगे ले जाया जा सकता है।
पुलिस की विशेष कंपनियां होंगी तैनात
आपात स्थिति से निपटने वह कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अंबाला पुलिस ने चार कंपनियों का गठन किया है। इन चार कंपनियों को अल्फा, ब्रैवो, चार्ली व डेल्टा नाम दिया गया है। हर एक कंपनी में 107 107 जवान शामिल होंगे। इसी के साथ-साथ दूसरे राज्यों से अर्ध सैनिक बलों की 12 टुकड़ियों भी बुलाई गई हैं जिनमें 850 जवान होंगे।
अंबाला पुलिस ने लगभग पिछले 25 दिनों से अपने जवानों को मॉडर्न हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दी है। अंबाला पुलिस के जवानों को मॉडर्न राइफल जेवी पीसी, सिग राइफल, एसॉल्ट राइफल, एक-47, 12 बोर पंप एक्शन गन, एमएसएल, एसएलआर के चलाने व लाख-रखाव के बारे में भी विशेष ट्रेनिंग दी गई है।
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