जीएमएसएसएस, धनास में क्लास वाइज ‘वाटर एंड वेस्ट वारियर्स’ हुए नियुक्त
वेस्ट और वाटर मैनेजमेंट कैंपेन के लिए वेडनेसडेज’ के तहत नगर निगम, जीएमएसएसएस और युवसत्ता ने आयोजित किया कार्यक्रम
शहर के स्कूल व कॉलेजों में चल रही पहल ‘वेस्ट और वाटर मैनेजमेंट कैंपेन के लिए वेडनेसडेज’ के तहत बुधवार को धनास स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएमएसएसएस) में एडवोकेसी एंड एन्वॉयरमेंटल अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया गया। यह नगर निगम, चंडीगढ़, जीएमएसएसएस, धना
स्कूल में इको क्लब के छात्रों ने इस अवसर पर वाटर एंड वेस्ट मैनेजमेंट के विषयों पर एक नाटक, गिद्दा, भाषण और समूह गीत के साथ एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। वाटर और वेस्ट मैनेजमेंट विषय पर कविता, निबंध और भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई और इसके 15 विजेताओं को प्रमुख व्यक्तियों द्वारा महात्मा गांधी की आत्मकथाओं के साथ सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में अंशु चांदना ने कहा कि स्कूल के वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कचरे को अलग करना, कम करना, पुन: उपयोग करना, रीसाइकलिंग और कंपोजिटिंग अच्छे विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और छात्रों को कचरे के निपटान के अन्य तरीकों जैसे रीसाइकलिंग, रीयूजिंग और कंपोजिटिंग के बारे में शिक्षित करना चाहिए।
वहीं, मनीष ने कहा कि चल रहे #cleantoiletscampaign के हिस्से के रूप में नगर निगम की टीम सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करते समय बुनियादी शिष्टाचार का पालन करने के महत्व के बारे में छात्रों को जागरूक कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी के लिए स्वच्छ सार्वजनिक सुविधाएं बनाए रखने के मिशन में एकजुट होने की जरूरत है। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल सीमा रानी और प्रमोद शर्मा ने स्कूल में अपने साथियों के बीच पर्यावरण संरक्षण के इस संदेश को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को नियुक्त स्पेशल क्लासवाइज ‘वाटर एंड वेस्ट वारियर्स’ को सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रमोद शर्मा ने कहा कि कि हमारी विश्व जल आपूर्ति सीमित है। उन्होंने छात्रों को हर कदम पर पानी की बर्बादी रोकने के लिए प्रेरित किया और स्कूल स्टाफ से कहा कि बच्चे काम करके ही सीखते हैं और सार्वजनिक शौचालय की तलाश करते समय उन्हें टैग करने के लिए कहें। एक और अच्छा विकल्प उनके साथ स्कूल वाटर ऑडिट और बाद में होम वाटर ऑडिट करना है। और अपने बच्चों को दिखाएँ कि जब अच्छे वाटर मैनेजमेंट की बात आती है तो आपका मतलब व्यवसाय से है। अपने धन्यवाद ज्ञापन में प्रिंसिपल सीमा रानी ने बताया कि वे हमेशा अपने छात्रों को वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों के लिए प्रशिक्षित करने के अवसरों की तलाश में रहते हैं। और वाटर व वेस्ट दोनों आज वैश्विक चुनौतियां बन रहे हैं, जिसे हम सभी वाटर एंड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए इस वेडनेसडेज के गांधियन मंत्र को अपनाकर दूर कर सकते हैं यानी ‘जरूरत से ज्यादा क्यों उपयोग करें’।
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