अगर राहुल नहीं बने विपक्ष के नेता तो कौन-कौन है इस पद के लिए दावेदार
क्या चल रहा है राहुल के मन में ?
क्यों नहीं बनना चाहते राहुल विपक्ष के नेता ?
प्रेरणा ढिंगरा : लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस के अंदर एक नई मांग खड़ी हो गई है की राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनना चाहिए। विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 99 सीटों पर जीत हासिल की है और अब राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की तैयारी हो रही है, पर राहुल गांधी द्वारा इस बात पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
आपको बता दे कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है। अब विपक्ष का नेता कौन बनेगा इस मुद्दे पर बहस शुरू हो चुकी है। दो चुनावों के बाद इस बार कांग्रेस के पास नेता विपक्ष चुनने का बड़ा मौका है। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष के लिए लोकसभा सदस्यों की कुल संख्या के 10 प्रतिशत सांसद किसी भी दल के पास होने चाहिए। पिछले दिनों कांग्रेस वर्किंग कमिटी की मीटिंग से लेकर कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित तमाम नेताओं ने राहुल गांधी से विपक्ष का नेता बनने की मांग रखी थी। लेकिन राहुल गांधी ने इस बात पर सोचने का वक्त मांगा था। राहुल गांधी अभी तक इस बात का फैसला नहीं कर पाए हैं कि उन्हें विपक्ष का नेता बनना है या नहीं।
पार्टी का क्या कहना है?
कांग्रेस पार्टी की बैठक के बाद गौरव गोगोई का कहना था कि “जब भी कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी से कुछ अपेक्षा की है, उन्होंने पार्टी की ख्वाहिश पूरी की है। आज कांग्रेस पार्टी उनसे गुजारिश करती है कि वो देश की आवाज सदन में उठाएं।
वही कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि “कांग्रेस कार्य समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद स्वीकार करने का अनुरोध किया। उन्होंने जवाब दिया कि वह इस बारे में सोचेंगे।
आखिर लोकसभा का पहला सेशन कब से शुरू होगा?
18वीं लोकसभा का पहला सेशन 24 जून को शुरू होगा। इस दौरान स्पीकर का चुनाव भी किया जाएगा और पहले सेशन की समाप्ति 3 जुलाई को होगी। वही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जुलाई को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने वाली है।
अगर राहुल गांधी विपक्ष नेता नहीं बनते तो कौन बनेगा?
सूत्रों के मुताबिक अगर राहुल गांधी विपक्ष का नेता नहीं बनते हैं तो कई नाम इस रेस में आगे बढ़ेंगे- जैसे वेणुगोपाल, गौरव गोगोई, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कुमारी शैलजा। हालांकि कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष उसे बनाया जाए जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंखों में आंखें डाल कर बात कर सके और इसके लिए उन्हें राहुल गांधी ही उन्हें सबसे सही उम्मीदवार लगते हैं।
आखिर क्यों नहीं बनना चाहते राहुल गांधी विपक्ष का नेता?
खबरों की माने तो ऐसी बात सामने आ रही है कि राहुल गांधी फिलहाल उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा समेत उन राज्यों में कांग्रेस की वापसी के अभियान को तवज्जो देना चाहते हैं। वह पार्टी के संगठन को मजबूत करने में अपना समय देना चाहते हैं। पदयात्रा, चुनाव प्रचार के दौरान जमीन से जुड़े रहना, उन्हें इस समय ज्यादा महत्वपूर्ण लग रहा है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!